Weight Loss Tips: समर सीजन में वेट लॉस के लिए रोजाना पिएं ये जूस
जानकारों की मानें तो तरबूज में 94 प्रतिशत पानी होता है। इसमें फायबर पाया जाता है। तरबूज को समर फ्रूट (गर्मियों का फल) कहा जाता है। बढ़ते वजन से परेशान लोगों को समर सीजन में रोजाना तरबूज का जूस पीना चाहिए। इससे शरीर हायड्रेट रहता है।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Weight Loss Tips: बढ़ते वजन को कंट्रोल करने के लिए कैलोरी काउंट जरूरी है। साथ ही रोजाना कैलोरी गेन के समानुपात में बर्न भी करें। इससे मोटापे को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। विशेषज्ञों की मानें तो महज खाने से कैलोरी नहीं बढ़ती है, बल्कि ड्रिंक (पेय पदार्थ) से भी कैलोरी गेन होती है। इसके लिए कोल्ड ड्रिंक समेत बाजार में उपलब्ध जूस से परहेज करें। इनमें कैलोरी अधिक होती है। इससे मोटापा का खतरा बढ़ जाता है। इसके बदले में घर पर ही ताजे फलों का जूस बनाकर पिएं। खासकर गर्मी के दिनों में शरीर को हायड्रेट करने वाले कई फल मिल जाते हैं। इनमें कैलोरी बहुत कम होती है। इन ड्रिंक्स से शरीर हायड्रेट और वजन कंट्रोल में रहता है। आइए जानते हैं-
तरबूज का जूस पिएं
जानकारों की मानें तो तरबूज में 94 प्रतिशत पानी होता है। इसमें फायबर पाया जाता है। तरबूज को समर फ्रूट (गर्मियों का फल) कहा जाता है। बढ़ते वजन से परेशान लोगों को समर सीजन में रोजाना तरबूज का जूस पीना चाहिए। इससे शरीर हायड्रेट रहता है। वहीं, फाइबर के चलते पेट देर तक भरा रहता है। इससे क्रेविंग यानी बार-बार खाने की समस्या से निजात मिलता है।
खीरे का जूस पिएं
खीरे में कलौरीज बहुत कम होती है। इससे वेट गेन यानी वजन बढ़ने का खतरा कम हो जाता है। साथ ही इसमें फाइबर पाया जाता है, जिससे बार-बार खाने की आदत से भी छुटकारा मिलता है और खाना देर से पचता है। विशेषज्ञ मोटापे से परेशान लोगों को Cucumber Diet Plan फॉलो करने की सलाह देते हैं। इसके लिए आप रोजाना खीरे का जूस जरूर पिएं।
चुकंदर का जूस पिएं
इसमें फाइबर, फोलेट, मैंगनीज, पोटैशियम, आयरन और विटामिन-सी प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। फाइबर रिच युक्त जूस पीने से बढ़ते वजन को इंस्टेंट कंट्रोल किया जा सकता है। इसके लिए समर सीजन में रोजाना सुबह में खाली पेट चुकंदर का जूस जरूर पिएं। आप इनमें से किसी एक जूस का सेवन रोजाना करें।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।