बारिश में न हो जाए रेनकोट व छाता खराब, इसके लिए ऐसे करें उनकी उचित देखरेख
बारिश के मौसम में दो चीज़ें बहुत जरूरी हैं जिनमें से एक है छाता और दूसरा है रेनकोट। जिनकी देखरेख पर बहुत ज्यादा ध्यान नहीं दिया जाता इसलिए हर साल नया लेने की नौबत आ जाती है। तो आज हम इनके केयर टिप्स के बारे में जानेंगे।
देश के ज्यादातर हिस्से में इस वक्त झमाझम बारिश हो रही है। बारिश का मौसम वैसे तो बहुत ही सुहावना होता है लेकिन ये साथ ही साथ कई तरह की परेशानियां भी लेकर आता है। जिसमें से एक है छाते में जंग लग जाना, रेनकोट से अजीब से बदबू आना, आदि। तो इन सबकी वजहें होती हैं हमारी कुछ लापरवाहियां। तो इन चीज़ों की किस तरह की देखरेख करें जिससे ये लंबे समय तक सुरक्षित, आइए जानते हैं।
- छाते और रेनकोट को इस्तेमाल करने के बाद हमेशा सुखाकर ही रखें। हल्का सा भी गीला रहने पर अगर आप इसे फोल्ड कर देते हैं तो इनमें सीलन की बदबू आने, दाग, जंग लगने या जल्दी टूटने जैसी प्रॉब्लम्स आ सकती हैं।
- आंधी-तूफान में छाते को मजबूती से पकडें क्योंकि कई बार तेज हवा से छाता मुड जाता है। इससे उसकी तीलियां कमजोर होकर कभी भी टूट सकती हैं।
- ध्यान रहें बारिश और धूप के अलग-अलग छाते होते हैं। हम में से ज्यादातर लोग इस बात पर ध्यान नहीं देते। तो अगर आप बारिश वाले छाते को धूप में लगाएंगे तो वह जल्दी खराब हो सकता है।
- सभी रेनकोट को धोना पॉसिबल नहीं होता। जिसकी जानकारी रेनकोट के पीछे गर्दन के पास लगे लेबल पर दी हुई होती है। अगर वॉशेबल लिखा है, तो उन्हें आप माइल्ड डिटर्जेट में धोएं। दूसरी बात कि रेनकोट को धोने से पहले आधे घंटे के लिए भिगोकर रख दें। इसके बाद हलके हाथों से मलते हुए साफ पानी से धो दें।
- अगर रेनकोट पर मिट्टी लग गई है और उसे धोया नहीं जा सकता तो उसे पहले अच्छी तरह से सूख जाने दें। इसके बाद किसी ब्रश से मिट्टी झाड दें। फिर भी दाग रह जाएं तो गीले कपडे से पोंछ दें।
- छाते को गुनगुने पानी में कपड़ा भिगो कर साफ किया जाता है। केमिकल क्लीनर का बिल्कुल भी इस्तेमाल न करें।
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