Andhra Mysterious Illness: ये रसायन हो सकता है रहस्यमयी बीमारी के पीछे का कारण!
Andhra Mysterious Illness ऑर्गेनोक्लोरिन कीटनाशक क्लोरीनयुक्त हाइड्रोकार्बन हैं जिसका उपयोग आमतौर पर कृषि और मच्छरों के नियंत्रण में किया जाता है। ऐसा माना जा रहा है कि ये रसायन इस रहस्यमयी बीमारी के पीछे का कारण हो सकता है।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Mysterious Disease Cause: आंध्रप्रदेश के एलुरु इलाके में शनिवार रात से लगभग 400 लोग एक रहस्यमयी बीमारी की चपेट में आकर अस्पताल में भर्ती हुए हैं। इस रहस्यमयी बीमारी ने मेडिकल एक्सपर्ट्स को हैरान कर दिया है, टेस्ट रिपोर्ट्स की शुरुआती विश्लेषण ने कीटनाशकों में पाए जाने वाले रासायनिक पदार्थों की भूमिका को स्थापित किया है, जिसकी वजह से एक व्यक्ति की मौत हो गई है।
समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट में कहा गया है कि देश के प्रमुख वैज्ञानिक संस्थानों के विशेषज्ञों की कई टीमें आंध्र प्रदेश के एलुरु शहर में बीमारी के सटीक कारण का पता लगाने के लिए काम कर रही हैं।
कीटनाशक हो सकता है कारण
ऑर्गेनोक्लोरिन कीटनाशक क्लोरीनयुक्त हाइड्रोकार्बन हैं, जिनका उपयोग कृषि और मच्छरों के नियंत्रण में किया जाता है। यौगिकों में डीडीटी शामिल है, जिसका उपयोग आमतौर पर एंटी-मच्छर फॉगिंग में किया जाता है।
रोग ट्रिगर करने वाले एजेंट होने में ऑर्गेनोक्लोरिन की भूमिका होने पर, एक अधिकारी ने कहा कि हां हमें यकीन है कि ऑर्गेनोक्लोरिन ने ही इस बीमारी को जन्म दिया है, लेकिन हम पुष्टि के लिए लैब रिपोर्ट का इंतज़ार कर रहे हैं।
शुरुआत में दूषित पानी को इस बीमारी के फैलने का कारण माना जा रहा था, लेकिन रिपोर्ट में ये साबित न हो पाने से मेडिकल टीम अब अन्य रासायनिक एजेंट्स पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, जो इस बीमारी के फैलने का कारण हो सकते हैं।
250 से अधिक लोगों को मिली अस्पताल से छुट्टी
अब तक 263 लोगों को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है, जबकि अन्य 171 मरीज़ों का इलाज जारी है और वे अब भी भर्ती हैं। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 17 और रोगियों को बेहतर चिकित्सा के लिए विजयवाड़ा और गुंटूर के अस्पतालों में भेजा गया।
रहस्यमयी बीमारी के लक्षण
यह बीमारी, जो पहले एलुरु शहर में के एक क्षेत्र में सामने आई थी, बाद में एलुरु और डेंडुलुरु के आस-पास के ग्रामीण हिस्सों में फैल गई, हालांकि वहां प्रभावितों की संख्या कहीं कम थी। इससे पहले, इस रहस्यमयी रोग की वजह से लोगों को दौरे पर रहे थे, मतली महसूस होने के बाद वे अचानक बेहोश होकर गिर रहे थे।
GGH डॉक्टरों के अनुसार, लक्षणों में 3-5 मिनट के लिए मिर्गी का दौरा, कुछ मिनटों के लिए याददाश्त का जाना, बेताबी, उल्टी, सिरदर्द और पीठ दर्द शामिल हैं। इस बीमारी ने रविवार को 45 वर्षीय श्रीधर की जान ले ली।
पश्चिम गोदावरी के जिला कलेक्टर आर मुतालाराजू द्वारा प्रस्तुत एक रिपोर्ट के अनुसार, बीमारी का सटीक कारण अभी तक स्थापित नहीं किया जा सका है, क्योंकि ब्लड टेस्ट और दिमाग़ के सीटी स्कैन में सब कुछ सामान्य देखा गया।