Embryo Vs Egg Freezing: एग फ्रीजिंग से कितना अलग है एम्ब्रियो फ्रीजिंग? एक्सपर्ट से जानें दोनों में अंतर
इन दिनों करियर बनाने में व्यस्त युवा फैमिली प्लानिंग काफी देरी से करते हैं। ऐसे में बढ़ती उम्र में प्रेग्नेंसी में आने वाली परेशानियों से बचने के लिए लोग एग फ्रीजिंग और एम्ब्रियो फ्रीजिंग की मदद ले रहे हैं। एक्सपर्ट से जानते हैं दोनों में कितना अंतर है।
नई दिल्ली, हर्षिता सक्सेना। Embryo Vs Egg Freezing: इन दिनों युवाओं के बीच देर से शादी और फिर प्रेग्नेंसी प्लान करने का चलन काफी बढ़ गया है। अपने कामकाज और करियर में व्यस्त लोग इन दिनों फैमिली प्लानिंग देरी से करना ही पसंद कर रहे हैं। ऐसे में बढ़ती उम्र में कई बार उन्हें प्रेग्नेंसी से जुड़ी कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में ज्यादातर कपल इन दिनों एम्ब्रियो फ्रीजिंग का विकल्प चुन रहे हैं। वहीं, कई बार महिलाएं भी बढ़ती उम्र की वजह से प्रेग्नेंसी में होने वाली परेशानियों से बचने के लिए एग फ्रीजिंग करवा लेती है।
ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर इन दोनों प्रक्रियाओं में अंतर क्या और यह कैसे काम करता है। इस बारे में विस्तार से समझने के लिए हमने दिल्ली के मैक्स मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल (पंचशील पार्क) की डॉ. सुरवीन घुम्मन सिंधु (इनफर्टिलिटी एंड आईवीएफ की सीनियर डायरेक्टर और एचओडी) और इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल्स की सीनियर कन्सल्टेंट ऑब्सटेट्रिक्स एंड गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. रंजना शर्मा से बात की।
क्या होती है एग फ्रीजिंग
एम्ब्रियो फ्रीजिंग और एग फ्रीजिंग में अंतर बताते हुए डॉ. सुरवीन घुम्मन कहती हैं कि एग फ्रीजिंग सिर्फ महिला के अंडे को फ्रीज करने की प्रक्रिया होती है। इस प्रक्रिया को ज्यादातर अविवाहित महिलाएं, जिनका पार्टनर नहीं है, वह करा सकती हैं, जिसे बाद में स्पर्म के साथ फर्टिलाइज किया जाता है। इसके अलावा किसी मेडिकल कंडीशन जैसे कैंसर आदि होने पर अगर कोई महिला कीमोथैरेपी के लिए जा रही है, तो वह अपना अंडा फ्रीज करवा सकती है, क्योंकि कीमो के बाद शरीर में सारे अंडे खत्म हो जाते हैं। एग फ्रींजिग के लिए पुरुष के स्पर्म की जरूरत नहीं पड़ती।
एम्ब्रियो फ्रीजिंग क्या है
वहीं, अगर बात करें एम्ब्रियो फ्रीजिंग की तो, इस प्रक्रिया में पुरुष के स्पर्म और महिला के अंडे दोनों को फर्टिलाइज करके एम्ब्रियो तैयार किया जाता है। एम्ब्रियो बच्चे का शुरुआती स्टेज होता है। इस प्रक्रिया को ज्यादातर ऐसे कपल करवाते हैं, तो फिलहाल प्रेग्नेंसी प्लान नहीं करना चाहते और आगे बढ़ती उम्र में स्वस्थ बच्चे के लिए एम्ब्रियो फ्रीजिंग का सहारा लेते हैं। इस प्रक्रिया के तहत महिला को अंडे बढ़ाने के लिए कुछ दवाई और इंजेक्शन दिए जाते हैं। इसके बाद शरीर से अंडा बाहर निकालकर उसे पुरुष के स्पर्म के साथ फर्टिलाइज किया जाता है और जब फर्टिलाइजेशन के बाद एम्ब्रियो तैयार होता है,तो उसे फ्रीज कर दिया जाता है।
क्यों करवाते हैं एग फ्रीजिंग
वहीं, डॉ. रंजना शर्मा बताती हैं कि कई महिलाएं अलग-अलग कारणों से युवा अवस्था में ही अपना एग फ्रीज करवा लेती हैं। एग फ्रीजिंग में महिलाएं सिर्फ अपना अंडा फ्रीज कराती हैं, क्योंकि अभी न तो उनके पास पार्टनर और न ही इस बात की जानकारी कि शादी कब होगी या बच्चे कब होंगे। ऐसी स्थिति में महिलाएं अपना अंडा फ्रीज करवा लेती हैं, ताकि आगे जब वह बढ़ती उम्र में मां बनने का फैसला करें, तो इससे उनके अंडे की गुणवत्ता पर कोई असर न पड़े।
एम्ब्रियो फ्रीजिंग की वजह
एम्ब्रियो फ्रीजिंग ज्यादातर कपल ही करवाते हैं। ऐसे कपल जो अभी अपने करियर और जॉब की वजह से प्रेग्नेंसी में देरी चाहते हैं या कई बार महिलाओं में कुछ मेडिकल कंडीशन जैसे बच्चेदानी में परेशानी आदि के चलते वह अपना अंडा निकलवाकर उसे अपने पति के स्पर्म के साथ फर्टिलाइज करवाकर एम्ब्रियो को फॉर्म में फ्रीज कर सकती हैं। बाद में सेरोगेसी की मदद से वह मां बन सकती हैं।
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