World Physiotherapy Day 2022: समय के साथ स्मार्ट हो रही फीजियोथेरेपी, बिना दवाई मिल रहा मरीजों को स्वास्थ्य लाभ
गुरुग्राम के वरिष्ठ फीजियोथेरेपिस्ट डा. सर्वोत्तम चौहान ने बताया कि हर वर्ष आठ सितंबर को पूरी दुनिया में वर्ल्ड फीजियोथेरेपी दिवस मनाया जाता है। फीजियोथेरेपी चिकित्सा विज्ञान की ऐसी चिकित्सा पद्धति है जिसमें गंभीर रोगों का उपचार आसानी से किया जाता है।
गुरुग्राम, जेएनएन। जोड़ों का दर्द, क्षतिग्रस्त हड्डी और मांसपेशियों से जुड़ी समस्याओं का समाधान स्थिति के अनुसार, सर्जरी व दवाओं से किया जाता है। इसके साथ ही चिकित्सक इस तरह की परेशानियों में फीजियोथेरेपी की भी मदद लेते हैं। फीजियोथेरेपी के माध्यम से क्षतिग्रस्त जोड़ व मांसपेशियों की अकड़न को स्वस्थ कर दोबारा यथास्थिति में लाने की कोशिश की जाती है। समय के साथ फीजियोथेरेपी चिकित्सक द्वारा कराई जाने वाली एक्सरसाइज मात्र नहीं रही, बल्कि इसमें तरह-तरह की आधुनिक मशीनों व तकनीक का भी प्रयोग होने लगा है।
थेरेपी की कुछ खास विधियां
हाई पावर लेजर एक आधुनिक तकनीक है, इससे कोशिकाओं की क्षति दुरुस्त की जाती है। मांसपेशियों की एट्रोफी को ठीक करने के लिए इलेक्ट्रोथेरेपी का प्रयोग किया जाता है। इससे जोड़ व मांसपेशियों की वे समस्याएं ठीक होती हैं, जिनसे दिनचर्या प्रभावित होती है। जोड़ों की मांसपेशियों को सक्रिय करने के लिए ड्राई नीडीलिंग का प्रयोग किया जाता है। ये विधि एक्यूपंक्चर की तरह होती है। इसी तरह एक्सरसाइज का प्रयोग फीजियोथेरेपिस्ट मसल्स व जोड़ों से जुड़ी कई समस्याओं को दूर करने में करते हैं। इससे जोड़ों व हिप की मोबिलिटी व शक्ति बढ़ती है और मांसपेशियां व जोड़ अपना कार्य ठीक से करने लगते हैं। बैलेंस ट्रेनिंग, गेट ट्रेनिंग आदि से मांसपेशियों व जोड़ों की क्षति की रिकवरी भी बहुत तेजी से होती है।
इसका रखें ध्यान
फीजियोथेरेपी का सही फायदा तभी मिलता है, जब इसे प्रशिक्षित थेरेपिस्ट से करवाया जाता है। ऐसा करने से आपको इसका पूरा लाभ मिलेगा। अनुभवी थेरेपिस्ट मरीज की शारीरिक स्थिति और रोग के उपचार की आवश्यकता के अनुसार ही थेरेपी देता है। इसमें कई चरण होते हैं, जिसे पूरा करना भी जरूरी है। कई बार लोग प्रारंभिक राहत मिलने के बाद थेरेपी लेना बंद कर देते हैं, यह तरीका बहुत गलत है।
फायदे
- काम करते समय सही तरह से बैठना सीखना
- मांसपेशियों की अकड़न व ऐंठन को कम करने के लिए
- मांसपेशियों के खिंचाव और लचीलेपन लाने के लिए
- सर्जरी के बाद रिकवरी से उबरने के लिए
- घुटने या कूल्हे की सर्जरी के उपचार में