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Coronavirus & Safe Travel: महामारी के दौरान ट्रेवल करने का सबसे सुरक्षित तरीका क्या है?

Coronavirus Safe Travel वायरस के तेज़ी से बढ़ते वेरिएंट्स संक्रमण को फैलाने में बड़ी भूमिका निभा रहे हैं। तो इस वक्त सफर करने का सबसे सुरक्षित तरीका क्या है? दूसरे शहर घूमने जाते वक्त लोगों को क्या एहतियात बरतने ज़रूरी हैं?

By Ruhee ParvezEdited By: Published: Fri, 16 Jul 2021 03:39 PM (IST)Updated: Fri, 16 Jul 2021 03:39 PM (IST)
महामारी के दौरान ट्रेवल करने का सबसे सुरक्षित तरीका क्या है?

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Coronavirus & Safe Travel: कोरोना वायरस महामारी को डेढ़ साल से ज़्यादा का समय हो गया है और इस दौरान लोगों को अधिक समय घरों में बंद रहना पड़ा है। यही वजह है कि अब लोगों ने अपने शहर के आसपास मौजूद टूरिस्ट डेस्टीनेशन का रुख कर दिया है। हालांकि, महामारी के इस वक्त घरों से बाहर निकलना इतना सुकून देने वाला नहीं है जितना सुनने में लग रहा है। सोशल मीडिया पर ऐसी तस्वीरें छाई हुई हैं, जिसमें हिल स्टेशन्स पर भीड़ देखी जा सकती है, जहां लोग बिना मास्क, बिना शारीरिक दूरी बनाए घूम रहे हैं।

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इस वक्त घूमने जाना कितना सुरक्षित?

भले ही इस वक्त कोरोना वायरस की वैक्सीन उपलब्ध है और कई लोगों ने लगवा भी ली है, लेकिन फिर भी वायरस के तेज़ी से बढ़ते वेरिएंट्स संक्रमण को फैलाने में बड़ी भूमिका निभा रहे हैं। तो इस वक्त सफर करने का सबसे सुरक्षित तरीका क्या है? दूसरे शहर घूमने जाते वक्त लोगों को क्या एहतियात बरतने ज़रूरी हैं?

आज हम बता रहे हैं कुछ ऐसी ज़रूरी बातें, जिनका ट्रेवल करने से पहले ध्यान रखना बेहद ज़रूरी है:

वैक्सीन आपके सफर को काफी सुरक्षित बना सकती है

घर से बाहर अगर आप निकलते हैं, तो समझ लीजिए की संक्रमण का ख़तरा बढ़ जाता है, लेकिन अगर आपने वैक्सीन लगवा ली है, तो आप कुछ हद तक सुरक्षित हो सकते हैं। वैक्सीन आपको संक्रमित होने से नहीं बचा सकती, लेकिन संक्रमित होने पर आपकी रिकवरी आसान ज़रूर बना सकती है। कई राज्य यहां तक कि देश भी सैलानियों से वैक्सीन सर्टिफिकेट का प्रूफ मांग रहे हैं।

कम भीड़-भाड़ वाली जगहों को चुनें

पूरे देश में ट्रेवल और टूरिज़्म खुल चुका है। हालांकि, इसका मतलब यह नहीं है कि महामारी ख़त्म हो गई है। देश भर में कई ऐसे इलाके हैं, जो दूसरे इलाकों से कम सुरक्षित हैं। घूमने का मन है तो ऐसे इलाके चुनें जहां संक्रमण के मामले कम हों, और जो टूरिस्ट डेस्टिनेशन न हो। यानी नैनीताल, मनाली, मसूरी जैसी जगहें जहां आमतौर पर ज़्यादा लोग जाते हैं, ऐसी जगहों पर संक्रमण का ख़तरा बढ़ जाता है। साथ ही ऐसे समय पर जाएं, जब सैलानी कम होते हैं।

सेफ्टी बबल का रखें ध्यान

सफर करने के दौरान कोविड-19 के जोखिम को कम करने के लिए सेफ्टी बबल को बनाए रखें। सेफ्टी बबल का मतलब है कि अगर आप ट्रेवल कर रहे हैं, तो जोखिम को कम करने के लिए निश्चित करें कि सब को वैक्सीन लग गई है, सावधानियां बरतें और कम से कम घूमें।

ज़रूरत पड़ने पर क्वारेंटीन करें

अगर आप किसी ऐसी जगह जा रहे हैं, जहां कोविड मामले ज़्यादा हैं, या किसी ऐसी जगह से आ रहे हैं, जहां केस ज़्यादा थे, तो बेहतर है कि क्वारेंटीन करें।

कार में सफर करते हुए कोविड-19 से कैसे बचें

कोविड-19 क इस समय में अपनी कार से सफर करना सबसे सुरक्षित माना जा रहा है, लेकिन यह सुनिश्चित करना भी ज़रूरी है कि कार पूरी तरह से सैनिटाइज़्ड हो, सभी लोग मास्क पहनें।

क्या प्लेन से सफर करना सुरक्षित है?

फ्लाइट से सफर करने में संक्रमण का जोखिम कम है, लेकिन एयरपोर्ट में आपका संक्रमित होना आसान है। ऐसी जगह संक्रमण से बचना मुश्किल है, लेकिन मास्क और फेस शील्ड ज़रूर पहनें।

बच्चों के साथ कैसे ट्रेवल करें?

अगर आप बच्चों के साथ सफर कर रहे हैं, तो आपको ज़्यादा सावधानियां बरतनी होंगी। बच्चों को इस वक्त वैक्सीन नहीं लग रही है, साथ ही छोटे बच्चों को हर वक्त मास्क पहनाना मुश्किल भी है। बच्चों को गाइडलाइन्स के बारे में समझाएं और प्ले-एरिया का इस्तेमाल न करने दें।


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