International Childhood Cancer Day 2022: जानें कब और कैसे हुई इस दिन की शुरुआत और थीम के बारे में
International Childhood Cancer Day 2022 बचपन के कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाने मृत्यु दर को कम करने और बीमारी का अनुभव करने वाले बच्चों में कैंसर से संबंधित सभी दर्द और पीड़ा को दूर करने के उद्देश्य से 2002 में इस हेल्थ प्रोग्राम की शुरुआत की।
हर साल 15 फरवरी को अंतर्राष्ट्रीय बाल कैंसर दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य बच्चों में होने वाले कैंसर के प्रति जागरूकता फैलाना और कैंसर के सही इलाज के लिए काम करना है। कैंसर सिर्फ बड़ों में ही नहीं बल्कि बच्चों में मृत्यु का बहुत बड़ा कारण है। हर साल दुनियाभर में 3 लाख बच्चों कैंसर का शिकार होते हैं।
इतिहास
अंतर्राष्ट्रीय बचपन कैंसर दिवस पहली बार 2002 में चाइल्डहुड कैंसर इंटरनेशनल (CCI) द्वारा मनाया गया था, जो 170 से अधिक संगठनों, कैंसर आउटरीच कार्यक्रमों, कैंसर संस्थानों और बाल चिकित्सा कैंसर से बचे संगठनों का एक नेटवर्क है। ICCD कैंसर से पीड़ित बच्चों को उनके स्थान, जातीयता और सामाजिक आर्थिक पृष्ठभूमि की सीमा की परवाह किए बिना बेहतरीन चिकित्सा और मनोवैज्ञानिक उपचार उपलब्ध कराने का प्रयास करता है।
महत्व
हर साल 15 फरवरी को मनाए जाने वाला इस दिन का महत्व इसलिए और बढ़ जाता है क्योंकि बच्चों में होने वाले कैंसर जल्दी पता नहीं चल पाता जो मृत्यु की वजह बनता है। तो इस बारे में जागरूकता बढ़ाना बहुत जरूरी है।
अंतर्राष्ट्रीय बाल कैंसर दिवस का उद्देश्य
• कैंसर का शीघ्र निदान
• सस्ती व उच्च गुणवत्ता युक्ता दवाओं की उपलब्धता
• बेहतर उपचार
• कैंसर से पीड़ित बच्चों के बेहतर देखभाल
• कैंसर से पीड़ित लोगों के लिए सतत करियर के विकल्प उपलब्ध करवाना
साल 2022 की थीम
इस वर्ष का विषय 'बेहतर जीवन रक्षा' है, जो आईसीसीडी के लिए 2021 में शुरू किए गए तीन अभियानों का एक हिस्सा है। यह कैंसर से पीड़ित बच्चों और किशोरों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए चिकित्सा टीम और स्वास्थ्य देखभाल पेशेवरों के प्रयासों की पहचान करना चाहता है। यह विषय विश्व स्वास्थ्य संगठन की ग्लोबल इनिशिएटिव फॉर चाइल्डहुड कैंसर (GICC) के अनुरूप है।
बच्चों में होने वाले प्रमुख कैंसर
ल्यूकेमिया, केंद्रीय तंत्रिका तंत्र के ट्यूमर, न्यूरोब्लास्टोमा, नेफ्रोब्लास्टोमा, मेडुलोब्लास्टोमा और रेटिनोब्लास्टोमा बचपन के कैंसर के सबसे प्रचलित प्रकार हैं।
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