Chikungunya Home Remedies: तुलसी, लहसुन और गिलोय से करें चिकनगुनिया का घरेलू इलाज
Chikungunya Home Remedies चिकनगुनिया के लक्षण भी डेंगू से मिलते जुलते हैं लेकिन इसमें प्लेटलेट्स काउंट कम नहीं होते हैं इसलिए मरीज को डेंगू की तुलना में कमजोरी कम लगती है।
नई दिल्ली, जेएनएन। Chikungunya Home Remedies: एक बार फिर बारिश के साथ चिकनगुनिया का खतरा बढ़ रहा है। हर साल देश में 100-200 नहीं बल्कि हज़ारों लोग चिकनगुनिया बुखार के शिकार हो जाते हैं। चिकनगुनिया में जोड़ों में होने वाला दर्द मरीज़ को बुखार ठीक हो जाने के बाद भी कई समय तक परेशान करता है।
चिकनगुनिया के लक्षण :
- एडिस मच्छर के काटने के दो-तीन दिन बाद ही चिकनगुनिया के लक्षण नजर आते हैं।
- इसमें तेज बुखार और जोड़ों में दर्द होता है। मुख्य रूप से हाथ व पैरों की अंगुलियों में ज्यादा दर्द होता है।
- सिर में दर्द और मांसपेशियों में जकड़न महसूस होती है।
- मरीज को न्यूरोलॉजिकल समस्या भी हो सकती है।
- जी-मचलना जैसा महसूस होगा और भूख कम लगती है।
- इस बीमारी में शरीर पर जगह-जगह लाल रंग के दाने उभर आते हैं।
डेंगू और चिकनगुनिया में क्या है अंतर
डेंगू में बुखार के साथ-साथ हाथ-पैर में दर्द रहता है, भूख कम लगती है, जी मिचलाना और उल्टी जैसा भी महसूस कर सकते हैं। डेंगू के बुखार का खास लक्षण है सिर और आंखों में तेज दर्द होना। डेंगू के बुखार में प्लेटलेट्स कम होने की वजह से मरीज़ को बहुत कमजोरी हो जाती है।
वहीं, चिकनगुनिया के लक्षण भी डेंगू से मिलते जुलते हैं, लेकिन इसमें प्लेटलेट्स काउंट कम नहीं होते हैं इसलिए मरीज को डेंगू की तुलना में कमजोरी कम लगती है। तेज बुखार के साथ जोड़ों में दर्द चिकनगुनिया का सामान्य लक्षण है। हालांकि इस बुखार में जोड़ो में दर्द होना सबसे बड़ी परेशानी होती है।
ऐसे करें चिकनगुनिया का घरेलू इलाज
1. गिलोय
गिलोय एक आयुर्वेदिक औषधी है। इसका पौधा कई तरह की बीमारियों में मददगार साबित होता है। इसमें एंटी-इंफ्लामेटरी, एंटी-आर्थराइटिस और इम्यूनोमॉड्यूलेटरी गुण पाए जाते हैं, जो चिकनगुनिया बुखार से राहत दिलाते हैं।
2. तुलसी
इसमें तुलसी के पत्ते काफी फायदेमंद साबित होते हैं। तुलसी की गुणकारी पत्तियां बुखार को कम कर, शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में सुधार करती हैं। आयुर्वेद में तुलसी की पत्तियों का इस्तेमाल कई प्रकार की दवाइयां बनाने में होता है। इन पत्तियों में एंटीमाइक्रोबियल गुण होता है, जो बीमारी से जल्द उबरने में मदद करता है।
3. लहसुन
जोड़ों के दर्द से राहत दिलाने में लहसुन का कोई मुकाबला नहीं है। जिस जगह दर्द है इसे वहां जितना ज्यादा हो सके लगाएं। यह न सिर्फ दर्द से राहत दिलाएगा, बल्कि सूजन को कम करके रक्त संचार को बेहतर भी बनाएगा।