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Diabetes: शरीर में न होने दें मैग्नीशियम की कमी, जो बढ़ा सकती डायबिटीज और हार्ट अटैक का खतरा

Diabetes डायबिटीज एक बहुत ही भयंकर बीमारी है। हेल्दी लाइफस्टाइल और डाइट से काफी हद तक इसे कंट्रोल किया जा सकता है। इसके अलावा मैग्नीशियम रिच फूड्स को भी अपनी डाइट में शामिल करें क्योंकि इससे भी बढ़ जाता है डायबिटीज का रिस्क।

By Priyanka SinghEdited By: Priyanka SinghPublished: Fri, 03 Feb 2023 08:50 AM (IST)Updated: Fri, 03 Feb 2023 08:50 AM (IST)
Diabetes: शरीर में न होने दें मैग्नीशियम की कमी, जो बढ़ा सकती डायबिटीज और हार्ट अटैक का खतरा
Diabetes: मैग्नीशियम की कमी बढ़ा सकता है डायबिटीज का रिस्क

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Diabetes: डायबिटीज एक मेटाबोलिक डिसऑर्डर है। इस बीमारी में व्यक्ति के शरीर में इंसुलिन का सही तरीके से इस्तेमाल नहीं हो पाता जिससे ब्लड शुगर बढ़ जाता है। समय रहते इसे कंट्रोल करने के जरूरी उपाय नहीं किए गए तो ये किडनी, आंख, और पैर को भी डैमेज कर सकती है और यहां तक ​​कि मृत्यु का कारण भी बन सकती हैं। आमतौर पर ये बीमारी अनहेल्दी डाइट और लाइफस्टाइल के चलते होती है। इसलिए जरूरी है इन चीज़ों पर गौर करना। वैसे कई रिसर्च में ये भी सामने आया है कि मैग्निशियम की कमी भी डायबिटीज का संभावनाओं को बढ़ा सकती है।  

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Dr. Rakesh Parikh. Executive member RSSDI ने बताया कि, 'मैग्नीशियम शरीर के लिए जरूरी मिनरल्स में से एक है। शरीर में होने वाली क़रीबन 300 फंक्शन्स के लिए मैग्नीशियम की ज़रूरत होती है। इसकी कमी से इन सारे ही फंक्शन्स पर प्रभाव पड़ता है। रक्त से शर्करा (ग्लूकोस) को शरीर की सभी कोशिकाओं के अंदर पहुंचाने के लिए इंसुलिन नामक हॉर्मोन की आवश्यकता होती है। इंसुलिन की मदद से कोशिकाओं के अंदर ग्लूकोस पहुंचाने की क्रिया में मैग्नीशियम की अहम भूमिका है। मैग्नीशियम की कमी से शरीर इंसुलिन रेज़िस्टन्स (प्रतिरोध) भी बढ़ सकता है जिसका प्रभाव बाकी अंगो पर भी पड़ता है। मैग्नीशियम की कमी के चलते दिल की धड़कनो में भी अनियमितता आ सकती है जिसे Arrhythmia कहा जाता है। फ़िलहाल यह साफ़ नहीं है की डाइट में मैग्नीशियम की मात्रा बढ़ा कर डायबिटीज़ या हार्ट की बीमारियों से बचाव किया जा सकता है या नहीं।'

मैग्नीशियम की कमी से हार्ट अटैक का खतरा ज्यादा

पारस हॉस्पिल, गुरुग्राम के कार्डियोलॉजी डिपार्टमेंट के एचओडी डॉ. अमित भूषण शर्मा ने बताया कि, 'जब मैग्नीशियम की कमी होती है तो उसे हाइपोमैग्नेसीमिया कहा जाता है। इस बीमारी पर अक्सर ध्यान नहीं दिया जाता है। मैग्नीशियम की कमी होने से हृदय की धड़कन अनियमित हो जाती है। जिसमें बहुत मामूली लक्षण दिखने से लेकर गंभीर लक्षण तक देखने को मिल सकते है, जैसे कि अनियमित दिल की धड़कन या कुछ मरीजों मे दिल की धड़कन का रुकना आदि परिणाम हो सकता है। दिल की धड़कन अनियमित होने से चक्कर आना, सांस की तकलीफ, सीने में दर्द, बेहोशी, चक्कर आना, थकान आदि समस्याएं हो सकती हैं। अगर ये गम्भीर हुआ तो हार्ट अटैक या हार्ट फेलियर का खतरा भी बढ़ सकता है। 

मैग्नीशियम रिच फूड्स

डाइट में मैग्नीशियम की कमी पूरा करने के लिए इन चीज़ों को करें अपनी डाइट में शामिल

- ड्राय फ्रूट्स

- डार्क चॉकलेट

- फलियां

- टोफू

- केला

- साबुत अनाज

- पत्तेदार सब्जियां

- बीज

Pic credit- freepik


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