Move to Jagran APP

How Malaria Spreads: आखिर कैसे फैलता है मलेरिया? जानें इस बीमारी के बारे में सबकुछ

How Malaria Spreads मलेरिया मादा एनोफिलीज़ मच्छर के काटने से होता है। केवल यही मच्छर मलेरिया का संचार कर सकते हैं जो किसी एक संक्रमित व्यक्ति को काटता है।

By Ruhee ParvezEdited By: Published: Wed, 24 Jun 2020 12:53 PM (IST)Updated: Fri, 04 Sep 2020 11:04 AM (IST)
How Malaria Spreads: आखिर कैसे फैलता है मलेरिया? जानें इस बीमारी के बारे में सबकुछ
How Malaria Spreads: आखिर कैसे फैलता है मलेरिया? जानें इस बीमारी के बारे में सबकुछ

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। How Malaria Spreads: मच्छर से फैलने वाली बीमारियों में सबसे ख़तरनाक मलेरिया को माना जाता है। ये प्लासमोडियम परजीवी से संक्रमित मच्छर के काटने से होता है। आमतौर पर मच्छर के काटने के बाद मलेरिया का पता 10-15 दिन में चल जाता है। इस बीमारी में संक्रमित होने के 24 घंटों के भीतर ही इलाज दिया जाना काफी ज़रूरी है। अगर ऐसा नहीं हो पाता तो ये बीमारी प्लासमोडियम फाल्सीपेरम गंभीर मलेरिया का रूप ले लेती है। जिससे अक्सर मरीज़ की मौत भी हो जाती है। भारत में भी कोरोना वायरस की महामारी के बीच मलेरिया के मामले भी सामने आने लगे हैं।

loksabha election banner

कैसे फैलता है मलेरिया

चिकित्सा विशेषज्ञ डॉक्टर जी.के. गोखले के मुताबिक मलेरिया मादा एनोफिलीज़ मच्छर के काटने से होता है। केवल यही मच्छर मलेरिया का संचार कर सकते हैं, जो किसी एक संक्रमित व्यक्ति को काटता है। इसका मतलब ये कि जब भी मच्छर किसी व्यक्ति को काटता है तो छोटी मात्रा में उसका रक्त भी लेता है, जिसमें सूक्ष्म मलेरिया परजीवी पाए जाते हैं। इसके करीब एक सप्ताह बाद जब मच्छर किसी अन्य व्यक्ति को काटता है, तो ये परजीवी मच्छर की लार के ज़रिए उस अन्य व्यक्ति के शरीर में प्रवेश कर जाते हैं। जो संबंधित शख्स के रक्त में जाकर मिल जाते हैं।

इसके बाद करीब 48 से 72 घंटों के भीतर रक्त कोशिकाओं के अंदर परजीवी कई गुना तक बढ़ने लगते हैं। जिसके कारण संक्रमित होने वाली कोशिकाएं फटने लगती हैं। ये परजीवी कोशिकाओं तक पहुंचते हैं और इनकी संख्या में वृद्धि होती रहती है। जब रक्त कोशिकाएं फटती हैं, तो परजीवी बाकी की कोशिकाओं पर भी आक्रमण करने लगते हैं। ऐसे ही ये सिलसिला चलता रहता है और मरीज पर मलेरिया का ख़तरा बढ़ता जाता है।

संक्रमित मच्छर के काटने के बाद दस से पंद्रह दिनों के भीतर ही मलेरिया के लक्षण दिखने शुरू हो जाते हैं। माना जाता है कि आमतौर पर मलेरिया के लक्षण दस दिन से चार सप्ताह के भीतर विकसित होते हैं। कुछ मामलों में ये भी देखा गया है कि लक्षण कई महीनों तक भी विकसित नहीं होते हैं। कुछ मलेरिया परजीवी ऐसे भी होते हैं, जो लंबे समय तक मानव शरीर में निष्क्रिय रहते हैं। आमतौर पर अगर किसी को मलेरिया हो जाता है तो उसमें तेज बुखार, पसीना आना, उलटी होना, जी मिचलाना, दस्त, पेट दर्द, मांसपेशियों में दर्द जैसे लक्षण दिखने लगते हैं।

ऐसे भी फैलता है मलेरिया

मलेरिया के फैलने को लेकर विस्तृत बात करें तो इसमें जीवन चक्र के दो प्रवाह होते हैं। जिससे ये बीमारी तेजी से फैलती है।

पहला प्रवाह- इसमें संक्रमित मच्छर से मलेरिया एक स्वस्थ्य मानव में फैलता है। यानी तब जब संक्रमित मादा एनोफिलीज मच्छर किसी स्वस्थ्य व्यक्ति को काटकर अपनी लार के जरिए उसके शरीर में परजीवी पहुंचा देती है। संक्रमित मच्छर के काटे जाने के 10-12 दिन बाद उसमें मलेरिया के लक्षण दिखने लगते हैं।

दूसरा प्रवाह- इसमें मलेरिया के मरीज से असंक्रमित मादा एनोफिलीज़ मच्छर से परजीवी किसी स्वस्थ व्यक्ति को संक्रमित कर देता है। इसका मतलब ये कि अगर असंक्रमित मादा एनोफिलीज़ मच्छर किसी मलेरिया के मरीज को काट ले तो मच्छर मरीज के खून के साथ-साथ परजीवी को भी चूस लेता है। जिससे मच्छर भी इससे संक्रमित हो जाता है। फिर वह मलेरिया फैलाने में सक्षम हो जाता है। जब वो किसी स्वस्थ्य व्यक्ति को काटता है तो उसे भी मलेरिया हो जाता है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.