नामुमकिन नहीं है दिल की बीमारियों से बचाव, बस करने होंगे अपनी दिनचर्या में ये छोटे-मोटे बदलाव
आंकड़ों की मानें तो पूरी दुनिया में हर साल दिल के दौरे से एक करोड़ से भी ज्यादा लोगों की मृत्यु हो जाती है। इनमें से 50 प्रतिशत लोग अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ देते हैं। तो जानते हैं इसकी रोकथाम के लिए क्या करना रहेगी सही।
वर्तमान की बात करें तो लोग अव्यवस्थित दिनचर्या, तनाव, गलत खान-पान, पर्यावरण प्रदूषण और अन्य कारणों की वजह से तेजी से हृदय रोग की चपेट में आ रहे हैं। पहले बुजुर्गों में होने वाली हृदय से जुड़ी समस्याएं अब कम उम्र के लोगों को भी अपने चपेट में ले रही हैं।
इस ओर दें खास ध्यान
दिल की बीमारियों से बचने के लिए बॉडी में कैलोरी, वसा, कोलेस्ट्रॉल और सोडियम की मात्रा को निर्धारित करना बेहद जरूरी है। जिसके लिए घी, मक्खन और तली-भुनी चीज़ों का सेवन कम से कम करना चाहिए। साथ ही हल्के-फुल्के व्यायाम के साथ सुबह-शाम टहलने की आदत को भी अपनी दिनचर्या में शामिल करें। जिससे काफी हद तक आप इस खतरे को टाल सकते हैं।
कोलेस्ट्रॉल है ज्यादा खतरनाक
कोलेस्ट्रॉल एक केमिकल कंपाउंड है, जो हमारे लीवर में होता है और हमारे शरीर में नई कोशिकाओं व हार्मोंस को व्यवस्थित करने में सहायक होता है। हमारे शरीर को जब भी कोलेस्ट्रॉल की जरूरत होती है, तो लीवर इसे निकाल देता है और शरीर अपनी आवश्यकता को पूर कर लेता है, लेकिन जो भी अतिरिक्त कोलेस्ट्रॉल हमारे शरीर में जमा होता है, वह शरीर के लिए नुकसानदायक कोलेस्ट्रॉल बन जाता है। इस कोलेस्ट्रॉल को एलडीएल कहते हैं। एलडीएल हमारे शरीर के रक्त प्रवाह को बाधित कर देता है, जिससे दिल और दिमाग पर बुरा असर पड़ता है और यह जानलेवा भी साबित हो सकता है। इसी वजह से डेयरी उत्पाद या अन्य फैट युक्त चीज़ों के ज्यादा इस्तेमाल से बचना चाहिए, जिससे कोलेस्ट्रॉल का लेवल कंट्रोल में रहे और हार्ट हेल्दी रहे।
ब्लड प्रेशर का बढ़ना-घटना भी है नुकसानदायक
ब्लडप्रेशर का बढ़ना अथवा घटना दोनों ही हमारे शरीर के लिए नुकसानदायक हैं। ब्लडप्रेशर के हाई हो जाने से हृदय को नुकसान पहुंचता है। यह धड़कन को बढ़ा देता है, जिसके कारण दिल सही तरीके से काम नहीं कर पाता है। हेल्दी हार्ट के लिए ब्लड प्रेशर पर नियंत्रण अत्यंत आवश्यक है। लगातार चलने वाली रिसर्च से यह ज्ञात होता है कि ज्यादा तनाव या डिप्रेशन भी दिल के लिए घातक हो सकता है। तनाव हृदय रोगों के लिए एक बड़ा कारण है। तनावमुक्त रहने से हृदय रोगों का करीबन आधा खतरा टल जाता है।
लक्षणों की न करें अनदेखी
अनेक लक्षण हैं, जो इस बीमारी का पूर्वानुमान करा देते हैं, थोड़ी मेहनत में ही थकान महसूस होना, गले, जबड़े, पीठ और हाथ में दर्द, सांस फूलना, जल्दी पसीना आना, छाती में दबाव महसूस होना, तलवे आदि में सूजन का आना और चक्कर एवं आंखों के आगे अंधेरा छाना आदि को खतरे की घंटी समझकर हृदय की जांच कराना ही हितकर होता है।
इन उपायों से बचाव है संभव
1. उचित दिनचर्या और नियमित जांच कराने से हृदय रोगों से बचा जा सकता है। थोड़ा समय व्यायाम के लिए निकालें। तंबाकू से दूर रहें।
2. नमक का कम मात्रा में सेवन करें।
3. ताजी सब्जियां, फल और कम वसा वाले आहार प्रयोग में लाएं।
4. कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ भी हैं जिन्हें हृदय के लिए सुपर फूड्स की संज्ञा दी जाती है। ये सुपर फूड्स हैं साबुत अनाज, हरी पत्तेदार सब्जियां, बेरी, एवाकॉडो और मछली के साथ मछली का तेल।
5. डार्क चॉकलेट का सेवन भी हृदय के लिए बेहद लाभकारी है।
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