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मोटापा से लेकर मधुमेह तक, इन बीमारियों के लिए रामबाण दवा है ग्वार फली

हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो ग्वार फली में कैलोरी बहुत कम होती है। साथ ही अन्य सब्जियों की तुलना में फाइबर अधिक मात्रा में पाया जाता है। फाइबर युक्त चीजों के सेवन से पेट देर तक भरा रहता है। साथ ही बार-बार खाने की आदतों से छुटकारा मिलता है।

By Pravin KumarEdited By: Published: Fri, 03 Sep 2021 06:52 PM (IST)Updated: Fri, 03 Sep 2021 06:52 PM (IST)
ग्वार फली में कैल्शियम अत्यधिक मात्रा में पाया जाता है।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। ग्वार फली का वैज्ञानिक नाम 'साया मोटिसस टेट्रागोनोलोबस' है। अंग्रेजी में इसे cluster bean कहा जाता है। इसकी फलियों की सब्जी बनाई जाती है। भारत समेत उष्णकटबंधीय देशों में ग्वार फली की खेती की जाती है। बाजार में ग्वारफली आसानी से मिल जाती है। यह बेहद पौष्टिक और सेहतमंद सब्जी है। ग्वार फली के नियमित सेवन से व्यक्ति सेहतमंद रह सकता है। इसमें विटामिन-ए, विटामिन-के, विटामिन-सी, कार्बोहाइड्रेट, फास्फोरस, पोटैशियम आदि प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं, जो सेहत के लिए लाभदायक होते हैं। ग्वार फली मधुमेह, मोटापा, बढ़ते कोलेस्ट्रॉल, हृदय की बीमारी और पेट संबंधी विकारों को दूर करने में मददगार साबित होती है। आइए, इसके अन्य फायदे जानते हैं-

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वेट लॉस में मददगार

हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो ग्वार फली में कैलोरी बहुत कम होती है। साथ ही अन्य सब्जियों की तुलना में फाइबर अधिक मात्रा में पाया जाता है। फाइबर युक्त चीजों के सेवन से पेट देर तक भरा रहता है। साथ ही क्रेविंग यानी बार-बार खाने की आदतों से छुटकारा मिलता है। इसके लिए डॉक्टर्स बढ़ते वजन से परेशान लोगों को डाइट में ग्वार फली शामिल करने की सलाह देते हैं। इसके सेवन से बढ़ते वजन को कंट्रोल करने में मदद मिलती है।

बढ़ते कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करती है

एक शोध की मानें तो ग्वार फली में डायटरी फाइबर पाया जाता है, जो कोलेस्ट्रॉल को कम करने में अहम भूमिका निभाता है। इसके लिए बढ़ते कोलेस्ट्रॉल से परेशान व्यक्ति अपनी डाइट में ग्वार फली को शामिल कर सकते हैं।

हड्डियां मजबूत होती हैं

ग्वार फली में कैल्शियम अत्यधिक मात्रा में पाया जाता है। इससे हड्डियों मजबूत होती हैं। डॉक्टर्स हमेशा हड्डियां मजबूत करने के लिए दूध और डेयरी उत्पादों को खाने की सलाह देते हैं। अगर आपको दूध पीना पसंद नहीं है, तो ग्वार फली का रोजाना सेवन करें। इसके अलावा, ग्वारफली में मौजूद तत्व टैनिन और फ्लेवोनॉयड्स ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखते हैं। वहीं, गर्भवती महिलाओं के लिए उपयोगी फोलिक एसिड इसमें पाया जाता है, जो मां और शिशु दोनों के लिए काफी लाभकारी होता है। इसके लिए अपनी डाइट में ग्वार फली को जरूर शामिल करें।

डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।


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