करें ये पूजा, नए साल में बनी रहेगी माँ लक्ष्मी की कृपा
ध्यान रहे कभी भी सूखे तुलसी के पत्तों को भगवान को अर्पण नहीं करना चाहिए। ऐसा करना अशुभ माना जाता है।
सभी घरों में प्रतिदिन भगवान की पूजा होती है। लोग पूजा के दौरान अपनी श्रद्धा और भक्ति से भगवान की मूर्तियों को अच्छे से सजाते हैं। उन्हें नए कपडे पहनते हैं और प्रसाद के तौर पे या तो मिठाई, फल, या घर में बनी कुछ मीठी चीजें अर्पण करते है। लेकिन हमेशा पूजा के दौरान कुछ ऐसी छोटी-छोटी गलतियां होती है जिसे हम समझ नहीं पाते हैं और हम सोचते हैं हम इतनी पूजा करते हैं लेकिन कोई भी काम नहीं बनता, भगवान हमसे रुष्ट हैं। जानें की कौन सी ऐसी गलतियां हैं जिससे हमें हमारे पूजा करने का फल नहीं मिलता। हमारे घर में आर्थिक परेशानी रहती है।
सबसे पहले हमें ये ध्यान रखना चाहिए की हमारे घर में कोई भी टूटी हुई मूर्ति न हो। अगर घर में या घर के मंदिर में मिट्टी या कोई धातु की टूटी हुई मूर्ति उपस्थित हो तो उसे जितनी जल्दी हो सके किसी नदी में विसर्जित कर दे।
हम पूजा करने के दौरान ईश्वर को पुष्प या पुष्पों की माला अर्पण करते हैं। ध्यान रहें अगर पुष्प या उसकी माला अर्पण किया हो तो हटाने के लिए भी ध्यान रखे क्योंकि वो सूख जाते हैं और शास्त्रों के अनुसार सूखे हुए पुष्प या उनकी माला घर में रखना अशुभ माना गया है। इसलिए सुबह वाली पूजा के चढ़े पुष्प शाम होने से पूर्व ही मंदिरों से हटा लिया जाता है। और शाम के समय पुनः चढ़ाया जाता है।
तुलसी की पत्तियों को भगवान के प्रसाद में रख के चढ़ाया जाता है। और श्री हरी और श्री कृष्ण को प्रसाद के साथ तुलसी चढ़ाने का बहुत खास महत्त्व है। लेकिन कुछ लोग एक साथ बहुत सारे मात्रा में तुलसी के पत्तों को तोड़कर रख लेते हैं और उन्हें कई दिनों तक उपयोग करते हैं। ध्यान रहे कभी भी सूखे तुलसी के पत्तों को भगवान को अर्पण नहीं करना चाहिए। ऐसा करना अशुभ माना जाता है।
पूजा के दौरान आरती करने के लिए हम दिये का उपयोग करते हैं। लेकिन अगर दिये कही से थोड़ा सा भी टुटा हो तो उसे हटा दे, उनका उपयोग न करें। ऐसा करने से घर में गरीबी फेलती है और अशुभ फल मिलते हैं।
ये समस्त जानकारियां शास्त्रों के अनुसार है|