अनहेल्दी लाइफस्टाइल है बढ़ते मोटापे की वजह, इन आसान तरीकों से करें कंट्रोल
अनहेल्दी लाइफस्टाइल का नतीजा है मोटापा जो कई रोगों को बुलावा देता है। बावजूद इसके लाइफस्टाइल में योग और एक्सरसाइज को शामिल कर और डाइट में बदलाव कर मोटापे को दे सकते हैं मात।
मोटापा इंसान का सबसे बड़ा शत्रु है। मोटापा अनेक रोगों-डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, हृदयरोग, कब्ज और कोलेस्ट्रॉल आदि रोगों का मुख्य कारण है। एक सामान्य वजन के व्यक्ति की तुलना में मोटापा होने से हृदय रोग और लकवा की आशंका दोगुना और डायबिटीज की आशंका तीन गुना अधिक होती है। जोड़ों के दर्द, गुर्दे(किडनी) और पित्ताशय की पथरी(गाल ब्लैडर स्टोन), गठिया, आदि समस्याएं मोटापे के प्रमुख कारण हैं।
मोटापे के कारण जीवनपद्धति बदल जाती है और आयु भी ज्यादा दिखने लगती है। किशोर अवस्था में मोटापे के कारण 35 वर्ष की आयु तक हृदयरोग, हाई ब्लडप्रेशर और डायबिटीज की आशंका अधिक होती है।
बढ़ती वसा ज्यादा नुकसान
अनेक शोध-अनुसंधानों से यह पता चला है कि यदि पेट पर वसा अधिक है, तो हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और हृदयरोग से मौत होने की आशंका अधिक होती है। वसा(फैट) पेट पर नाशपाती की या फिर सेब की शक्ल में जमा हो जाती है, तो यह स्थिति स्वास्थ्य की दृष्टि से हानिकारक है। हृदयरोगों और डायबिटीज का मुख्य कारण वसा का पेट पर जमा होना है। यदि वसा जांघों अथवा कूल्हे पर जमा हो, तो वह महिलाओं में हृदयरोग और डायबिटीज के लिए घातक नहीं है।
श्रम का अभाव और गलत खानपान
मोटापे का एक मुख्य कारण है शारीरिक परिश्रम की कमी। नियमित रूप से व्यायाम न करना। इसलिए मोटापे से बचने के लिए व्यायाम करना जरूरी है। जंक फूड्स, तली-भुनी चीजें जैसे समोसा, कचौड़ी, आलू चिप्स, विभिन्न प्रकार के नमकीन न खाएं। अगर हम रोजाना अपनी डाइट में 100 कैलोरी से ज्यादा लेते हैं, तो एक साल में 10 पौंड वजन बढ़ जाता है। एक सामान्य वजन के व्यक्ति की तुलना में मोटे लोग अपनी दवाओं पर चार गुना अधिक खर्च करते हैं। आरामपसंद लोगों को हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल से संबंधित समस्याएं अधिक होती हैं। अगर सामान्य से वजन तीस पौंड अधिक हो जाता है तो उच्च रक्तचाप, डायबिटीज व रक्त में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ जाती है। अगर सामान्य पुरुष के आहार में वसा की मात्रा 25 प्रतिशत से अधिक और महिलाओं में 33 प्रतिशत से अधिक है तो उन्हें मोटापे की श्रेणी में रखा जाता है। शारीरिक श्रम करते रहना चाहिए शारीरिक श्रम से आत्म-अनुशासन बढ़ता है। निराशा नहीं रहती। चित्त उमंग, उल्लास एवं उत्साह से परिपूर्ण रहता है। रोजाना एक घंटा व्यायाम कर स्वस्थ्य, सुखी व निरोग जीवन व्यतीत कर सकते हैं।
बॉडी मास इंडेक्स से पहचान
बॉडी मास इंडेक्स(BMI) द्वारा आम तौर पर मोटापे की पहचान कर ली जाती है। बॉडी मास इंडेक्स किलोग्राम वजन की लंबाई / से.मी.से भाग देकर तय किया जाता है। भारतीयों में सामान्य बॉडी मास इंडेक्स 23 से 25 प्रतिशत के बीच अधिक वजन और 25 प्रतिशत से अधिक बॉडी मास इंडेक्स को मोटोपे की श्रेणी में रखा जाता है।
जरूरी है व्यायाम
व्यायाम के अंतर्गत आप योगासन और प्राणायाम के प्रभावों से आप सभी अवगत हैं। योग विशेषज्ञ से परामर्श लेकर आप योगासन व प्राणायाम कर सकते हैं। इसके अलावा जॉगिंग या फिर स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज भी कर सकते हैं।
सुबह की सैर के लाभ
मेरी राय में एक वयस्क स्वस्थ व्यक्ति को लगभग 10 हजार कदम (लगभग 4 से 5 किमी.)प्रतिदिन पैदल चलने की आदत डालनी चाहिए। यह तभी संभव है
1. जब प्रत्येक पुरुष सुबह लगभग 1 घंटे तक टहलने की आदत डाले।
2. प्रात:कालीन भ्रमण एक सहज, सुगम व्यायाम है। इससे मांसपेशियों में रक्त प्रवाह सुचारु रूप से होता है।
3. मस्तिष्क तरोताजा होता है और रक्त में ग्लूकोज की मात्रा कम होती है।
4. सुबह की सैर हाई ब्लड प्रेशर कम करने में सहायक है।
5. रक्त में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कम होती है और मासपेशियां सुडौल बनती हैं।
6. अपनी आयु एवं शारीरिक क्षमता के अनुसार सुबह की सैर हाई ब्लड प्रेशर कम करने में सहायक है।
सार्थक सुझाव
जिन परिवारों में मोटापा अधिक है या जिन परिवार के सदस्यों में डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, हृदयरोग और कोलेस्ट्रॉल की मात्रा अधिक है, तो ऐसे लोगों को बचपन से ऐसे आहार ग्रहण की आदत डालनी चाहिए जिससे उनका वजन सामान्य रहे।
- बाजार में उपलब्ध आहार, फास्ट फूड्स, नमकीन, कचौड़ी, समोसे, तली हुई चीजों से परहेज रखें।
- सूखे मेवे जैसे अखरोट, मूंगफली, बादाम, काजू स्वास्थ्यवर्धक हैं।
- मीठे पदार्थ, घी से बनी-तली चीजों से परहेज करें। चॉकलेट, शीतल पेय, आइसक्रीम का सेवन जितना कम हो, उतना ही स्वास्थ्य के लिए अच्छा है।
- हमारा वजन तभी बढ़ता है जब हम अपने आहार के बीच में कुछ न कुछ मुंह में डालते जाते हैं। नाश्ते, लंच अथवा डिनर के बीच भुने चने और फलों का सेवन करना चाहिए।
- यदि दिन में अपने आहार में 5 से 6 बार हरी सब्जियां, फल, दाल आदि लें तो मोटापे से बचे रहेंगे। इसी तरह - डायबिटीज, हृदयरोग और हाई प्रेशर से भी अपना बचाव कर सकते हैं। याद रहे, हम आहार जिंदा रहने के लिए ग्रहण करते हैं, न कि खाने के लिए जिंदा हैं।
डॉ. अनिल चतुर्वेदी (फिजीशियन प्रिवेंटिव हेल्थ व जीवन शैली रोग विशेषज्ञ, दिल्ली)
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