Doctors Day Wishes & Quotes: डॉक्टर्स के प्रति सम्मान और आभार जताने के लिए भेजें ये वॉट्सएप और फेसबुक मैसेज
Doctors Day Wishes Quotes भारत में हर साल 1 जुलाई को डॉक्टर्स डे मनाया जाता है। जिसका मकसद डॉक्टर्स के योगदान के प्रति समान और आभार व्यक्त करना है।
डॉक्टर हमारे जिंदगी में बहुत ही खास रोल अदा करते हैं। डॉक्टर्स की तुलना भगवान से की जाती है। हमारी सेहत का ध्यान रखने के साथ ही वो हमें कई तरह की बीमारियों से भी दूर रखते हैं। शायद इसलिए ही इनकी तुलना भगवान से की जाती है। वैसे तो हर एक प्रोफेशन की अपनी महत्वता है लेकिन इनके ऊपर लोगों का जीवन आधारित होने की वजह से ये कुछ ज्यादा ही मायने रखते हैं। भारत में डॉक्टर डे हर साल 1 जुलाई को मनाया जाता है|
1 जुलाई का महत्व
भारत में हर साल 1 जुलाई को नेशनल डॉक्टर्स डे (National Doctors' Day) यानी राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस मनाया जाता है। केंद्र सरकार ने साल 1991 में इस दिवस को मनाने की शुरुआत की थी, जिसके बाद से हर साल इस दिवस को एक थीम के साथ मनाया जाता रहा, लेकिन इस साल कोरोना महामारी के चलते नेशनल डॉक्टर्स डे थीम की घोषणा नहीं की जा सकी। 1 जुलाई के दिन देश के महान चिकित्सक और पश्चिम बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री डॉक्टर बिधानचंद्र रॉय की जयंती और पुण्यतिथि मनाई जाती है और उन्हीं के सम्मान में हर साल 1 जुलाई को नेशनल डॉक्टर्स डे मनाया जाता है और इस दिन पूरी चिकित्सा बिरादरी के प्रति सम्मान और आभार प्रकट किया जाता है।
कोरोना महामारी के समय डॉक्टर्स फ्रंटलाइन योद्धा के रूप में सामने आए हैं, इसलिए इस खास अवसर पर उन्हें सम्मानित जरूर करें इन प्यार भरे विशेज के साथ। जिन्हें आप भेजने के साथ अपना वॉट्सऐप और फेसबुक स्टेट्स भी बनाएं।
Doctors Day wishes in hindi
1. डॉक्टर अपने मरीजों के लिए अपारदर्शी और दर्पण की तरह होना चाहिए।
हैप्पी डॉक्टर्स डे
2. एक अच्छा डॉक्टर दवा कम,
ख्याल ज्यादा रखने की सलाह देता है।
हैप्पी डॉक्टर्स डे
3. जब आंसू होते हैं, तो आप एक कंधे होते हैं।
जब दर्द होता है, तो आप दवा होते हैं।
जब कोई त्रासदी होती है, तो आप उम्मीद करते हैं।
हैप्पी डॉक्टर दिवस
4. संसार में डॉक्टर ही एक ऐसा इंसान है,
जिसे मरीज आस भरी नजरों से देखता है,
जैसे वो भगवान से दुआ कर रहा है.
हैप्पी नेशनल डॉक्टर्स डे
5. इलाज के उद्देश्य के लिए शरीर और आत्मा अलग-अलग नहीं हो सकती है, वे एक और अकेले है। “बीमार शरीर के रूप में मन को ठीक किया जाना चाहिए”।