Video : ‘विश्व तंबाकू निषेध दिवस’ से तंबाकू को हमेशा के लिए कहें अलविदा
आज ‘विश्व तंबाकू निषेध दिवस’ है. किसी और दिन की तुलना में आज का दिन बहुत अच्छा दिन है कि आप तंबाकू को अलविदा कह दें. आमतौर पर लोग तंबाकू या सिगरेट का सेवन करते समय सोचते हैं कि इससे उनका तनाव खत्म हो रहा है जबकि वो नहीं जानते कि धीरे-धीरे उनकी जिंदगी समस्याओं का शिकार होकर खत्म हो रही होती है.
आज ‘विश्व तंबाकू निषेध दिवस’ है. किसी और दिन की तुलना में आज का दिन बहुत अच्छी वजह साबित हो सकता है, तंबाकू को हमेशा के लिए छोड़ने का.
हम सभी जानते हैं कि धूम्रपान (स्मोकिंग) करने से हमें अच्छा महसूस होता है. खासतौर पर जब हम आप तनाव या किसी परेशानी से गुजर रहे हो, लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि आपके शरीर का ऐसा कोई अंग नहीं है, जिसपर तंबाकू का असर नहीं पड़ता हो. फेफड़ों की बीमारी, दिल से जुड़ी बीमारियां, डायबिटीज के अलावा इससे कई तरह के कैंसर हो सकते हैं.
धूम्रपान ही नहीं बल्कि किसी भी रूप में तंबाकू सेवन से आपके बदरंग दांतों से लेकर आपको कैंसर जैसी गंभीर बीमारी हो सकती है.
धूम्रपान या तंबाकू को छोड़ने के लिए पहला कदम ये हो सकता है कि आप शहर के किसी अच्छे थेरेपिस्ट या काउंसलर की मदद लेकर दिमागी तौर पर खुद को मजबूत कर सकते हैं. इसके अलावा कई तरह के ‘निकोटिन पैच’ भी आपकी इस आदत को छोड़ने में मददगार साबित हो सकते हैं. वैसे तो, तंबाकू के इस्तेमाल को रोकने के लिए बहुत से समाधान है लेकिन आपकी मजबूत इच्छाशक्ति आपके लिए सबसे ज्यादा मददगार साबित होगी.
बात करें आयुवर्ग की, तो तंबाकू से सबसे ज्यादा खतरा किशोर-किशोरियों, युवा और 40-50 उम्र वाले लोगों को सबसे ज्यादा होता है, लेकिन इसका मतलब ये बिल्कुल भी नहीं है कि दूसरी आयु वाले लोगों को तंबाकू सेवन की आदत से कोई नुकसान नहीं पहुंचता.
आज 31 मई यानि विश्व तंबाकू निषेध दिवस है, ऐसे में ये एक बेहतर दिन है खुद से कुछ सवाल पूछने का
‘आप सिगरेट/ तंबाकू क्यों पीते हैं?
क्या सिगरेट पीने से आपकी परेशानियां हमेशा के लिए दूर हो गई है?
याद रखिए, तंबाकू तनाव नहीं, बल्कि जिंदगी खत्म करता है.
सौजन्य: डॉ गीता प्रकाश