Anti Ageing Herbs: आयुर्वेदिक हर्बस जो बढ़ती उम्र के असर को कम करेंगी, जानिए कैसे
Anti-Ageing Herbs आयुर्वेद में ऐसी कई प्राकृतिक जड़ी-बूटियां हैं जिनका सेवन करके आप अपनी काया को लंबे समय तक जवान रख सकती हैं। आयुर्वेदिक हर्बस उम्र बढ़ाने वाले सेल्स को रोकती हैं।आयुर्वेद की अधिकांश जड़ी-बूटियां एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होती हैं।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। हर इनसान हमेशा खूबसूरत और जवान दिखना चाहता है। अपनी बढ़ती उम्र का असर चेहरे और बॉडी पर देखना किसी को पसंद नहीं है। उम्र बढ़ने के साथ-साथ चेहरे का ग्लों और चार्म कम होता जाता है। स्किन पर झुर्रियां आने लगती है और बाल सफेद होने लगते हैं। उम्र का यह बदलाव बेहद अजीब लगता है। हालांकि अगर हम अपने खान-पान और लाइफस्टाइल में बदलाव करें तो लंबे समय तक इन समस्याओं से बच सकते हैं। आयुर्वेद में ऐसी कई प्राकृतिक जड़ी-बूटियां हैं जिनका सेवन करके आप अपनी काया को लंबे समय तक जवान रख सकती हैं। आयुर्वेदिक हर्बस उम्र बढ़ाने वाले सेल्स को रोकती हैं। आयुर्वेद की अधिकांश जड़ी-बूटियां एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होती हैं जो शरीर में फ्री रेडिकल्स को नुकसान पहुंचाने वाले सेल्स के विकास को रोकती हैं। आइए हम आपको ऐसी तीन जड़ी बूटियों के बारे में बताते हैं जिनका सेवन करके आप हमेशा युवा दिखेंगी।
गिलोय:
गिलोय हमारी स्किन सेल्स को पुनर्जीवित करता है और अपने एंटी इन्फ्लामेट्री गुणों के जरिए हमारी स्किन को टाइट रखता है। इसका इस्तेमाल करने से याददाश्त दुरुस्त रहती है और इम्यूनिटी मज़बूत रहती है। गिलोय शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालता है, ब्लड को शुद्ध करता है और बैक्टीरिया से लड़ता है। इसके इस्तेमाल से स्किन पर बुढ़ापा जल्दी नहीं दिखता।
अश्वगंधा:
अश्वगंधा तेजी से कोशिकाओं के विकास और कायाकल्प में मदद करता है। इसके इस्तेमाल से बढ़ने वाली उम्र के संकत बॉडी पर कम दिखते हैं। इसका लगातार सेवन करने से स्किन पर झाइयां या झुर्रियां नहीं पड़ती। आप इसका कैप्सूल भी ले सकते हैं या फिर 2 ग्राम अश्वगंधा पाउडर को सुबह शाम गर्म दूध या पानी के साथ भी खा सकते हैं।
हल्दी:
कोरोनाकाल में हल्दी के इस्तेमाल पर जोर दिया गया है। इससे हड्डियां मजबूत होती हैं, और इम्यूनिटी भी बूस्ट होती है। लेकिन आप जानते हैं कि हल्दी स्किन के लिए भी फायदेमंद है। इसका लेप लगाने से चेहरे की झाइयों को दूर किया जा सकता है। हल्दी में करक्यूमिन होता है, जो इसके एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रभावों के लिए जाना जाता है।