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Coronavirus Do's & Dont's: कोरोना वायरस कोई सामाजिक कलंक नहीं, इन 10 बातों का रखें ख्याल

Stop Covid Stigma कुछ लोग कोरोना वायरस को लेकर गलत धारणा भी फैला रहे हैं और इसे सामाजिक कलंक घोषित करने की कोशिश की जा रही है। पर ऐसा नहीं है।

By Ruhee ParvezEdited By: Published: Thu, 09 Apr 2020 07:08 PM (IST)Updated: Fri, 10 Apr 2020 11:50 AM (IST)
Coronavirus Do's & Dont's: कोरोना वायरस कोई सामाजिक कलंक नहीं, इन 10 बातों का रखें ख्याल

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Stop Covid Stigma: भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक वीडियो एडवाइज़री जारी करते हुए सामाजिक कलंक के बारे में विस्तार से बताया है। इस वीडियो में बताया गया है कि कोरोना देश भर में फैल चुका है, जिसकी वजह से देशभर में भय का माहौल बना हुआ है। कुछ लोग इसे लेकर गलत धारणा भी फैला रहे हैं और इसे सामाजिक कलंक घोषित करने की कोशिश की जा रही है, पर ऐसा नहीं है। 

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ज़िम्मेदार नागरिक के रूप में हमें Do's और Don’ts का पालन करना चाहिए:

क्या करें

• आवश्यक सेवाएं प्रदान करने वाले लोगों के प्रयासों की सराहना करें और उनके परिवारों का समर्थन करें।

• कोई सूचना शेयर करनी है तो सिर्फ सरकार की स्वास्थ्य मंत्रायल या फिर WHO की वेबसाइट से ही शेयर करें।

• कोरोना वायरस से संबंधित कोई भी सूचना या मैसेज आगे भेजने या सोशल मीडिया पर शेयर करने से पहले उसे कई बार चेक कर लें कि वो विश्वसनीय स्रोतों से आई है।

• जो लोग कोरोना वायरस से संक्रमित होकर अब बिल्कुल स्वस्थ हो गए हैं, उनकी सकारात्मक कहानियां शेयर करें।

क्या न करें

• जो लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं या जिन्हें आइसोलेशन में रखा गया है, कभी भी उनके नाम और घर का पता सोशल मीडिया पर शेयर न करें।

• डर और दहशत फैलाने से बचें।

• हेल्थकेयर और सैनिटरी वर्कर्स या पुलिस को निशाना न बनाएं। वे वहां आपकी मदद करने के लिए हैं।

• COVID-19 के प्रसार के लिए किसी समुदाय या क्षेत्र को लेबल न करें।

• जिनका कोरोना वायरस का इलाज चल रहा है, उन्हें कोरोना वायरस से पीड़ित कहकर न संबोधित करें, बल्कि आप उन्हें कोरोना वायरस से ठीक हुए लोग कह सकते हैं। 

इस संबंध में सभी ज़िम्मेदार नागरिकों को यह समझने की ज़रूरत है कि:

• COVID-19 एक अत्यधिक संक्रामक बीमारी है, जो तेज़ी से फैल रही है और हममें से किसी को भी संक्रमित कर सकती है, लेकिन हम खुद को सामाजिक दूरी, हर थोड़ी देर में हाथ धोने, खांसते और छींकते वक्त एतियात बरतने से बचा सकते हैं।

• सभी सावधानियों के बावजूद, अगर फिर भी कोई संक्रमित हो जाता है, तो यह उनकी गलती नहीं है। संकट की स्थिति में, रोगी और परिवार को सहायता और सहयोग की आवश्यकता होती है। यह समझने की ज़रूरत है कि इस बीमारी से उबर सकते हैं और ज़्यादातर लोग ठीक हो रहे हैं। 

• डॉक्टर, नर्सें और हेल्थ प्रोफेशनल्स जैसे स्वास्थ कर्मी संकट के बीच भी दिन-रात आपकी देखभाल और मेडिकल सपोर्ट पहुंचाने में काम कर रहे हैं। साफ सफाई करने वाले और पुलिस भी अपनी निस्वार्थ सेवा दे रहे हैं और इस ख़तरनाक वायरस से लड़ने में महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभा रहे हैं। ये सभी हमारे समर्थन, और प्रशंसा के पात्र हैं।

• COVID-19 के प्रबंधन में शामिल सभी लोगों को संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए उपयुक्त सुरक्षात्मक उपकरण दिए गए हैं। 

• ऐसे लोग जो अपनी आवश्यक सेवा प्रदान कर रहे हैं उन्हें और उनके परिवार वालों को भेदभाव का शिकार बनाने से सिर्फ देश की कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई कमज़ोर होगी। जो पूरे राष्ट्र के लिए गंभीर रूप से हानिकारक साबित हो सकता है। 


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