फैन फॉलोइंग बढ़ाएं कैंपस में..
कॉलेज का हीरो! यह टाइटल कौन नहीं लेना चाहता लेकिन यह इतना ईजी नहीं है। इसके लिए अपने वर्क से स्टूडेंट्स के साथ टीचर्स को भी खुश करना होगा..
कैंपस में एडमिशन मिल गया है, तो अब वक्त है हीरोगिरी दिखाने का। फच्चाज के मन में कैंपस का अपना अलग ही क्रेज होता है। नया माहौल, नया फ्रेंड सर्किल, ड्रेस कोड से आजादी और न जाने क्या-क्या। सपनों की बेहद लंबी लिस्ट होती है। सभी फच्चाज का ड्रीम होता है सेंटर ऑफ अट्रैक्शन बनना, लेकिन इंप्रेशन जमाना इतना ईजी नहीं होता।
न्यू लुक
कॉलेज हमारी लाइफ के लिए न्यू टर्न साबित होते हैं। यहीं से हम बनते हैं और बिगडना भी यहीं से शुरू होता है। हम बिगडने की बात क्यों करें? हमें तो बनना है। कुछ अचीव करना है। कॉलेज जब हमारे लिए इतना इंपॉर्टेट है तो हम भी अपने को कुछ स्टाइलिश लुक क्यों न दें। यहां हम कुछ फैंसी लुक अपना सकते हैं। एक ऐसा लुक जो हमारी पहचान बन जाए। इसके लिए स्टाइलिश ड्रेस पहनें, हेयर स्टाइल चेंज करें, कंफर्टेबल शूज लें और अगर बैग भी कलरफुल हो जाए तो बात ही क्या है?
पंक्चुअलिटी
एक हीरो के लिए सबसे जरूरी है, पंक्चुअलिटी। कॉलेज हीरो बनना है, तो इससे कंप्रोमाइज कभी नहीं। किसी भी सूरत में एक दिन भी कॉलेज लेट नहीं आना है। इसलिए देर रात तक न जागें। पूरी नींद लें। जब सुबह उठेंगे तो फ्रेश और रिलैक्स रहेंगे। इसी फ्रेशनेस के साथ आपका डेली कॉलेज में एंट्री करना, भला किसे अच्छा नहीं लगेगा। ऐसे में चेहरे पर हमेशा एक हल्की-सी मुस्कान भी रहे, तो कहना ही क्या।
एवरी-डे इज फर्स्ट डे
कॉलेज में अपनी ड्रेस, कम्युनिकेशन, नेचर आदि से हम अपने को दूसरों से अलग दिखाने की कोशिश करते हैं। ध्यान रखते हैं कि कहीं कोई गलती न हो जाए और इमेज खराब न हो। कॉलेज हीरो बनने के लिए हमें यह रोज करना होगा। कोई भी ऐसा काम न करें, जिससे निगेटिव इमेज सामने आए। आपको अपनी इमेज से स्टूडेंट्स को ही नहीं, प्रोफेसर्स को भी खुश करना है। आखिर हमारे कॉलेज हीरो की सर्टिफिकेट पर लास्ट सिगनेचर तो उन्हीं के होंगे।
इनिशिएटिव लें
केवल बेस्ट स्टूडेंट बनकर कोई कॉलेज हीरो का अवॉर्ड नहीं ले सकता। इसके लिए एजुकेशन के साथ ही कॉलेज में चलाए जा रहे सभी प्रोग्राम्स में अपनी प्रेजेंस दर्ज करानी होगी। हीरो वही होता है, जो कई चीजों में परफेक्ट हो। स्पोर्ट्स में पार्टिसिपेट करें, सोशल वर्क में हाथ आजमाएं और चाहें तो मैनेजमेंट की परमिशन लेकर खुद अपनी तरफ से इनिशिएटिव लेकर कुछ स्टूडेंट्स के साथ कोई ऐसा प्रोग्राम कैंपस में शुरू करें, जिससे नई इन्फॉर्मेशन स्टूडेंट्स को मिले। कहने का मतलब इनिशिएटिव लें और क्रिएटिव करें। इस तरह के प्रोग्राम्स में जितना एक्टिव रहेंगे, उतनी ही फैन फॉलोइंग बढती चली जाएगी।
फ्रेंडली नेचर
हम उन्हीं फ्रेंड्स को याद रखते हैं, जो हमारी हेल्प करते हैं। क्यों न कॉलेज लाइफ में हम भी कुछ ऐसा करें कि लोग हमें भी लंबे समय तक भुला न पाएं। इसके लिए अच्छे स्टूडेंट्स के साथ फ्रेंडशिप बनाएं। उनकी प्रॉब्लम्स को सॉल्व करने की कोशिश करें और अपनी प्रॉब्लम्स भी उन्हें बताएं। आपका यह हेल्पफुल नेचर कॉलेज हीरो की इमेज को और मजबूत कर देगा।
बनें आवाज
कॉलेज में रैगिंग पर बैन है। एडमिनिस्ट्रेशन भी इसे रोकने के कदम उठा रहा है, फिर भी यह कहीं न कहीं सिस्टम में मौजूद है। पढने वाले सीरियस स्टूडेंट इस रैगिंग के खिलाफ हैं। इस बुराई को रोकने के लिए आगे आएं। आप इनस्टूडेंट्स की आवाज बनें। इनकी प्रॉब्लम्स एडमिनिस्ट्रेशन तक पहुंचाने का काम करें।
फ्रेशर्स पार्टी
कॉलेज में स्टूडेंट्स के परिचय के लिए फ्रेशर्स पार्टी ऑर्गेनाइज की जाती है। साथ ही बीच-बीच में कल्चरल प्रोग्राम्स, डिबेट आदि होते हैं। न्यू कमर्स के लिए अपने आपको हीरो प्रूव करने के यही चांस हैं। इसलिए अपना कोई प्रेजेंटेशन इनमें जरूर दें। हाथ आए मौकों से अगर चूके, तो शायद अगला चांस जल्द नसीब न हो। हीरो बनना है, तो हीरो जैसी हिम्मत भी तो दिखानी होगी।
शरद अग्निहोत्री