थोड़ी-सी सूझबूझ और इन 5 सरल तरीकों को अपनाकर, घर को बनाएं हरा-भरा और पॉल्यूशन फ्री
गंभीर बीमारियों से बचने के लिए अपने घर को प्रदूषण-मुक्त रखना बहुत जरूरी है। लेकिन इसके लिए आपको घर में मशीनें लगवाने की कोई जरूरत नहीं। ये आसान और नेचुरल तरीके हैं बेस्ट।
मौजूदा समय में दुनिया की लगभग 90 फीसद आबादी प्रदूषण की खतरनाक मार झेल रही है। इसमें भारत का नंबर सबसे ऊपर है। सर्दियों में यह समस्या और बढ़ जाती है। गंभीर बीमारियों से बचने के लिए अपने घर को प्रदूषण-मुक्त रखना बहुत जरूरी है। कुछ आसान उपायों से घर को हरा-भरा और प्रदूषण मुक्त बनाया जा सकता है।
1. हवा की आवाजाही
अक्सर लोग सर्दियों में ज्यादातर समय घर में भारी भरकम परदे लगाए रखते हैं या खिड़की- दरवाजे बंद रखते हैं। ऐसा करने से ही प्रदूषण से मुक्त नहीं मिलेगी। सुनिश्चित करें कि घर के हर कोने में सूरज की रोशनी पड़ें। पेंट कलर्स का इस्तेमाल करते हुए ध्यान दें कि उनमें सीसा और वीओसी न हो। दीवार में दरार पड़ हो तो उसे भरवा दें।
2. एक्टिवेटेड चारकोल
एक्टिवेटेड चारकोल या कार्बन भी नेचुरली हवा को साफ बनाता है। चारकोल कोयले, वुड, कोकोनट शैल जैसे कई तत्वों से मिलकर बनता है। इसमें कोई गंध नहीं होती। इंडोर एयर पॉल्यूशन की खास वजह वीओसी यानि वोलेटाइल ऑर्गेनिक कंपाउंड्स, जिन्हें नष्ट करने में एक्टिवेटेड चारकोल बहुत ही फायदेमंद है। रेगुलर रूम फ्रेशनर की जगह चारकोल फ्रेशनर लें, यह न सिर्फ कई तरह के दुर्गंध से घर को मुक्त रखेगा, बल्कि हवा को भी साफ बनाएगा। इसे लिनेन बैग में भरे और शू रैक, अलमारियों या बाथरूम्स में रखें।
3. मोमबत्तियां
मोमबत्ती नेचुरल प्यूरीफायर का काम करती है। अगर घर में कैंडल्स जलाना पसंद है तो पैराफीन कैंडल्स से बचें क्योंकि इनसे हानिकारक तत्व हवा में फैलते हैं। खासतौर पर अस्थमा के मरीजों को ऐसी मोमबत्ती घर में जरूर जलाकर रखनी चाहिए, जो देर तक बिना धुएं और सुगंध के जले। इस तरह नमक को भी प्राकृतिक तौर पर प्यूरिफायर माना जाता है। इसके लिए सॉल्ट लैंप का इस्तेमाल कर सकते हैं। इन्हें चाहें जलाएं या फिर ऐसे ही कमरे में रखें. ये हवा को साफ करने में सहायक होते हैं।
4. प्लॉन्ट्स
घर को पॉल्यूशु फ्री करने के लिए कुछ हाउस प्लांट्स भी मददगार हैं। अपने घर में कुछ प्लांट्स जरूर लगाएं। जैसे- ऐलोवेरा, स्पाइडर प्लांट, स्नेक पलांट, बैंबू पाम, लेडी पाम, एरेका पाम, ड्वार्फ डेट पाम, पीस लिली, रबर प्लांट और बोस्टन फर्न आदि। ये छोटे प्लांटर्स में भी आसानी से बढ़ते हैं, साथ ही इन्हें खास देखभाल की जरूरत नहीं होती। घर को हरा-भरा बनाने के अलावा ये प्रदूषण से भी राहत दिलाएंगे।
5. किचन हो धुआं-रहित
इंडोर एयर पॉल्यूशन में सबसे ज्यादा इजाफा करता है किचन। वैज्ञानिकों का मानना है कि गैस स्टोव पर खाना बनाने से नाइट्रोजन डाई ऑक्साइड निकलता है, जो सांस के लिए हानिकारक है। इसके अलावा यहां कार्बन मोनोऑक्साइड और पार्टिकुलेट मैटर जैसे हानिकारक केमिकल्स भी होते हैं इसलिए किचन में एग्जॉस्ट फैन या चिमनी जरूर लगवाएं और उनकी सफाई नियमित करें। किचन की खिड़कियां खोल कर रखें।