Benefits of Eating on Floor: जमीन पर बैठकर खाएं खाना, हाजमा रहेगा दुरुस्त और नहीं बढ़ेगा वजन
Benefits of Eating on Floor जमीन पर बैठकर खाना सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। सुखासन यानी पालथी मारकर बैठकर खाने से पेट की समस्याएं तो दूर होती ही हैं साथ ही वजन भी कंट्रोल में रहता है।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क, Benefits of Eating on Floor: कब्ज, गैस, एसिडिटी इन सबकी वजह खराब डाइजेशन है। लेकिन इसके लिए पूरी तरह से खानपान को जिम्मेदार ठहराना सही नहीं, इसके पीछे हमारी कुछ आदतों का भी हाथ है। आपने देखा होगा पहले के जमाने में लोग जमीन पर एकसाथ बैठकर भोजन किया करते थे। उनके हाथ में टीवी या मोबाइल नहीं हुआ करता था, जिससे पूरा फोकस खाने पर होता था। भरपेट खाने के बाद भी उनकी सेहत अच्छी रहती थी और वजन भी एकदम कंट्रोल में। लेकिन अब ऐसा नहीं है। लोग अब कुर्सी, सोफे या कई बार तो बिस्तर पर भी बैठकर खाना खा लेते हैं और फिर तरह-तरह की परेशानियां झेलते हैं। तो आज हम जमीन पर बैठकर खाने के क्या-क्या फायदे होते हैं, इनके बारे में जानने वाले हैं।
डाइजेशन रहता है अच्छा
जब आप जमीन पर बैठकर भोजन कर रहे होते हैं तो खाने के लिए आगे झुकते हैं और फिर पीछे नॉर्मल पोजिशन में आकर आराम से उसे चबाते और निगलते हैं। तो ये आगे-पीछे हो रहे मूवमेंट से पाचन के लिए जरूरी एंजाइम्स का उत्पादन सही तरीके से और पर्याप्त मात्रा में होता है जिससे खाना आसानी से पच जाता है। इससे गैस, एसिडिटी, मोटापा जैसी कई समस्याएं दूर रहती हैं।
ब्लड सर्कुलेशन में होता है सुधार
पालथी मारकर बैठने से पैरों में रक्त संचार कम हो जाता है और अतिरिक्त रक्त हार्ट के जरिए अन्य अंगों में पहुंचता है जिससे पाचन के लिए जरूरी एक्टिविटी बढ़ जाती है और सुचारू रूप से हो पाती है। लेकिन वहीं अगर आप कुर्सी पर बैठकर खाते हैं तो ऐसा नहीं हो पाता।
शरीर और दिमाग होता है रिलैक्स
पद्मासन और सुखासन ध्यान के आसन हैं। जिसमें बैठकर फोकस करना आसान होता है क्योंकि बॉडी पूरी तरह से रिलैक्स होती है। पैरों में किसी तरह की समस्या नहीं है तो इस आसन में बैठने से शरीर के साथ मन भी शांत होता है। किसी तरह का कोई तनाव हो तो वो दूर होता है। ऐसा माना जाता है कि इस मुद्रा में बैठने से शरीर में ऑक्सीजन का प्रवाह बढ़ता है। यह रीढ़ को सीधा करता है और कंधे की मांसपेशियों को आराम देता है।
सुधरता है पोस्चर
सुखासन में बैठने से मांसपेशियों और जोड़ों के दर्द से राहत मिलती है। यह मुद्रा शरीर का लचीलापन भी बढ़ाती है खासतौर से जब आप इस स्थिति से बिना किसी सहारे उठते हैं। सुखासन में बैठने के दौरान पीठ एकदम सीधी रहती है जिससे पोस्चर सुधरता है।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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