एक पैर पर कितनी देर खड़े रह सकते हैं? यह टेस्ट बताएगा कितने साल ज़िंदा रहेंगे आप!
हाल में एक शोध में एक छोटे-सा टेस्ट किया गया जिससे पता चला कि आप अगले कितने साल जिएंगे। इस टेस्ट में लोगों को 10 सेकंड के लिए एक पैर पर खड़ा होना था। जो लोग विफल रहे उनमें अगले 10 सालों में मरने की संभावना बढ़ गई।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। मध्यम आयु वर्ग के लोग, जो कम से कम 10 सेकंड के लिए एक पैर पर नहीं खड़े हो सकते हैं, उनमें एक दशक के भीतर मरने का ख़तरा अधिक होता है। यह अध्ययन हाल ही में ब्रिटिश जर्नल ऑफ स्पोर्ट्स मेडिसिन में प्रकाशित हुआ है।
शोधकर्ताओं ने पाया कि सरल संतुलन परीक्षण में जो वॉलंटियर्स संघर्ष कर रहे थे, उनकी अगले 10 सालों में मरने की संभावना 84% बढ़ जाती है, उन लोगों की तुलना जो बिना किसी सपोर्ट के एक पैर पर खड़े हो सके थे। परिणाम ब्राजील में 50 वर्ष से अधिक उम्र के 1,702 लोगों के बीच फिटनेस और स्वास्थ्य के अध्ययन से सामने आया, जो 2009 में शुरू हुआ था।
स्टडी के प्रतिभागियों को एक पैर उठाने को कहा गया और उसे दूसरे पैर के पीछे रखने के लिए कहा गया था, वो भी बिना जमीन को छुए, अपने हाथों को अपने साइड में रखते हुए और आगे की ओर देखते हुए। इसे करने के लिए उन्हें तीन प्रयासों की अनुमति दी गई थी। पांच में से एक व्यक्ति परीक्षण में विफल रहा, इनमें वे लोग शामिल थे, जिनकी या तो उम्र ज़्यादा थी या वे बीमार थे।
आप कितनी देर और कितनी अच्छी तरह से अपने शरीर को बैलेंस कर पाते हैं, इससे आपकी सेहत का पता लगाया जा सकता है। इस शोध से पहले हुई एक स्टडी से पता चला था कि वे लोग जो एक पैर पर 10 सेकंड के लिए नहीं खड़े हो पाते हैं, उनमें स्ट्रोक से मौत का ख़तरा बढ़ जाता है।
इसके लिए यूके, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, फिनलैंड और ब्राजील के एक्सपर्ट्स ने 12 साल तक एक रिसर्च की, जिसमें खुलासा हुआ कि मध्यम आयु वर्ग और बुजुर्ग लोग जो 10 सेंकड के लिए एक पैर पर संतुलन नहीं बना पाते हैं, उनमें अगले 10 सालों में मौत का जोखिम बढ़ जाता है। लोग इस तरह का संतुलन आमतौर पर 60 साल की उम्र से पहले तक आराम से कर लेते हैं, हालांकि, इस उम्र के बाद उनके लिए संतुलन करना मुश्किल होता चला जाता है।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।