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COVID-19 Test: 6 मिनट वॉक टेस्ट कर जानें आपके दिल, फेफड़ों का हाल!

COVID-19 Test मेडिकल विशेषज्ञ इस संक्रमण का पता लगाने और बेहतक इलाज ढूंढने की पूरी कोशिश में लगे हैं। खासकर उन लोगों के लिए जिन्हें ये वायरस गंभीर रूप से बीमार कर रहा है।

By Ruhee ParvezEdited By: Published: Tue, 14 Jul 2020 04:57 PM (IST)Updated: Tue, 14 Jul 2020 04:57 PM (IST)
COVID-19 Test: 6 मिनट वॉक टेस्ट कर जानें आपके दिल, फेफड़ों का हाल!
COVID-19 Test: 6 मिनट वॉक टेस्ट कर जानें आपके दिल, फेफड़ों का हाल!

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। COVID-19 Test: इस वक्त सेहत के मामले में पूरी दुनिया का फोकस कोरोना वायरस से बचाव और इससे लड़ने की तरफ चला गया है। दुनियाभर में लोग इस ख़तरनाक वायरस से डरे हुए हैं। इसके बचने क लिए सभी लोग ज़रूरी एहतियात के साथ सरकार द्वारा दी गई गाइडलाइन का भी पालन कर रहे हैं। 

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मेडिकल विशेषज्ञ इस संक्रमण का पता लगाने और बेहतक इलाज ढूंढने की पूरी कोशिश में लगे हैं। खासकर उन लोगों के लिए जिन्हें ये वायरस गंभीर रूप से बीमार कर रहा है।

6-मिनट वॉक टेस्ट, यानी 6MWT, ये एक क्लीनिकल टेस्ट के लिए बनाया गया था, जिससे एक व्यक्ति के दिल और फेफड़ों का हाल जाना जा सकता है। इस टेस्ट को लक्षणों के शुरू होने के 5वें से 12वें के बाद करना चाहिए। अगर किसी व्यक्ति में ऑक्सीजन का स्तर कम हो रहा होगा, तो इस टेस्ट से ये पता लगाना आसान हो जाएगा। साथ ही ये उन लोगों के लिए आसान तरीका है जो घर बैठकर इस संक्रमण को लेकर परेशान हैं, खासकर उम्रदराज़ लोग। 

6 मिनट चलने से आपकी दिल की धड़कन और ब्लड ऑक्सीजन लेवल को मापने में आसानी होगी, जो चलने से ऊपर-नीचे हो सकती है। इसमें आप अपनी रफ्तार में चलें और 6 मिनट में जितने छक्कर लगा सकते हैं, लगाएं। इसे आप घर के अंदर या किसी कमरे में भी कर सकते हैं। उसके बाद आपके परिवार का कोई सदस्य आपके ऑक्सीजन स्तर को पल्सऑक्सी मीटर के ज़रिए माप सकता है। इसके लिए किसी डॉक्टर या मेडिकल एक्सपर्ट की ज़रूरत नहीं है।

ऐसे करें 6 मिनट वॉक टेस्ट

1. मरीज़ का एक मास्क पहनना अनिवार्य है। 

2. शरीर का ऑक्सीजन स्तर 94% से ज़्यादा होना चाहिए। टेस्ट ले रहे व्यक्ति को सांस लेने में तकलीफ नहीं होनी चाहिए और बिना सहारे के चलन पाना चाहिए।

3. एक व्यक्ति को अपने कमरे में बिना रुके 6 मिनट तक चलना चाहिए।

4. जब चलना पूरा हो जाए, तो पल्सऑक्सीमीटर की मदद से ऑक्सीजन स्तर को मापें। ध्यान रखें कि ये 93% से कम न हो। अगर 3 प्रतिशत से ज़्यादा गिरावट दिखती है, तो डॉक्टर से सलाह लें।

ध्यान रहे, अगर टेस्ट के दौरान व्यक्ति की तबियत खराब होती है, जैसे- चक्कर आना या सांस लेने में तकलीफ, तो इसे भी नोट कर के रख लें। इन सभी चीज़ों की जानकारी डॉक्टर को दें।


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