ड्रेस के हिसाब से चुनें सही फुटवेयर
ड्रेसेज के साथ हील्स या पीपटोजबहुत अच्छे लगते हैं। साथ ही वे मैचिंग के हों, तब तो व्यक्तित्व में चार चांद लग जाते हैं।
ड्रेसेज़ के साथ हील्स या पीपटोजबहुत अच्छे लगते हैं। साथ ही वे मैचिंग के हों, तब तो व्यक्तित्व में चार चांद लग जाते हैं। फैशन के लिए डिज़ाइनर और ट्रेंडी फुटवेयर ले तो लिए जाते हैं, पर कई बार आरामदायक नहीं निकलते। अपने नाज़ुक पैरों की कोमलता को बरकरार रखने के लिए हमें फुटवेयर का चयन बहुत सोच-समझ कर करना चाहिए।
खरीददारी में बरतें सावधानी
मन में आया कि कुछ लेना है और बस निकल पड़े। अगर आप भी ऐसे ही खरीददारी करते हैं, तो फुटवेयर लेते समय थोड़े सजग हो जाइए।
- पार्टी, फॉर्मल व कैज़ुअल लुक्स को ध्यान में रखते हुए ही फुटवेयर खरीदें कि उन्हेें आप कहां पहनेंगे।
- स्टाइल से ज्य़ादा अपने कंफर्ट को तरज़ीह दें।
- अपने फुटवेयर के साइज़ को जानेें और उसी के हिसाब से खऱीदें।
- दोनों पैरों में ट्राई करने के बाद थोड़ा चल कर ज़रूर देख लें। उनके कार्पेट के बजाय हो सके तो टाइल्स पर चल कर देखें।
- फुटवेयर लेने का सही समय शाम के 4-5 बजे का होता है। उस समय पैरों में हल्की सूजन होने से आप बिलकुल सही साइज़ ले सकेंगे।
- ऑनलाइन खरीदते वक्त उसी ब्रैंड से शॉपिंग करें जिसके फुटवेयर आप पहले ले चुके हों।
- हाई हील के बजाय प्लैटफॉर्म हील, चंकी हील्स, वेजेस या लो हील के फुटवेयर लें। हील कैप लगवाना न भूलें।
गलत फुटवेयर के नुकसान
फुटवेयर लेते समय बरती गई लापरवाही आपके लिए नुकसानदेह साबित हो सकती है। फुटवेयर की $गलत फिटिंग या असुविधाजनक सोल से कॉर्न की समस्या हो सकती है। टूटे हुए या गंदे फुटवेयर पहनने से पैरों में दर्द या ब्लिस्टर्स होने की आशंका रहती है। कभी-कभी चलते वक़्त कील या कंकड़ जूतों के अंदर घुस जाता है। अगर उसे तुरंत निकाल कर पैर साफ न किया जाए, तो उससे बैक्टीरियल इन्फेक्शन भी हो सकता है। टाइट फुटवेयर पहनने से आपके पैरों के नाखून खराब होने लगते हैं, इसलिए हमेशा आरामदायक फुटवेयर ही लें। का$फी देर तक जूते पहने रहने से पैरों में पसीना आने लगता है, जिससे फंगल इन्फेक्शन होने का खतरा रहता है। हो सके तो लंच टाइम में या जब मौका मिले तब आधा-एक घंटे के लिए पैरों को खुला छोड़ दें। साथ ही हमेशा कॉटन के मोज़े पहनें। कुछ लोगों को नेल पॉलिश से भी एलर्जी हो जाती है, इसलिए हमेशा अच्छी क्वॉलिटी व ब्रैंड की नेल पॉलिश ही लें।
बच्चों के लिए हो खास
छोटे बच्चे के फुटवेयर किड स्टोर से ही लें। वहां उसके पैरों का सही साइज़ नापें। उसी हिसाब से जूते, सैंडल या बेलीजलें। चलने पर पैरों में जिस तर$फ ज्य़ादा दबाव पड़ता हो, वहां का पैड ठोस होना चाहिए। हल्का होने पर गिट्टी या कंकड़ चुभ सकता है। ख़्ारीदने से पहले अच्छे से ट्रायल दिलवाएं। जब वह पूरी तरह से संतुष्ट हो जाए और आप भी सही से उसका मैटेरियल देख लें। यह भी ध्यान रखें कि उसमें कुछ चुभने वाली चीज़ न लगी हो। कम उम्र में उनकी हील की आदत बिलकुल न डालें।