'International Women's Day 2020' : जानें क्यों मनाया जाता है अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस, क्या है इसका ऐतिहासिक महत्व
International Womens Day 2020 सोवियत संघ ने इस दिन को 1917 में अपनाया और अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर अवकाश देने की घोषणा की।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। 'International Women's Day 2020' : पूरी दुनिया में 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है । इस मौके पर देश और दुनिया में महिलाओं के परिवार, समाज और संस्कृति में किए गए उल्लेखनीय कार्यों को सेलिब्रेट किया जाता है। सबसे पहले 19 मार्च 1911 को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया था। इस तारीख को इसलिए चुना गया था क्योंकि प्रशिया के राजा Frederick William IV ने यह घोषणा की थी कि 1848 से महिलाओं को समान अधिकार दिया जाएगा और उन्हें वोट डालने का भी अधिकार होगा। हालांकि, प्रशिया के राजा Frederick William IV अपने वादों पर कायम रहने में नाकामयाब हो गए।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का इतिहास
इसके बाद 1913 से 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाने लगा। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का इतिहास 108 साल पुराना है। जब पहली बार अमेरिका के The socialist party of America ने 15 हजार महिलाओं के समर्थन में न्यूयॉर्क शहर में कम वेतन, अधिक काम और वोट डालने के अधिकार से वंचित रहने के कारण प्रदर्शन किया।
सोवियत संघ ने अपनाया
इसके बाद सोवियत संघ ने इस दिन को 1917 में अपनाया और अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर अवकाश देने की घोषणा की। जो धीरे धीरे पूरी दुनिया में फैल गई और फिर दुनिया के कई अन्य देशों ने इसे अपनाया और फिर अन्तराष्ट्रिय महिला दिवस पूरी दुनिया में मनाया जाने लगा।
ऐसा कहा जाता है कि 1917 में रूस की कामगार महिलाओं ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर कम वेतन, अधिक काम को लेकर हड़ताल पर जाने की घोषणा की थी। उस समय रूस सरकार ने वोट डालने सहित महिलाओं को सभी मूलभूत सुविधाएं देने के आदेश दिए थे।
रूस और विश्व के कैलेंडर में अंतर
हालांकि, रूस और विश्व के कैलेंडर मे अंतर है । जहां, रूस की जुलियन कैलेंडर अनुसार अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस फरवरी महीने के अंतिम रविवार को मनाया जाता था। वहीं, ग्रेगेरियन कैलेंडर के अनुसार उस दिन 8 मार्च था, इसलिए 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाने लगा।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर अवकाश
हाल के वर्षों में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस देश और दुनिया में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। इस बारे में संयुक्त राष्ट्र संघ का कहना है कि महिलाओं के मान-सम्मान, मूलभूत सुविधाओं और अधिकारों में बहुत विकास हुआ है। विश्व के कई देशों ने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए ऐतिहासिक कदम उठाए हैं। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर अरनेमिया, बेलारूस, कजकिस्तान, रूस और यूक्रेन जैसे देशों मे राष्टीय अवकाश होता है।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर महिलाओं के रंग
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बैगनी, हरा और सफेद रंग को महिलाओं का प्रतीक माना जाता है, जिनमें बैगनी रंग महिलाओं के न्याय का प्रतीक है। हरा रंग महिलाओं के आशा और सफेद रंग पवित्रता प्रतीक है। वैसे अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस एकता, उत्स्व और परिवर्तन का पर्व है।