Dengue Fever: डेंगू बुखार हो गया है, तो इन आयुर्वेदिक उपायों से मिल सकता है जल्द आराम
डेंगू के लिए अभी तक कोई खास इलाज नहीं है इसलिए इसका इलाज में लक्षणों को ठीक करने पर ज़ोर होता है। ऐसे में आयुर्वेद में कुछ उपाय हैं जो आपकी इस बुखार से उबरने में मदद कर सकते हैं।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Dengue Fever: डेंगू बुखार एक फ्लू जैसी बीमारी है, जो एडीज एजिप्टी प्रजाति की मादा मच्छरों के कारण होती है। ये बीमारी तापमान में बदलाव, बारिश और उमस के मौसम में भयानक रूप ले लेती है। डेंगू बुखार के आम लक्षणों में- उल्टी, भयानक सिर दर्द, मतली, त्वचा पर चकत्ते, जोड़ों में दर्द, आंखों के पीछे दर्द और मांसपेशियों में दर्द शामिल हैं।
इन लक्षणों का अगर समय पर इलाज न किया जाए, तो ये बीमारी गंभीर रूप ले सकती है। समय पर इलाज न होने से थकान, उल्टी में खून, लगातार उल्टी, मसूड़ों से खून आना, बेचैनी, गंभीर पेट दर्द और तेज़ी से रक्तस्राव जैसी जटिल समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
डेंगू के लिए अभी तक कोई खास इलाज नहीं है, इसलिए इसका इलाज में लक्षणों को ठीक करने पर ज़ोर होता है। ऐसे में आयुर्वेद में कुछ उपाय हैं, जो आपकी इस बुखार से उबरने में मदद कर सकते हैं।
डेंगू बुखार के लिए आयुर्वेदिक इलाज
डॉक्टर द्वारा दी गईं दवाओं के साथ-साथ आप बीमारी से जल्दी उबरने के लिए आयुर्वेद का सहारा ले सकते हैं।
पपीते के पत्ते: पपीते के पत्ते बहुत लंबे समय से डेंगू के इलाज के लिए एक लोकप्रिय उपाय है। यह रोगियों में डेंगू के लक्षणों से राहत और प्रतिरक्षा को बढ़ाकर डेंगू के उपचार में मदद कर सकता है। आप इसके पत्तों का रस निकालकर इसे कम से कम दिन में दो बार पिएं।
नारियल पानी: उल्टियां होना डेंगू के आम लक्षणों में से एक है। जो शरीर में पानी की कमी कर देता है। ऐसे में डिहाइड्रेशन से बचने के लिए नारियल पानी आपकी मदद कर सकता है। नारियल पानी को अपनी डाइट में ज़रूर शामिल करें।
मेथी: मेथी के कई लाभों में से एक यह हैं कि ये शक्तिशाली दर्द निवारक दवा भी है। मेथी को रातभर पानी में भिगो कर रखें और सुबह इसे छान कर पी लें।
संतरे का जूस: विटामिन-सी इम्यून सिस्टम को बढ़ावा देने में मदद करता है। संतरे का जूस पीने से न सिर्फ आपकी इम्यूनिटी मज़बूत होगी बल्कि शरीर को हाइड्रेशन भी मिलेगा।
नीम के पत्ते: नीम के पत्तों में जादुई मेडिकल गुण होते हैं। ये शरीर में वायरस के विकास और प्रसार को बाधित करने में बड़ा योगदान दे सकते हैं। यह प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने के साथ श्वेत रक्त कोशिका प्लेटलेट्स और रक्त प्लेटलेट काउंट को भी बढ़ाने में मदद कर सकता है। इसे पानी में कुछ देर उबालें और फिर छान कर पी लें।
Disclaimer: लेख में दिए गए सुझाव और टिप्स सिर्फ सामान्य जानकारी के उद्देश्य के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। आयुर्वेद इलाज के बारे में ज़्यादा जानकारी या लेख में दिए गए उपायों को अपनी डाइट में शामिल करने से पहले अपने डॉक्टर या आहार विशेषज्ञ से ज़रूर सलाह लें।