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High Risk Coronavirus: इस तरह के लक्षण वाले लोगों को लंबे समय तक परेशान करता है कोरोना वायरस

High Risk Coronavirus चार में से एक मरीज़ ऐसा ज़रूर होता है जिसे इस संक्रमण से उबरने के बाद साइड-इफेक्ट्स लंबे समय तक परेशान करते हैं। ये साइड इफेक्ट ठीक होने के बाद हल्के से लेकर मध्यम या मसतिष्क को लंबे समय तक नुकसान पहुंचा सकते हैं।

By Ruhee ParvezEdited By: Published: Fri, 30 Oct 2020 03:46 PM (IST)Updated: Sat, 31 Oct 2020 09:21 AM (IST)
High Risk Coronavirus: इस तरह के लक्षण वाले लोगों को लंबे समय तक परेशान करता है कोरोना वायरस
इस तरह के लक्षण वाले लोगों को लंबे समय तक परेशान करता है कोरोना वायरस

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। High Risk Coronavirus: कोरोना वायरस के बारे में अभी तक ये देखा गया है कि सभी रोगियों में एक से लक्षण नज़र आते हैं। रोगियों के लक्षण ही उनके संक्रमण की गंभीरता को तय करते हैं। कुछ लोगों में इस संक्रमण के गंभीर लक्षण उत्पन हो जाते हैं। एक्सपर्ट्स का मानना है कि खास तरह के लक्षणों से पता चल सकता है कि एक व्यक्ति कोरोना से लंबे समय तक जूझेगा या नहीं। यही कोरोना का ऐसा साइड-इफेक्ट जो मरीजों को प्रभावित कर रहा है। 

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75 प्रतिशत मरीज़ कोरोना से लंबे समय तक जूझते हैं

चार में से एक मरीज़ ऐसा ज़रूर होता है, जिसे इस संक्रमण से उबरने के बाद साइड-इफेक्ट्स लंबे समय तक परेशान करते हैं। ये साइड इफेक्ट ठीक होने के बाद हल्के से लेकर मध्यम या मसतिष्क को लंबे समय तक नुकसान पहुंचा सकते हैं। हालांकि, इस परेशानी से कोरोना के सभी मरीज़ नहीं गुज़रते हैं, नए अध्ययनों का कहना है कि एक व्यक्ति में कोविड-19 सिंड्रोम के विकास की संभावना उनके लक्षणों के प्रकार पर भी निर्भर करती है।

लक्षण लंबे कोविड के जोखिम को कैसे निर्धारित कर सकते हैं?

कोविड के लक्षणों से जूझ रहे कई रोगियों के लिए, प्रारंभिक लक्षणों पर काबू पाना पूरी लड़ाई का आधा हिस्सा है। कोरोना वायरस से उबरने के बाद लंबे समय तक खांसी, सांस की तकलीफ, मांसपेशियों में दर्द, दिमागी थकान और लगातार थकान महसूस होने जैसे लक्षण दिखते हैं। 

लंदन के किंग्स कॉलेज में हुए एक नए अध्ययन के अनुसार, जिन रोगियों को संक्रमण के पहले सप्ताह में पांच या अधिक लक्षणों का सामना करना पड़ता है और जो 4 से 8 हफ्तों में कोरोना से उबर नहीं पाते हैं, पोस्ट कोविड यानी इस बीमारी के लक्षण लंबे समय तक रहने का जोखिम काफी अधिक हो जाता है। 

कोरोना वायरस से उबरने के बाद एक मरीज़ को बिल्कुल नॉर्मल होने में कितना समय लगता है?

इंग्लैंड और स्वीडन में हुए एक शोध में कोरोना वायरस से ठीक हुए करीब 4000 मरीज़ों का आंकलन किया गया था। जिसमें से 20 प्रतिशत लोग बीमारी के महीने बाद भी पूरी तरह से ठीक नहीं हुए थे। 190 लोग पॉज़ीटिव पाने के 8 से 10 हफ्तों बाद भी लक्षणों को महसूस कर रहे थे। करीब 100 रोगियों ने संक्रमण के दस सप्ताह बाद समस्याओं की सूचना दी। ये व्यापक संकेत लंबे कोविड संक्रमण के जोखिम को भी निर्धारित कर सकते हैं।

लंबे कोरोना वायरस के लक्षण क्या हैं?

रिसर्च में पाया गया कि ज़्यादातर लोग जो कोरोना के लक्षणों से लंबे समय तक जूझते हैं, उनमें भी सिर दर्द, कर्कश खांसी, गले में ख़राश, सांस लेने में दिक्कत और बदन दर्द जैसे आम लक्षण ही दिखते हैं। पहले हफ्ते में कोविड-19 के लक्षणों को 6 अलग-अलग भागों में बांटा जा सकता है, जिससे ये साफ हो सकता है कि किसे हल्का संक्रमण होगा और किसी गंभीर।  

Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।


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