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Dengue Prevention: डेंगू के गंभीर संक्रमण से कैसे बचा जा सकता है?

Dengue Prevention इसके लक्षण भी काफी तेज़ गति से दिखते हैं जैसे तेज़ सिरदर्द होना बुखार और शरीर में थकावट आना मांसपेशियों और जोड़ों में खिंचाव सूजन दर्द होना।

By Ruhee ParvezEdited By: Published: Sun, 14 Jun 2020 10:31 AM (IST)Updated: Wed, 09 Sep 2020 12:45 PM (IST)
Dengue Prevention: डेंगू के गंभीर संक्रमण से कैसे बचा जा सकता है?
Dengue Prevention: डेंगू के गंभीर संक्रमण से कैसे बचा जा सकता है?

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Dengue Prevention: डेंगू एक ऐसी बीमारी है, जो मच्छर के काटने से फैलती है। इसलिए इसे एक वायरल संक्रमण कहा गया है जो मच्छर की एक मादा प्रजाति एडीज़ नमक मच्छर से फैलती है। डेंगू हर वर्ग और हर उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकता है। इसके लक्षण भी काफी तेज़ गति से दिखते हैं जैसे तेज़ सिरदर्द होना, बुखार और शरीर में थकावट आना, मांसपेशियों और जोड़ों में खिंचाव, सूजन, दर्द होना। बुखार, दाने और सिरदर्द की उपस्थिति ("डेंगू ट्रायड") डेंगू की खास विशेषता है। 

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डेंगू बुखार के अन्य लक्षणों में मसूड़ों में रक्त आना, आंखों के पीछे गंभीर दर्द और लाल हथेलियां और तलवे शामिल हैं। डेंगू वैसे इतनी गंभीर समस्या नहीं है, लेकिन अगर इसमें लापरवाही बरती गई तो यह जानलेवा भी हो सकती हैं। इसलिए इस बीमारी से जागरूक होना आवश्यक है।

एसएमएस मेडिकल कॉलेज प्रिंसीपल डॉ. यूएस अग्रवाल बताते है कि इसके संक्रमण को रोकने के लिए काफी शोध और तरीके खोजे गए लेकिन कुछ ही तरीके इस संक्रमण को रोकने के लिए सही सिद्ध हो सके। अभी तक कोई भी ऐसी वैक्सीन नहीं बनी है जो पूर्ण रूप से डेंगु को जड़ से ख़त्म कर सके, लेकिन इससे रोकथाम और उपचार इसके प्रबंधन में काम आ सकते हैं। तो हम सबसे पहले इसके रोकथाम की बात करते हैं और रोकथाम में सबसे प्रमुख और सरल उपाय यह ही है की जितना हो सके उतना मच्छरों से दूरी बना के रखनी चाहिए, और मच्छरों को अपने आस-पास वाले इलाकों में भी भटकने नहीं देना चाहिए।

कई रोकथाम भारत सरकार ने भी अपनी दिशा-निर्देश में दिए हैं जैसे :-

• दिन में मच्छर के काटने से बचने वाले उत्पादों का प्रयोग करें।

• रात में मच्छरदानी लगाकर सोएं।

• बाहर जाते समय पूरी बांह व लंबी पैंट आदि कपड़ों का प्रयोग करें। शरीर को मच्छर के काटने से बचाने के लिए कीटनाशक उत्पादों (डीईईटी से युक्त) का प्रयोग करें। विशेषत: जब आप डेंगू प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करें तो शरीर के अधिकांश भागों को ढक कर रखें।

• मच्छरों की प्रजनन क्षमता को कम करने के लिए पानी के कंटेनर को ठीक तरह से हमेशा कवर करके रखें।

• घरों में कहीं पर भी एक जगह कई दिनों तक पानी इकाट्ठा नहीं होने दे क्योंकि मच्छरों की प्रजनन दर पानी में बढ़ जाती है।

साथ ही साथ इसके प्रबंधन में एस्परीन की दवाई कम लेनी चाहिए क्योंकि इससे रक्त स्त्राव बढ़ सकता है। इससे अच्छा पेरासीटेमोल लेने से इसमें राहत मिल सकती है। पर्याप्त मात्रा में द्रव्य और तरल पदार्थों का सेवन और पर्याप्त आराम भी इससे लड़ने में सहायता कर सकता है क्योंकि इस वायरस के कारण शरीर में बहुत ज़्यादा कमज़ोरी आ जाती है जो तरल पदार्थ के सेवन से सही हो सकती है। इसके आलावा डेंगू के चरण को पहचानने के लिए सूक्ष्म परीक्षण या रैपिड डायग्नोस्टिक टेस्ट करवाया जा सकता है। डेंगू से सही प्रबंधन से हम इस बीमारी से बचे रहने में सफलता पा सकते हैं।


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