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बढ़ते शुगर को कंट्रोल करने के लिए रोजाना सुबह में पिएं तुलसी वाला दूध

Cleveland Clinic की मानें तो डायबिटीज से हार्ट अटैक हार्ट फेल्योर स्ट्रोक और किडनी फेल्योर का खतरा बढ़ जाता है। खासकर ह्रदय संबंधी बीमारियों के चलते कई मरीजों की मौत भी हो जाती है। डायबिटीज के कुछ प्रभावों को सही दिनचर्या का पालन कर कंट्रोल किया जा सकता है।

By Pravin KumarEdited By: Published: Fri, 24 Sep 2021 08:18 PM (IST)Updated: Fri, 24 Sep 2021 09:29 PM (IST)
नीम के पत्तों में एंटीबायोटिक और एंटीऑक्सीडेंट के गुण पाए जाते हैं।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। डायबिटीज के मरीजों की संख्या में रोजाना बड़ी तेजी से इजाफा हो रहा है। खासकर भारत में डायबिटीज के मरीजों की संख्या पूरी दुनिया में सबसे अधिक है। इसके लिए भारत को डायबिटीज की राजधानी कहा जाता है। यह बीमारी रक्त में शर्करा स्तर बढ़ने और अग्नाशय से इंसुलिन हार्मोन न निकलने के चलते होती है। इसे साइलेंट किलर भी कहा जाता है। मधुमेह कई प्रकार की होती है। इनमें टाइप 2 डायबिटीज को सबसे अधिक खतरनाक माना जाता है। डॉक्टर्स हमेशा मधुमेह के रोगियों को मीठे चीजों से परहेज करने की सलाह देते हैं। साथ ही रोजाना एक्सरसाइज करने की भी हिदायत देते हैं। अगर आप भी डायबिटीज के मरीज हैं और शुगर कंट्रोल करना चाहते हैं, तो रोजाना सुबह में तुलसी वाला दूध जरूर पिएं। आइए, इसके बारे में सबकुछ जानते हैं-

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Cleveland Clinic की मानें तो डायबिटीज से हार्ट अटैक, हार्ट फेल्योर, स्ट्रोक और किडनी फेल्योर का खतरा बढ़ जाता है। खासकर ह्रदय संबंधी बीमारियों के चलते कई मरीजों की मौत भी हो जाती है। डायबिटीज के कुछ प्रभावों को सही दिनचर्या का पालन कर कंट्रोल किया जा सकता है। इसके अलावा, घर में कई ऐसी औषधि मौजूद हैं, जिनके इस्तेमाल से शुगर को आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है। इनमें नीम के पत्ते, करी पत्ते और तुलसी के पत्ते आदि शामिल हैं। नीम के पत्तों में एंटीबायोटिक और एंटीऑक्सीडेंट के गुण पाए जाते हैं। इसका सेवन गुड़ के साथ कर सकते हैं। वहीं, नीम के पत्ते के साथ-साथ तुलसी और करी पत्तों का भी सेवन कर सकते हैं।

क्या कहती है शोध

एक शोध में तुलसी को विटामिन युक्त औषधि का दर्जा दिया गया है। इस शोध में दावा किया गया है कि तुलसी के पत्तों के सेवन से ब्लड शुगर का स्तर कम होता है। यह शोध चूहों पर किया गया है। इसमें तुलसी के पत्तों को सुखाकर अर्क तैयार किया गया। इसके बाद चूहों को डाइट में तुलसी के पत्तों का चूर्ण दिया गया। इसका परिणाम संतोषजनक रहा है। शोध के जरिए खुलासा हुआ है कि तुलसी पत्तों के चूर्ण के सेवन से शुगर लेवल कम होता है।

कैसे करें सेवन

इसके लिए सबसे पहले तुलसी के पत्तों को अच्छी तरह सुखाकर पाउडर तैयार कर लें। अब किसी डब्बे में अच्छी तरह से बंद कर दें, ताकि हवा अंदर न जा सकें। इसके बाद रोजाना सुबह में खाली पेट एक गिलास दूध में आधा चम्मच तुलसी पाउडर मिलाकर सेवन करें।

डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।


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