Diabetes Diet: शुगर कंट्रोल करने के लिए अपनी डाइट में जरूर शामिल करें कटहल
इस रिसर्च से पता चलता है कि कटहल एक डायबिटिक एजेंट के रूप काम करता है जो ग्लाइकेटेड हीमोग्लोबिन के स्तर (HbA1c) को कम कर सकता है। डॉक्टर्स भी डायबिटीज के मरीजों का कटहल के फल अथवा कटहल की सब्जी खाने की सलाह देते हैं।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Diabetes Diet: कटहल भार के अनुसार दुनिया का सबसे बड़ा फल है। इसके एक फल का वजन लगभग 20 किलो तक होता है। कटहल को अंग्रेजी में जैकफ्रूट कहा जाता है। यह फल भारत समेत दक्षिण एशिया के कई देशों में पाया जाता है। बांग्लादेश और श्रीलंका का यह राष्ट्रीय फल है। जबकि भारत के केरल और तमिलनाडु राज्यों में इसे राज्य फल का दर्जा मिला है। देश के कई राज्यों में इसकी खेती की जाती है। इसमें औषधीय गुण पाए जाते हैं जो कई रोगों में कारगर साबित होते हैं। खासकर डायबिटीज में यह दवा समान है। कई रिसर्च में खुलासा हुआ है कि डायबिटीज के मरीजों को कटहल का सेवन करना फायदेमंद साबित हो सकता है। अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं, तो कटहल को अपनी डाइट में जरूर जोड़ें। आइए जानते हैं कि रिसर्च क्या कहती है-
Journal of Medical and Bioengineering की एक रिसर्च के अनुसार, इंडोनेशिया में कटहल का इस्तेमाल दवा के रूप में किया जाता है। इसमें एंटीबैक्टीरियल, एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-डायबिटिक एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटीहेल्मिन्थिक्स (यानी एंटीपैरासिटिक दवाओं का एक समूह, जो शरीर से परजीवी कीड़े को बाहर निकालने में मदद करते हैं ) के गुण पाए जाते हैं जो भिन्न-भिन्न बीमारियों में फायदेमंद होते हैं। खासकर डायबिटीज में कटहल हीमोग्लोबिन के ग्लाइकेशन को रोकने में सक्षम हो सकता है।
ऐसा कटहल में लाइकोपीन, एसिड-कैरोटीन और एस्कॉर्बिक एसिड की उपस्थिति के कारण होता है। इसके अतिरिक्त कटहल में एंटीऑक्सिडेंट के गुण भी हीमोग्लोबिन ग्लाइकेशन को रोकने में सहायक होते हैं। इस रिसर्च से पता चलता है कि कटहल एक डायबिटिक एजेंट के रूप काम करता है जो ग्लाइकेटेड हीमोग्लोबिन के स्तर (HbA1c) को कम कर सकता है। डॉक्टर्स भी डायबिटीज के मरीजों का कटहल के फल अथवा कटहल की सब्जी खाने की सलाह देते हैं। ऐसे में मधुमेह से पीड़ित लोगों को कटहल का जरूर सेवन करना चाहिए।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।