काउंसलर कॉर्नर
मैंने 2015 में 12वीं का एग्जाम दिया है। सिंगर बनना चाहता हूं। मेरे स्कूल या गांव में जब भी कोई कार्यक्रम होता है, तो मैं उसमें जरूर भाग लेता हूं। कृपया मेरा मार्गदर्शन करें।
BECOME A SINGER मजबूत करें क्लासिकल बेस
मैंने 2015 में 12वीं का एग्जाम दिया है। सिंगर बनना चाहता हूं। मेरे स्कूल या गांव में जब भी कोई कार्यक्रम होता है, तो मैं उसमें जरूर भाग लेता हूं। कृपया मेरा मार्गदर्शन करें।
अमन गौतम, ई-मेल से
यह बहुत अच्छी बात है कि आपकी सिंगिंग में रुचि है और उत्साह के साथ कार्यक्रमों में हिस्सा भी लेते हैं। अपनी इस कला को लगातार अभ्यास से निखारने पर ध्यान दें। स्थापित और जाने-माने गायकों को ध्यान से सुनें और बारीकियां समझें। इसके साथ ही धीरे-धीरे क्लासिकल बेस को भी मजबूत करने का प्रयास करें। नियमित रियाज से कोई समझौता न करें। जब भी कोई कलाकार मिले, उससे मिलकर सुझाव-आशीर्वाद लें। जहां भी मौका मिले, वहां खुद को अच्छी तरह पेश करें। सिंगिंग को पूरी तरह एंज्वॉय करें। हां, साथ में पढ़ाई पर भी जरूर ध्यान दें। आप ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन भी म्यूजिक-सिगिंग से कर सकते हैं। यह कोर्स कई कॉलेजों-विश्वविद्यालयों में उपलब्ध है।
प्राइवेट कोर्स का भी समान महत्व
कृपया बताएं कि प्राइवेट बीए और रेगुलर बीए में कुछ अंतर होता है?
अनिरुद्ध यादव, ई-मेल से
रेगुलर और प्राइवेट बीए के सिलेबस में कोई फर्क नहीं होता है। यही कारण है कि जो व्यक्ति किसी कारण रेगुलर पढ़ाई नहीं कर पाते, वे प्राइवेट या करेस्पॉन्डेंस के जरिए पढ़ाई का अपना शौक पूरा करते हैं। सरकारी या प्राइवेट नौकरी के लिए अप्लाई करने, कॉम्पिटिटिव एग्जाम देने या ज्वाइन करने में इस बात पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया जाता कि आपने रेगुलर पढ़ाई की है या प्राइवेट से। वहां आपकी नॉलेज, डेडिकेशन और पैशन को परखा जाता है।
ट्यूशन से दूर करें आर्थिक तंगी
मैं बीएससी फस्र्ट ईयर में हूं। 12वीं 81.6 प्रतिशत अंकों से पास किया है। मेरी आर्थिक स्थ्िित कमजोर है। अपने फ्यूचर को लेकर भ्रमित हूं। न्यूज रीडर बनना चाहता हूं। बीएससी करने के बाद क्या करूं?
राजीव कुमार रंजन, ईमेल से
12वीं में प्राप्त अंकों से यह लगता है कि आप पढ़ाई में काफी अच्छे हैं। आपकी समस्या का हल आपके ही पास है, बस आप उसे देख और समझ नहीं पा रहे हैं। देश के हजारों-लाखों स्टूडेंट आपकी जैसी स्थिति में ही रहकर आगे बढ़ रहे हैं। आप भी मन से आगे बढऩा चाहेंगे, तो जरूर ऐसा कर सकेंगे। सबसे पहले तो अपनी पढ़ाई के आधार पर नौवीं से लेकर बारहवीं तक के स्टूडेंट्स को ट्यूशन पढ़ाने की पहल करें। रोचक तरीके से पढ़ाएं, ताकि स्टूडेंट्स पढ़ाई में मना लगाएं और उनका रिजल्ट अच्छा हो। बीएससी के बाद किसी अच्छे संस्थान से न्यूज रीडिंग या मास कम्युनिकेशन का कोर्स करके इस फील्ड की बारीकियां सीख सकते हैं। खबरों से अपडेट रहकर और भाषा पर अच्छी पकड़ रखकर आप न्यूज रीडर/एंकर के रूप में पहचान बना सकते हैं।
बैंक जॉब में माक्र्स बाधा नहीं
मुझे 12वीं में 45 प्रतिशत और ग्रेजुएशन में 61 प्रतिशत अंक मिले हैं। मैं काफी कंफ्यूज रहता हूं। क्या मैं बैंक के लिए एलिजिबल हूं? मैं बैंकमें जॉब करना चाहता हूं।
पुंकेश कुमार, ई-मेल से
अपनी काबिलियत को बढ़ाएं और खुद पर भरोसा रखते हुए कंफ्यूजन को दूर करने का प्रयास करें। आपने प्रथम श्रेणी में ग्रेजुएशन पास किया है।
इससे तो लगता है कि आपने 12वीं के रिजल्ट की परवाह किए बिना पढ़ाई में मन लगाकर बेहतर परफॉर्म किया है। पब्लिक सेक्टर के बैंकों में
(चाहें पीओ हो या क्लर्क के लिए) अब डिवीजन और अंकों की कोई शर्त नहीं है। कोई भी ग्रेजुएट एसबीआइ और आइबीपीएस द्वारा लिए जाने वाले कॉम्पिटिटिव एग्जाम के लिए अप्लाई कर सकता है। पिछली परीक्षाओं में पूछे गए क्वैश्चंस के नेचर
को समझ कर आप अपनी तैयारी की स्ट्रेटेजी बना सकते हैं। आइबीपीएस की वेबसाइट पर लाग-इन करके आप बैंक क्लर्क और पीओ से संबंधित कॉमन रिटेन एग्जाम के बारे में आप कंपलीट जानकारी हासिल कर सकते हैं। ध्यान रखें कि बैंक एग्जाम में स्पीड और एकुरेसी सबसे
ज्यादा मायने रखती है, इसलिए इस पर कमांड हासिल करें।
-करियर से संबंधित सवाल
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अरुण श्रीवास्तव