क्या है पीएमएस प्रॉब्लम, जानें इसके लक्षण और साथ ही समस्या से निपटने के कारगर उपाय
पीरियड्स से पहले मूड स्विंग्स चिड़चिड़ापन नींद डिस्टर्ब वजन बढ़ने की समस्या पीएमएस की समस्या हो सकती है। तो इस समस्या से कैसे निपटें ये जानना जरूरी है क्योंकि ज्यादातर महिलाएं पेन किलर को इसका सिंपल उपाय मानती हैं।
पीएमएस यानी प्री मेंस्ट्रुअल सिंड्रोम, जो महिलाओं में आम लेकिन बहुत ज्यादा परेशानी करने वाली समस्या है। पीरियड्स आने के 5-6 दिन पहले इसके लक्षण दिखाई देना शुरु हो जाते हैं। कई बार तो पीरियड्स के पहले और बाद में भी इसके लक्षण बने रहते हैं। आइए जान लेते हैं क्या है यह समस्या।
पीएमएस के लक्षण
दिनभर थकान, मूड स्विंग्स, सिरदर्द, माइग्रेन, चिड़चिड़ापन, जी मचलना, मांसपेशियों में ऐंठन या पीठ के निचले हिस्से में दर्द, कमज़ोर या सूजे हुए स्तन, पेट में मरोड़, पिंपल्स, नींद न आना, गले में दर्द, दिनभर कुछ न कुछ खाने की इच्छा करते रहना पीएमएस के दौरान दिखाई देते हैं। पेट का निचले हिस्से में सूजन रहती है।
क्या हैं इसके उपाय
लाइफस्टाइल में बदलाव: पीएमएस की परेशानी है तो उसे दूर करने के लिए और अगर नही है तो उससे बचने के लिए सबसे पहले लाइफस्टाइल में सुधार करें। एल्कोहल और स्मोकिंग पूरी तरह से अवॉयड करें।
डाइट में बदलाव: सही और बैलेंस डाइट से कई सारे रोगों को दूर रखा जा सकता है तो इस समस्या का समाधान में भी डाइट अहम भूमिका निभाता है। ताजे मौसमी फल, सब्ज़ियां, प्रोटीन्स, एमिनो एसिड्स को डाइट में जगह दें और भरपूर मात्रा में पानी पीती रहें।
एक्सरसाइज़ की शुरुआत; एक्सरसाइज से न सिर्फ बॉडी फिट रहती है बल्कि कई ऐसे हॉर्मोन्स भी रिलीज़ होते हैं जिनकी हमारी बॉडी को जरूरत होती है। तो योग, डांस, एरोबिक्स जो भी आपको पसंद हो उसे अपने रूटीन का हिस्सा बनाएं। इससे डिप्रेशन, चिंता, तनाव और नींद की समस्याओं में आराम मिलता है।
रेस्ट करना: पीरियड्स के दौरान भागदौड़ करने से दर्द और बढ़ सकता है इसलिए शरीर को आराम दें। यहां तक कि हैवी वर्कआउट करने से भी बचें।
दवाओं का सेवन: पीएमएस में बिना डॉक्टर की सलाह के खुद से किसी भी प्रकार की दवाएं न लें। इससे परेशानी दूर होने की जगह बढ़ सकती है।
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