लॉकडाउन में मोटापे से बचे रहने के लिए बैलेंस डाइट और एक्सरसाइज ही है सबसे सही उपाय
लॉकडाउन में कुकिंग के साथ ही अगर आप खाने के भी शौकीन हैं तो ये थोड़ी चिंताजनक बात है क्योंकि बहुत ज्यादा एक्टिविटी न होने के चलते ये आपका मोटापा बढ़ा सकते हैं।
कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए पूरी दुनिया के बड़े हिस्से में लोग अपने घरों के अंदर रहने को मजबूर हैं। ऐसे में ब्रिटिश डॉक्टर्स इस बात को लेकर चिंतित हैं कि कहीं लोगों में ओबेसिटी की समस्या न बढ़ने लगे। दरअसल दिन-रात घर के भीतर रहने के कारण लोग ज्यादा कैलोरी वाली स्वादिष्ट चीज़ें खाना पसंद कर रहे हैं और जब-जब भूख लग रही है तब-तब खा रहे हैं। खाने-पीने का पूरा टाइम बिगड़ और बदल चुका है। वहीं वर्क फ्रॉम होम में अपने कम्फर्ट के हिसाब से काम करने के चलते सोने-उठने का भी वक्त नहीं। वहीं दूसरी ओर एक्सरसाइज जैसी शारीरिक गतिविधियों की कमी के कारण वे पर्याप्त मात्रा में कैलोरी बर्न नहीं कप पा रहे हैं।
ब्रिटेन की आहार विशेषज्ञ जेनिफर ऑर्बट के अनुसार घर के अंतर बंद रहने के कारण व्यक्ति पूरे दिन में 250 से भी कम कैलोरी बर्न कर पाता है, जिससे कुछ समय बाद उसमें ओवरवेट होने की आशंकाएं बढ़ जाती हैं। इसलिए लॉकडाउन की वजह से घर के अंदर रहने वाले लोगों को यह सलाह दी जा रही है कि वे सादा और संतुलित खानपान अपनाएं। जंक फूड, चॉकलेट, केक-पेस्ट्री और मिठाइयों से दूर रहें। जहां तक संभव हो सफाई और बागवानी जैसे घरेलू कामों में खुद को व्यस्त रखें। और थोड़ी देर ही सही एक्सरसाइज जरूर करें।
डॉक्टर की राय
यह रिसर्च बिल्कुल सही है। कुछ महीनों के बाद लोगों की सेहत पर लॉकडाउन का असर दिखाई देने लगेगा, क्योंकि घर के भीतर रहने के कारण लोगों की दिनचर्या अनियमित हो जाती है। शाम के समय भूख लगने पर अक्सर वे तले-भुने स्नैक्स खाना पसंद करते हैं लेकिन बेहतर यही होगा कि इसके बजाय फल, स्प्राउट्स या भुने चने जैसी आसानी से पचने वाली चीजों का सेवन किया जाए। सही समय पर सोने-जागने की आदत बनाएं और घर के अदंर ही एक्सरसाइज करने के लिए खुद को मोटिवेट करें।
डॉ नेहा पठानिया, डायटिशियन (पारस हॉस्पिटल, गुरूग्राम)