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International Dance Day 2020: दिमागी सुकून के साथ ही फिट रखने का भी बेस्ट फॉर्मूला है डांस

International Dance Day 2020 डांस आपको मेंटली रिलैक्स करने का ही काम नहीं करती बल्कि ये आपको फिट रखने का भी काम करती है। जानेंगे ऐसे ही कुछ फायदों के बारे में..

By Priyanka SinghEdited By: Published: Wed, 29 Apr 2020 03:05 PM (IST)Updated: Wed, 29 Apr 2020 03:05 PM (IST)
International Dance Day 2020: दिमागी सुकून के साथ ही फिट रखने का भी बेस्ट फॉर्मूला है डांस

फिजिकली स्ट्रॉन्ग बनने के लिए बेशक जिम परफेक्ट जगह हो सकती है लेकिन मेंटली रिलैक्स होने के लिए म्यूजिक और डांस से बेहतरीन दूसरी कोई चीज़ नहीं। इससे शरीर और मन दोनों ही प्रसन्न रहते हैं। फिट नजर आने के लिए लोग जिम और योग की शुरूआत तो कर देते हैं लेकिन कुछ ही दिनों में इससे थकान और बोरियत महसूस होने लगती है। वहीं डांस एक ऐसी थेरेपी है जिसे आप कभी भी कहीं भी एन्जॉय कर सकते हैं। तो आज इंटरनेशनल डांस डे के मौके पर हम जानेंगे इससे सेहत को होने वाले अनोखे फायदे।

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आपको रखता है एनर्जेटिक

म्यूजिक के साथ डांस करना बहुत ही फायदेमंद होता है। डांस बच्चों से लेकर बड़े-बूढ़ों तक में एनर्जी को बनाए रखता है। काम करने की स्पीड को दोगुना करने के साथ ही आपके ब्रेन और बॉडी दोनों को फ्रेश और एक्टिव भी रखता है। 

मोटापे की समस्या होगी दूर

वजन घटाने के लिए जिम जाने और डाइटिंग करने से थक चुके हैं फिर भी कोई खास फर्क नज़र नहीं आ रहा तो कुछ दिनों तक अपने मनपसंद सॉन्ग की लिस्ट पर 15-20 मिनट तक थिरक कर देखें। कुछ मिनट की डांसिंग से शरीर की काफी सारी कैलोरी बर्न होती है। जिसका असर आपको कुछ ही दिनों में नजर आने लगेगा।

हार्ट को रखें हेल्दी 

कॉर्डियोवैस्कुलर बीमारी के मरीजों के लिए भी डांस करना किसी इलाज से कम नहीं। डॉक्टर हार्ट को हेल्दी बनाए रखने के लिए डांस करने की सलाह देते हैं। मॉर्निंग वॉक और जिम जाने जितना ही कारगर है डांसिंग, लेकिन साथ ही दिल के मरीजों को ज्यादा मूवमेंट्स वाले डांस करने से बचना चाहिए।

बॉडी बैलेंसिंग के लिए जरूरी

बढ़ती उम्र के साथ ही बॉडी, हाथ-पैरों में कंपन की समस्या पैदा होने लगती है। डांस करने से काफी हद तक इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।

ब्रेन को रखें एक्टिव 

डांस बॉडी के साथ-साथ ब्रेन को भी एक्टिव रखने का काम करता है। ये बात कई रिसर्च में भी सामने आई है। सोचने-समझने की क्षमता अच्छी हो जाती है और बढ़ती उम्र के साथ कमजोर याददाश्त की समस्या भी दूर। 


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