Parenting Tips: बच्चों में स्मार्टफोन की लत के पीछे पैरेंट्स भी होते हैं ज़िम्मेदार, ऐसे छुड़वाएं ये आदत!
Parenting Tips स्मार्टफोन लैपटॉप और टैब के इस ज़माने में बच्चों को इन इलेक्ट्रॉनिक्स से दूर रखना मुश्किल हो जाता है। इसमें कोई शक़ नहीं कि ये गैजेट्स उनके काफी काम आते हैं लेकिन दूसरी तरफ यह उनके मानसिक और पूरे स्वास्थ्य पर बुरा असर भी डालते हैं।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Parenting Tips: आजकल का ज़माना गैजेट्स का है, ऐसे में बच्चों को टैब, स्मार्टफोन्स, लैपटॉप और टीवी से दूर रखना किसी चुनौती से कम नहीं। खासतौर पर जब स्कूल भी टैब की मदद से अटेंड हो रहा हो, तो बच्चों को इन गैजेट्स की आदत पड़ने लगती है। यह उपकरण न सिर्फ मनोरंजन के काम आते हैं बल्कि बच्चों की ज़रूरत भी बन गए हैं। इसमें कोई शक़ नहीं कि इंटरनेट के कई फायदे भी हैं, बच्चों को उनके सवालों के जवाब एक सेकेंड में मिल जाते हैं। लेकिन टैब और स्मार्टफोन का लगातार इस्तेमाल बच्चों की सेहत को प्रभावित भी करते हैं। न सिर्फ उनकी आंखों या अन्य अंगों पर असर पड़ता है बल्कि मानसिक स्वास्थ्य भी प्रभावित होता है।
टैब या स्मार्टफोन ऐसे पहुंचाते हैं बच्चों को नुकसान
एक रिसर्च के अनुसार, 8 से 12 साल तक के बच्चो का स्क्रीन टाइम रोज़ाना लगभग 6 घंटे का है। वहीं युवाओं का स्क्रीन टाइम रोज़ाना 9 घंटे के आसपास होता है। बच्चों को टैब या स्मार्टफोन के ज़्यादा उपयोग से ये ख़तरनाक साइड इफेक्ट हो सकते हैं:
- नींद पूरी होने में दिक्कत
- मोटापा
- लत
- डिप्रेशन
- ध्यान लगाने में दिक्कत
- नर्वस सिस्टम से जुड़ी दिक्कतें
- सुनाई देने में परेशानी
मां-बाप होते हैं इन गलतियों के ज़िम्मेदार
- खाना खाते वक्त स्मार्टफोन या टैब का उपयोग
- सोने से पहले टीवी या फोन का इस्तेमाल
- बच्चों को लालच के तौर पर फोन पकड़ा देना
- फोन या टैब यूज़ करते वक्त बच्चों को सिखाएं कि उनका पॉश्चर कैसा होना चाहिए, आंखों से कितना दूर रखना चाहिए, इयरफोन्स का इस्तेमाल कम करना चाहिए।
बच्चों को टैब या स्मार्टफोन से ऐसे दूर रखें
1. लालच के तौर पर फोन या टैब न दें
कई बार मां-बाप बच्चे का ध्यान हटाने या फिर उन्हें लालच के तौर पर भी फोन या टैब पकड़ा देते हैं। जो सही नहीं है, इससे बच्चों पर बुरा असर पड़ता है। बेहतर है कि दिन में उन्हें सिर्फ कुछ दे ही फोन का इस्तेमाल करने दें। ताकि उन्हें समझ आए कि ज़िंदगी में किन चीज़ों को एहमियत देना ज़रूरी होता है।
2. बच्चों को बिज़ी रखें
बच्चों में एनर्जी का स्तर काफी ज़्यादा होता है, लेकिन इसका इस्तेमास सही तरीके से होना चाहिए। बच्चे को खाली न बैठने दें, क्योंकि वह जैसे ही बोर होगा स्मार्टफोन या टैब उठा लेगा। इसलिए बेहतर है कि उसे नई-नई एक्टिविटीज़ में इंगेज रखें। उन्हें घर पर ही हल्की एक्सरसाइज़ कराएं, आर्ट वर्क, खेल या फिर ब्रेन एक्टीविटीज़ कराएं। जिससे वह बिज़ी रहें और उन्हें फोन या टैब की याद न आए।
3. प्राथमिकता के बारे में समझाएं
टैब या फोन का इस्तेमाल करने से पहले उनसे दूसरे ज़रूरी काम ख़त्म करने के लिए कहें। जैसे होमवर्क, बाहर खेलना, पढ़ाई आदि। इससे वे अपना समय सही तरीके से इस्तेमाल करेंगे।
4. घर के काम में मदद लें
बच्चे के पास अगर अतिरिक्त समय है, तो उससे घर के काम भी करवाएं या कुछ नया सिखाएं। बच्चों की किचन, गार्डनिंग या साफ-सफाई में मदद लें। उन्हें सिखाएं कि चीज़ें कितनी ज़रूरी हैं। उनके साथ केक/कुकीज़ बेक करें, पौधों की देखभाल सिखाएं, साफ-सफाई की एहमियत बताएं।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।