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Coronavirus Outbreak: क्या है आरोग्य सेतु एप, जानें कैसे करती है काम?

Coronavirus Outbreakजिस तेज़ी से कोरोना वायरस के मामले बढ़ रहे हैंऐसे में लॉकडाउन बढ़ाने का फैसला सही है। पीएम ने सभी देशवासियों को आरोग्य सेतु एप का इस्तेमाल करने की सलाह दी है।

By Ruhee ParvezEdited By: Published: Wed, 15 Apr 2020 06:13 PM (IST)Updated: Thu, 16 Apr 2020 10:32 AM (IST)
Coronavirus Outbreak: क्या है आरोग्य सेतु एप, जानें कैसे करती है काम?
Coronavirus Outbreak: क्या है आरोग्य सेतु एप, जानें कैसे करती है काम?

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Coronavirus Outbreak: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल में देश को संबोधित करते हुए, कहा था कि देशभर में लॉकडाउन बढ़कर 03 मई तक हो गया है। इस वक्त भारत में कोरोना वायरस के मामलों का आकड़ा 11 हज़ार से ऊपर चला गया है। इनमें से 1306 लोग बिल्कुल स्वस्थ हो चुके हैं, वहीं 377 लोगों की जान जा चुकी है। 

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जिस तेज़ी से इस ख़तरनाक बीमारी के मामले बढ़ रहे हैं, ऐसे में लॉकडाउन बढ़ाने का फैसला सही है। इसके अलावा, प्रधानमंत्री ने सभी देशवासियों को आरोग्य सेतु एप का इस्तेमाल करने की सलाह दी है। इस एप को सरकार ने कोरोना वायरस संकट से निपटने के लिए बनाया है।

क्या है आरोग्य सेतु एप?

जैसा कि आप जानते हैं कि कोरोना वायरस तेज़ी से फैल रहा है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि सोशल डिस्टेंसिंग यानी सामाजिक दूरी बनाने का इस्तेमाल बीमारी या इंफेक्शन को फैलने से रोकने के लिए कई सालों से किया जा रहा है। इसलिए आरोग्य सेतु जैसी एप्स एक इनोवेटिव सॉल्यूश है, जो सामाजिक दूरी जैसे विचार को बढ़ावा देती है और अधिकारियों को आबादी को जागरूक करने और उनकी ज़िंदगी बचाने में मदद कर सकती है।

अगर सिर्फ भारत की बात करें, तो क्या पिछले दो हफ्तों में तेज़ी से कोरोना वायरस के मामले बढ़े हैं। जिसकी वजह से और भी कड़े कदम उठाने की ज़रूरत पड़ी है। इंफेक्शन के हॉटस्पॉट्स के बारे में पता लगाया, जिससे कम्यूनिटी ट्रांसमिशन के संकट से बचने में मदद मिलेगी। कम्यूनिटी ट्रांसफर का मतलब होता है, जब इंफेक्शन लोगों में फैलता जाता है और ये कैसे फैल रहा है उसका पता लगाना नामुमकिन हो जाता है। इसको महामारी की तीसरी स्टेज कहा जाता है।

कैसे काम करती है ये एप?

ये एप्लिकेशन, जो कोरोना वायरस ट्रैकर है, संपर्क ट्रेसिंग के आधार पर काम करता है और उपयोगकर्ता को उसके क्षेत्र के आसपास संभावित वायरस 'हॉटस्पॉट' की पहचान करने में मदद कर सकता है। ये लोगों को सुरक्षित रहने में मदद करता है और साथ ही बचाव में भी मदद करता है। इस तरह इस एप की मदद से कम्यूनिटी ट्रांसमिशन को काफी हद तक रोका जा सकता है।

जियोटैगिंग के आधार पर, यह एक विशिष्ट उपयोगकर्ता को पास के संक्रमण के मामले या हॉटस्पॉट से उनकी निकटता के बारे में सचेत कर सकता है।

इसके अलावा और क्या करें?

इस एप के इस्तेमाल के अलावा, आप खुद को और अपने परिवार को इस जानलेवा वायरस से बचाने के लिए सुरक्षा के उपाय अपनाएं और दिशानिर्देशों का पालन करें। अपने हाथों को दिन में कई बार साफ करें, घर की सतह को सैनीटाइज़ करें और जब तक ज़रूरी न हो, घर के बाहर न जाएं।

अगर आपके घर में किसी को या आपको खुद कोरोना वायरस के लक्षण महसूस हों, तो मास्क ज़रूर पहनें। साथ ही छोटे बच्चों, बुज़ुर्गों और पहले से बीमार लोगों का खास ख्याल रखें।  


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