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आओ जानें, रोजमर्रा की रफ्तार थामने वाले कोहरे के बारे में

बढ़ती सर्दी के साथ हर तरफ पांव पसार रहा है धरती पर। बादलों का अहसास दिलाता कोहरा। दोस्तो, हवाई, रेल, सड़क परिवहन को पटरी से उतारने वाले कोहरे के कई रूप हैं। आओ जानें रोजमर्रा की रफ्तार को थामने वाले कोहरे और उसके विभिन्न रूपों के बारे में.. क्या है क

By Edited By: Published: Fri, 20 Dec 2013 11:36 AM (IST)Updated: Fri, 20 Dec 2013 11:36 AM (IST)
आओ जानें, रोजमर्रा की रफ्तार थामने वाले कोहरे के बारे में

बढ़ती सर्दी के साथ हर तरफ पांव पसार रहा है धरती पर। बादलों का अहसास दिलाता कोहरा। दोस्तों, हवाई, रेल, सड़क परिवहन को पटरी से उतारने वाले कोहरे के कई रूप हैं। आओ जानें रोजमर्रा की रफ्तार को थामने वाले कोहरे और उसके विभिन्न रूपों के बारे में..

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क्या है कोहरा?

सर्दी में पृथ्वी की सतह के पास की गर्म हवा में मौजूद नमी ऊपर मौजूद ठंडी हवा की परतों से मिल कर जम जाती है। इस प्रक्रिया को संघनन (कंडेंशन) कहा जाता है। जब संघनन बहुत अधिक हो जाता है तो यह भारी होकर पानी की नन्ही-नन्ही बूंदों में बदलने लगती है। ये सूक्ष्म बूंदें ही आसपास की अधिक ठंडी हवा के सपर्क में आने पर धुएं के बादल जैसी नजर आने लगती हैं। मौसम वैज्ञानिक इसे ही कोहरा कहते हैं। कोहरा में 1000 मीटर की विजिबिलिटी सामान्य मानी जाती है। जब विजिबिलिटी 50 मीटर या इससे कम हो जाती है, तो यह जनजीवन को प्रभावित करना शुरू कर देता है।

सिल्वर आयोडाइड या कैल्शियम क्लोराइड का छिड़काव करके कोहरे को कम किया जा सकता है। इससे कोहरे में मौजूद पानी की बूंदें जमीन पर गिर जाती हैं और कोहरा छंट जाता है।

जीपीएस और सीडीएम टेक्नोलॉजी का प्रयोग कर कोहरे से बचा जा सकता है। ट्रेनों में जीपीएस टेक्नोलॉजी और हवाई यातायात के लिए सीडीएम यानी कोलैबरेटिव डिसीजन मेकिंग टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाता है। सीडीएम के तहत जरूरी सूचनाओं को एक विशेष सॉफ्टवेयर के जरिए पहुंचाया जाता है, ताकि अधिक कोहरा होने पर उड़ानों पर नियंत्रण रखने में मदद मिल सके।

शहरों में कोहरे की परत गांव व कस्बों में दिखने वाले कोहरे की परतों की अपेक्षा अधिक मोटी होती है। यहां की हवा में धूल और धुएं के कण अधिक होते हैं, जो कोहरे में उपस्थित पानी के कणों से मिलकर इसे ज्यादा गहरा बना देते हैं।

कोहरे के कई नाम

कुहासा : कोहरा और कुहासा दोनों एक ही प्रक्रिया से बनते हैं। कुहासे में कोहरे की तुलना में जल की सूक्ष्म बूंदें कम होती हैं। इसलिए कुहासे में नमी अपेक्षाकृत कम होती है। कह सकते हैं कोहरे और कुहासे में जल की सूक्ष्म बूंदों के घनत्व के कारण अंतर होता है।

स्मॉग: जब कोहरे का धुएं के साथ मिश्रण होता है तो उसे 'स्मॉग' कहते हैं। यह काफी घना होता है और देर तक बना रहता है। धुएं में विभिन्न तरह के रसायनों का वाष्प मिला होता है। इस वजह से कोहरे की प्रकृति अम्लीय हो जाती है, जो सेहत के लिए नुकसानदेह होती है।

धुंध : जब कोहरे की दृश्यता की सीमा एक किमी या इससे कम हो तो उसे धुंध कहते हैं। कोहरे के अंग्रेजी नाम 'फॉग' का अर्थ कोहरा, कुहासा, धुंध तीनों हैं। इसी में एक नया नाम जुड़ गया स्मॉग भी। वैज्ञानिक इन तीनों में अंतर बताते हैं।

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