Coronavirus 2nd Wave: कोरोना के नए स्ट्रेन के इन 6 नए लक्षणों को ग़लती से भी न करें नज़रअंदाज़!
Coronavirus 2nd Wave भारत इस वक्त कोरोना वायरस की दूसरी लहर से गुज़र रहा है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक वायरस की नई लहर पिछले साल की तुलना में तेज़ी से फैल रही है क्योंकि पिछले साल COVID-19 वायरस से ज़्यादातर बुजुर्ग ही संक्रमित हुए थे।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Coronavirus 2nd Wave: कोरोना वायरस संक्रमण के मामले देश में थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। हर दिन एक लाख से ज़्यादा नए मामले सामने आ रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन के आसार को भले ही नकार दिया हो, लेकिन दिन-ब-दिन ख़राब होती स्थिति ने सरकार की चिंता ज़रूर बढ़ाई है। कोविड-19 ने देश की स्वास्थ्य प्रणाली को बुरी तरह प्रभावित किया है। साथ ही अस्पताल पहुंचने वाले रोगियों की संख्या हर दिन बढ़ रही है।
भारत इस वक्त कोरोना वायरस की दूसरी लहर से गुज़र रहा है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, वायरस की नई लहर पिछले साल की तुलना में तेज़ी से फैल रही है क्योंकि पिछले साल COVID-19 वायरस से ज़्यादातर बुजुर्ग ही संक्रमित हुए थे। हालांकि, इस साल मरीज़ों में बच्चों और प्रेग्नेंट महिलाओं की संख्या ज़्यादा है।
कहा जाता है कि कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर के नए लक्षण सामने आए हैं। बुख़ार, शरीर में दर्द, स्वाद और सुगंध का न महसूस होना, कंपकपी, सांस लेने में तकलीफ जैसे संकेत कोविड-19 के आम लक्षण हैं, हांलाकि, कई तरह के शोध में ऐसा कहा जा रहा है कि आंखों का लाल होना या कनजंगक्टवाइटिस, पेट से संबंधी दिक्कतें और सुनने में दिक्कत आने जैसे संकेतों को भी नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए क्योंकि ये भी वायरस के ही लक्षण हो सकते हैं।
कोलंबिया एशिया हॉस्पिटल, पालम विहार, गुरुग्राम के पल्मोनरी और क्रिटिकल केयर के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. पीयूष गोयल ने कहा, “हॉस्पिटल में भर्ती होने वाले कोविड मरीजों की संख्या में पिछले महीने से लगातार बढ़ोत्तरी देखी गयी है। हालांकि मृत्यु दर पिछले समय के मुकाबले कम है। पारंपरिक कोविड लक्षणों में बुखार, मांसपेशियों में दर्द, लगातार सूखी खांसी होना, स्वाद और सुगंध में कमी है, लेकिन अब इन लक्षणों में कंजंक्टिवाइटिस के अलावा गले में ख़राश, सिरदर्द, चकत्ते, पेट खराब, और उंगलियों और पैर की उंगलियों में सूजन भी शामिल हो गए हैं। इस तरह से मामले बढ़ने के पीछे कई कारण हो सकते हैं जैसे कि कोविड के दिशा-निर्देशों का पालन करने में लापरवाही करना और साथ ही वायरस के नए म्यूटेशन का फैलना आदि हैं।
यहां कुछ और लक्षण दिए गए हैं, जिन्हें आपको नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए:
पेट से संबंधी लक्षण:
कोविड-19 संक्रमण श्वसन प्रणाली के ऊपरी हिस्से को प्रभावित करता है। नई रिसर्च के मुताबिक, डायरिया (दस्त), उलटी, पेट में मरोड़ और मतली जैसे लक्षणों को हल्के में नहीं लेना चाहिए। अगर आपको भी इस तरह के लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो फौरन कोरोना के लिए अपना RT-CPR टेस्ट करवाएं।
आंखों का लाल होना
आंखों का लाल होना या फिर कनजंगक्टवाइटिस के कई तरह के वायरस संक्रमण का संकेत हो सकता है। इस संक्रमण में लोगों की आंखें लाल हो जाती है, उनमें सूजन और पानी आने लगता है। चीन में हुई एक स्टडी के मुताबकि, जो लोग कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन से संक्रमित हो रहे हैं, उनमें ये लक्षण भी देखा जा रहा है।
भ्रम की स्थिति
कोरोना वायरस को याददाश्त और संज्ञानात्मक जटिलताओं का कारण भी माना जा रहा है। अगर भ्रम या चीज़ों को याद रखने में मुश्किल का अनुभव हो रहा है, तो ये कोविड-19 जटिलता का संकेत भी हो सकता है। इस तरह के संकेतों के पीछे का कारण कोरोना के अलावा कुछ और भी हो सकता है, लेकिन इसकी भी जांच करवा लेनी चाहिए।
खांसी जो अलग तरह की लगती है
कोरोना वायरस संक्रमण क्योंकि श्वसन प्रणाली के ऊपरी हिस्से को प्रभावित करता है, इसलिए खांसी इसका सबसे आम लक्षण है। हालांकि, जिन लोगों ने कोरोना को मात दी है, वे याद कर बताते हैं कि इस दौरान खांसी कुछ अलग तरह की लगती है। खांसी लगातार होती है और आपकी आवाज़ भी बदल जाती है।
सुनने में दिक्कत
इंटरनेशनल जर्नल ऑफ ऑडियोलॉजी में प्रकाशित एक अध्ययन में कहा गया है कि कोविड-19 संक्रमण सुनने से जुड़ी समस्याओं का कारण बन सकता है। शोधकर्त्ताओं को ऐसे 56 अध्ययन मिले हैं, जिनमें COVID-19 और श्रवण व वेस्टिबुलर समस्याओं के बीच संबंध की पहचान की गई है। अगर आप भी सुनने में किसी प्रकार की दिक्कत का अनुभव कर रहे हैं, तो यह कोरोना वायरस का संकेत हो सकता है।
स्वाद और सुगंध का महसूस न होना
कोविड-19 के अन्य लक्षणों से पहले कई लोग सूघने और स्वाद के महसूस न होने की समस्या से जूझते हैं, जो संक्रमण के शुरू होने का सबसे आम संकेत है।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।