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Panic Attack Cure: कहीं आपका बेवजह का डर पैनिक डिसऑर्डर तो नहीं?

Panic Attack Cure पैनिक डिसऑर्डर एंग्जायटी डिसऑर्डर का ही एक हिस्सा है। ये एक ऐसी स्थिति है जिसमें इंसान हर वक्त डर के महौल में रहता है। ऐसे इंसान को घबराहट पसीना आना हाथ पैरों में झनझनाहट होना सांस लेने में दिक्कत हो सकती है।

By Shilpa SrivastavaEdited By: Published: Wed, 25 Nov 2020 03:57 PM (IST)Updated: Wed, 25 Nov 2020 06:50 PM (IST)
Panic Attack Cure: कहीं आपका बेवजह का डर पैनिक डिसऑर्डर तो नहीं?
अकेलापन और नकारात्मकता हावी हो गई है तो तुरंत लक्षणों को पहचान कर डॉक्टर से संपर्क करें

नई दिल्ली,लाइफस्टाइल डेस्क। पैनिक डिसऑर्डर एक ऐसा मनोरोग है जिससे पीड़ित इंसान डर और खौफ के साये में रहता है। इस रोग से पीड़ित इंसान इतना ज्यादा डर जाता है कि उसे हर वक्त ऐसा महसूस होता है जैसे वो किसी बड़ी बीमारी या किसी बड़ी परेशानी में है। पीड़ित इनसान का दिल जोर-जोर से धड़कने लगता है, उसे सांस लेने तक में दिक्कत होती है। इस बीमारी की चपेट में आया इंसान इतना डर जाता है कि उसे हर गतिविधि से डर लगता है। कोरोनाकाल में इस तरह के मरीजों में बढ़ोतरी हुई है।

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इस बीमारी से पीड़ित मरीज डर कर घर में ही रहना पसंद करते हैं। उन्हें हर वक्त मौत का डर सताता रहता है।इए जानते हैं इस बीमारी के बारे में और उसके बेहतर उपचार के बारे में भी।

पैनिक डिसऑर्डर क्या है?

पैनिक डिसऑर्डर एंग्जायटी डिसऑर्डर का ही एक हिस्सा है। पैनिक डिसऑर्डर एक ऐसी स्थिति है जिसमें इंसान हर वक्त एक डर के महौल में जीना शुरू कर देता है। ऐसे इंसान को हर दूसरे पल की चिंता रहती है। उसे घबराहट, पसीना आना, हाथ पैरों में झनझनाहट होना, सांस लेने में दिक्कत होने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। पैनिक अटैक की अवधि दस मिनट या इससे अधिक तक हो सकती है और इसके लक्षण हार्ट अटैक की तरह प्रतीत हो सकते हैं। एक अध्ययन में पता चला है कि शहरों में रहने वाले 30 फीसद लोग जिंदगी में कम से कम एक बार पैनिक अटैक का सामना कर चुके हैं। इस बीमारी से मुक्ति पाना कोई मुश्किल काम नहीं है। आप अपने खान-पान और लाइफस्टाइल में बदलाव करके इस बीमारी से मुक्ति पा सकते हैं।

पैनिक अटैक से बचने के लिए डाइट में करें बदलाव

बादाम:

बादाम पैनिक अटैक को कम कर सकते हैं। बादाम में पोटेशियम, कैल्शियम और मैग्नीशियम जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्वों और मिनरल प्रचुर मात्रा में पाये जाते हैं, जो नर्वस सिस्‍टम के कामकाज में सुधार करने के साथ ही दिमाग को भी सेहतमंद रखने में मदद करते हैं।

ग्रीन टी करेगी इस परेशानी का इलाज

ग्रीन टी में एंटीऑक्‍सीडेंट और पॉलीफिनॉल मस्तिष्‍क के तनाव को कम करने और मोनोमाइन ऑक्सीडेज की गतिविधि को कम कर मस्तिष्क की कोशिकाओं और ऊतकों के स्वास्थ रखने में मदद करता है।

संतरे:

विटामिन सी का स्रोत संतरा आपके ब्लडप्रेशर को कंट्रोल करने के साथ ही पैनिक अटैक को भी कम करता है। संतरा पैनिक अटैक के दौरान न्‍यूरॉन्‍स को शांत करने में मदद करता है।

कॉगनिटिव-बिहेवियरल थेरेपी:

इस थेरेपी और दवाओं के माध्यम से पैनिक अटैक का इलाज किया जा सकता है। कई दवाइयां इस समस्या के इलाज में कारगर हैं। दवाओं के साथ साइकोथेरेपी देने से जल्दी राहत मिलती है। पैनिक अटैक के मरीजों को शराब और कॉफी का सेवन नहीं करना चाहिए।

इन उपायों से मिलेगी फौरन राहत

  • जब आपको कभी अचानक से घबराहट होने लगे या फिर चक्‍कर आने लगे तो आप गहरी सांसें लेना शुरू कर दें।
  • नाक से जल्दी सांस लें, उसके बाद सांस को थोड़ा सा रोककर फिर से लंबी-लंबी सांस लें।
  • मुंह से भी ऑक्‍सीजन लेने की कोशिश करें। कुछ देर मुंह में सांस रोककर फिर से मुंह में ऑक्‍सीजन भरें।
  • मन में नकारात्‍मक विचारों को आने से रोकें।

             Written By :Shahina Noor


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