Face Mask Mistakes: जाने अनजाने में हम सभी कर रहे हैं मास्क पहनने में ये 5 ग़लतियां
Face Mask Mistakes जब भी हम में से किसी को घर से बाहर निकलना होता है तो उसके लिए मास्क पहनना सबसे महत्वपूर्ण हो जाता है। हाल ही में ऐसी रिपोर्ट्स भी आई थीं कि कोरोना वायरस हवा मे
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Face Mask Mistakes: आज से 6 महीने पहले किसने सोचा था कि एक दूसरी की आधी-आधी और मास्क के पीछे छिपी शक्लें एक आम बात हो जाएगी। कोविड-19 ने दुनियाभर में कई तरह के बदलाव पैदा कर दिए हैं, इसमें एक है हमारी आम ज़िंदगी। इस वक्त कोरोना वायरस का न तो कोई इलाज है और न ही कोई वैक्सीन। ऐसे में हम सभी के पास अपने आप को सुरक्षित रखने के लिए सिर्फ कुछ एहतियात हैं, जिन्हें बरतना हम सबके लिए ज़रूरी हो गया है।
इनमें सबसे बड़ा बचाव है मास्क या फेस कवर्स। जब भी हम में से किसी को घर से बाहर निकलना होता है, तो उसके लिए मास्क पहनना सबसे महत्वपूर्ण हो जाता है। हाल ही में ऐसी रिपोर्ट्स भी आई थीं कि कोरोना वायरस हवा में भी फैल रहा है। जिसकी वजह से मास्क या फेस शील्ड पहनना और भी ज़रूरी हो गया है।
कई एक्सपर्ट्स का मानना है कि लोगों को घर पर भी मास्क पहनना चाहिए, खासकर अगर घर में कोरोना का कोई मरीज़ है। वहीं, कई का मानना है कि सिर्फ घर से बाहर ही मास्क पहनें, खासकर ऐसी जगह जहां शारीरिक दूरी बनाए रखना मुश्किल है।
मास्क या फेस कवर्स पहनते वक्त 5 ग़लतियां जो हम सब करते हैं
हम में से ज़्यादातर लोग मास्क को समय पर बदलते नहीं हैं और न ही हर इस्तेमाल के बाद धोते हैं। कई लोग तो परिवार के अन्य लोगों के साथ मास्क शेयर भी कर रहे हैं। आज हम बात कर रहे हैं उन ग़लतियों की जो हम जाने अनजाने में कर रहे हैं।
N-95 मास्क का इस्तेमाल: सरकार की दिशानिर्देशों के मुताबिक मास्क से आपकी नाक और मुंह पूरी तरह से ढके होने चाहिए। कई N95 मास्क में वॉल्व भी लगा आता है, जिसकी वजह से वायरस से बचाव नहीं हो पाता है। वॉल्व वाले मास्क सिर्फ प्रदूषण से आपके फेफड़़ों का बचाव करते हैं। इसलिए इन्हें सिर्फ स्मॉग या प्रदूषण के समय ही पहनना चाहिए।
मास्क को खींचकर गर्दन पर अटकाना: ऐसा अक्सर होता है, जब हमारे आसपास कोई नहीं होता, तो हम हवा में सांस लेने के लिए मास्क को खिसका कर गर्दन तक ले आते हैं। जिस बात पर हम ध्यान नहीं देते, वह ये कि थोड़े-से एहतियात से हम अपने आपको संक्रमण और बीमारी से बचा सकते हैं। आपकी गर्दन का हिस्सा खुला रहता है और यहां पसीने के साथ गंदगी और कीटाणु हो सकते हैं, जो मास्क को दूषित कर सकते हैं। वहीं, मास्क को सर के ऊपर चढ़ा लेने का भी ऐसा ही असर हो सकता है।
मास्क से कीटाणुओं का फैलना: हम सभी ये जानते हैं कि मास्क को इस्तेमाल करने के बाद उसे फेंक देना चाहिए या फिर धोना चाहिए। हालांकि, इस बात से अंजान रहते हैं कि जिस सतह पर मास्क रखा गया है वह जगह भी दूषित हो जाती है। इसलिए इस्तेमाल करते ही फेंक दें या फिर फौरन धो लें।
एक ही मास्क को सारा दिन पहनना: 2-3 महीने के लॉकडाउन के बाद कई लोगों को ऑफिस लौटना पड़ा है। ऐसे में उन्हें सारा दिन मास्क पहनना पड़ता है। वह न को मास्क को बीच में धो रहे हैं और लगातार सारा दिन पहन भी रहे हैं। एक्सपर्ट्स का मानना है कि आपको मास्क को हर दो घंटे में धोना चाहिए या बदलना या डिसइंफेक्ट करना चाहिए।
मास्क को डिसइंफेक्टेंट से धोना: मास्क को डिसइंफेक्टेंट से स्प्रे करना भले ही सही लगता हो, लेकिन ये आपके मास्क को खराब भी करता है। इसके अलावा डिसइंफेक्टेंट में सांस लेना भी हानीकारक साबित हो सकता है।