Blood Sugar Testing Tips: जानें, सप्ताह में कितनी बार और कैसे ब्लड शुगर जांच करें
Blood Sugar Testing Tips डायबिटीज के मरीजों को अपने स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देना चाहिए। इसके लिए संतुलित खानपान लें और वर्कआउट करें। साथ ही चीनी और चीनी से बनी चीज़ों को खाने से परहेज करें। जबकि समय-समय पर ब्लड शुगर लेवल की भी जांच करें।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Blood Sugar Testing Tips: कोरोना वायरस महामारी के दौरान सेहतमंद रहना बड़ी चुनौती है। इस वायरस के संक्रमण से बचने के लिए इम्यून सिस्टम मजबूत होना बेहद जरूरी है। जिन लोगों की इम्युनिटी कमजोर होती है। उन्हें कोरोना वायरस संक्रमण का खतरा अधिक रहता है। जबकि मोटापा, डायबिटीज, ह्रदय और उच्च रक्तचाप से परेशान लोगों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है।
खासकर डायबिटीज के मरीजों को अपने स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देना चाहिए। इसके लिए संतुलित खानपान लें और वर्कआउट करें। साथ ही चीनी और चीनी से बनी चीज़ों को खाने से परहेज करें। जबकि समय-समय पर ब्लड शुगर लेवल की भी जांच करें। चूंकि वर्तमान समय में बार-बार हॉस्पिटल जाना सही नहीं है। इसके लिए घर पर ही ब्लड शुगर जांच करें। हालांकि, कई लोगों को यह नहीं पता होता है कि ब्लड शुगर लेवल जांच कैसे करें और सप्ताह में कितनी बार करें। अगर आपको भी नहीं पता है, तो आइए जानते हैं-
ब्लड शुगर जांच कैसे करें
ब्लड शुगर जांच के लिए सबसे पहले अपने हाथों को अच्छे से धो लें। इसके लिए साफ पानी और हैंड वॉश का यूज़ करें। अब अपने हाथों को अच्छी तरह से सूखा लें। आप चाहे तो रुई और डेटॉल की मदद से भी उस उंगली को साफ़ कर लें, जिस उंगली में टेस्ट करनी है। इसके बाद ग्लूकोज मीटर को फिक्स करें और ब्लड शुगर जांच करने वाले उपकरण की मदद से किसी उंगली से ब्लड निकालें। इसके बाद यह ब्लड ग्लूकोमीटर पर लगाकर रखें। कुछ देर में आपको ब्लड शुगर लेवल का पता चल जाएगा।
सप्ताह में कितनी बार ब्लड शुगर जांच करें
विशेषज्ञों की मानें तो दवा पर निर्भर रहने वाले और ब्लड शुगर नियंत्रित रखने वाले डायबिटीज के मरीजों को सप्ताह में केवल दो बार ब्लड शुगर की जांच करनी चाहिए। जबकि इंसुलिन थेरेपी लेने वाले मरीजों को दिन में दो बार ब्लड शुगर की जांच करनी चाहिए। इससे ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद मिलती है।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।