Covid-19 & Diabetes: कोरोना वायरस और डायबिटीज़ क्यों है सबसे घातक संयोजन?
Covid-19 Diabetes इस बारे में जो नई जानकारी है वो ये है कि ये कई मामलों में कोरोना वायरस के मरीज़ों ऐसे मरीज़ों में ब्लड शुगर लेवल उच्च पाया गया जिन्हें डायबिटीज़ है ही नहीं।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Covid-19 & Diabetes: अगर आपको डायबिटीज़ है, तो कोरोना वायरस आपकी सेहत पर बुरी तरह असर डाल सकता है। ये सभी जानते हैं। डायबिटीज़ एक ऐसी बीमारी है, जो शरीर के कई अंगों को प्रभावित करती है। यहां तक कि कोरोना वायरस से लड़ने वाले इम्यून सिस्टम को भी कमज़ोर कर देती है।
इस बारे में जो नई जानकारी है, वो ये है कि कई मामलों में कोरोना वायरस के ऐसे मरीज़ भी हैं जिनमें ब्लड शुगर लेवल उच्च पाया गया जबकि उन्हें डायबिटीज़ है ही नहीं। इनमें से ज़्यादातर मामले भारत में देखे गए हैं। मुंबई के अस्पतालों में हाइपरग्लाइसीमिया के मामले सामने आए हैं, जहां मरीज़ों का ब्लड शुगर लेवल 400-500 mg/dL पाया गया। आपको बता दें कि 140 mg/dL ब्लड शुगर लेवल सामान्य माना जाता है।
इन मामलों में कई मरीज़ 25 साल की उम्र के भी हैं। इनमें से कई मरीज़ों का डायबिटीज़ का इतिहास नहीं रहा है और न ही वे प्री-डायबिटिक थे। आमतौर पर बीमारियों, संक्रमण, चोट या तनाव के कारण रक्त में शर्करा की मात्रा अधिक हो सकती है, लेकिन गैर-मधुमेह COVID-19 रोगियों में ब्लड शुगर लेवल का बढ़ना असामान्य है।
COVID-19 मुख्य रूप से एक श्वसन रोग है, जहां कोरोना वायरस फेफड़ों पर हमला करता है। लेकिन अन्य जोखिमों में लिवर, गुर्दे, आंतों और हृदय में ऊतकों को नुकसान शामिल है, जिससे ऑर्गन फेलियर भी हो सकता है। ब्लड क्लॉट के साथ वायरल और बैक्टीरियल इंफेक्शन, दिमाग़ और केंद्रीय स्नायुतंत्र को क्षति पहुंचना जैसी दिक्कतें देखी गई हैं।
चीन के वुहान शहर से शुरू हुए SARS-CoV2 नाम का ये वायरस 6 महीनों में दुनिया के 188 से ज़्यादा देशों में फैल चुका है और करीब एक करोड़ 30 लाख लोगों को अपना शिकार बना चुका है। वहीं, करीब 5,49,846 लोग इस संक्रमण से अपनी जान गवां बैठे हैं। अब भी वैज्ञानिक इस वायरस के बारे में सब कुछ नहीं जान पाए हैं। हर दिन इस वायरस से जुड़ी नई जानकारी सामने आती है।