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Karela For Diabetes: डायबिटीज़ में इसलिए फायदेमंद होता है करेले का जूस!

Karela For Diabetes मधुमेह की वजह से असमय मौत भी हो सकती है। क्या आप जानते हैं कि डायबिटीज़ के मरीजों के लिए करेले का जूस किसी अमृत से कम नहीं।

By Ruhee ParvezEdited By: Published: Mon, 27 Jul 2020 03:30 PM (IST)Updated: Tue, 28 Jul 2020 10:30 AM (IST)
Karela For Diabetes: डायबिटीज़ में इसलिए फायदेमंद होता है करेले का जूस!

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Karela For Diabetes: आजकल की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में अनियमित जीवनशैली की वजह से मधुमेह एक ऐसी बीमारी है जो आम हो गई है। मधुमेह को धीमी मौत भी कहा जाता है। यह ऐसी बीमारी है जो एक बार किसी के शरीर को पकड़ ले तो उसे फिर जीवन भर नहीं छोड़ती। इस बीमारी का जो सबसे बुरा असर यह पड़ता है कि इसकी वजह से शरीर कई और बीमारियों की चपेट में आ जाता है।  

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मधुमेह के मरीजों के लिए इस बीमारी से लड़ना काफी मुश्किल हो जाता है। इस बीमारी से जूझ रहे लोगों को एक निश्चित डाइट और वर्कआउट करने की ज़रूरत होती है। मरीज़ अगर इस बीमारी को गंभीरता से नहीं लेते हैं, तो मोटापा और स्ट्रोक इसके दुष्परिणाम के तौर पर देखने को मिलते हैं। कई मामलों में इसकी वजह से असमय मौत होना भी पाया गया है। ऐसे में क्या आप जानते हैं कि डायबिटीज़ के मरीजों के लिए करेले का जूस किसी अमृत से कम नहीं होता है।

बेहद फायदेमंद है करेला

करेला कड़वा जरूर होता है, मगर इसके फायदे कई हैं। करेले की सब्ज़ी या जूस हर कोई पसंद नहीं करता। बच्चे तो करेले के नाम से ही दूर भागते हैं। डायबिटीज़ के मरीज़ अगर नियमित रूप से करेले का जूस पीते हैं, तो वह इस बीमारी से आसानी से लड़ सकते हैं। करेले का जूस प्राकृतिक तरीके से शरीर में ब्लड शुगर लेवल को सामान्य रखता है। यह शरीर में इंसुलिन को एक्टिव करता है और ऐसा होने पर शरीर में मौजूद शुगर पर्याप्त रूप से प्रयोग होती है और यह फैट में तब्दील नहीं होती है।

करेले में हैं एंटी डायबिटीज़ प्रोपर्टीज़

करेले में एंटी डायबिटिक्स प्रॉपर्टीज पाई जाती हैं। इसमें मौजूद चरनटीन से ब्लड ग्लूकोज़ कम होता है। करेले में पॉलीपेप्टाइड-पी या पी-इंसुलिन भी पाया जाता है, जो प्राकृतिक तरीके से डायबिटीज़ को कंट्रोल करता है। 

ऐसे बनाएं करेले का जूस

करेले का जूस बनाने के लिए आप ताज़े करेलों को छील लें। इसके बाद उसे छोटा-छोटा काट लें। इसके बीज अलग करके आधे घंटे तक पानी में रख दें। इसके बाद करेले को जूसर में डालें, साथ ही इसमें थोड़ा नींबू निचोड़ दें और आधा चम्मच नमक डाल दें। करेले की कड़वाहट को कम करने के लिए आप जूस में थोड़ा शहद डाल सकते हैं। नियमित रूप से इसका सेवन करने वालों को खुद शरीर में इसके फायदे नज़र आते हैं।

Disclaimer: इस लेख को सिर्फ एक सलाह के रूप में देखें। यह डायबिटीज़ का इलाज नहीं है। ज़्यादा जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से संपर्क करें। 


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