Move to Jagran APP

MARKET DEMAND के मुताबिक बढ़ाएं योग्यता

मैंने 60 प्रतिशत अंकों से आइएससी (मैथ) किया है। मुझे मैथ पढ़ना और पढ़ाना अच्छा लगता है। फिलहाल बीएससी पार्ट टू में पढ़ रहा हूं। मेरा सपना टीचर बनने का है। इसके लिए मुझे क्या करना होगा। मार्गदर्शन करें। भवेश कुमार, धनबाद यह काबिलेतारीफ है कि आपको मैथ्स पढ़ना और पढ़ाना बहुत भाता है। ऐसे में आपका टीचर बनना कोई मुि

By Edited By: Published: Tue, 18 Feb 2014 11:42 AM (IST)Updated: Tue, 18 Feb 2014 11:42 AM (IST)
MARKET DEMAND   के मुताबिक बढ़ाएं योग्यता

मैंने 60 प्रतिशत अंकों से आइएससी (मैथ) किया है। मुझे मैथ पढ़ना और पढ़ाना अच्छा लगता है। फिलहाल बीएससी पार्ट टू में पढ़ रहा हूं। मेरा सपना टीचर बनने का है। इसके लिए मुझे क्या करना होगा। मार्गदर्शन करें।

loksabha election banner

भवेश कुमार, धनबाद

यह काबिलेतारीफ है कि आपको मैथ्स पढ़ना और पढ़ाना बहुत भाता है। ऐसे में आपका टीचर बनना कोई मुश्किल नहीं, बल्कि आप जैसे लोगों की तो अध्यापन जगत में ज्यादा जरूरत है। कॉलेजों/विश्वविद्यालयों में अध्यापक (लेक्चरर से शुरुआत) बनने के लिए आपको एमएससी करने के बाद जेआरएफ/नेट क्लियर करना होगा। इसका आयोजन अखिल भारतीय स्तर पर यूजीसी-सीएसआइआर (काउंसिल फॉर साइंटिफिक एेंड इंडस्ट्रियल रिसर्च) द्वारा साल में दो बार किया जाता है। मेरिट में स्थान पाने पर आपको एमफिल/पीएचडी के लिए फेलोशिप भी मिल सकती है। इस टेस्ट के आधार पर आप टीचर के लिए आवेदन कर सकते हैं। आप चाहें, तो पीएचडी करने के बाद भी अध्यापन से जुड़ सकते हैं। वैसे नेट क्लियर करने के बाद भी मौका मिलने पर आप टीचिंग कर सकते हैं। इसके साथ-साथ पीएचडी भी किया जा सकता है।

मैं कम्प्यूटर से संबंधित कोई काम करना चाहता हूं, जैसे डाटा एंट्री, क्लेरिकल, इंटरनेट आदि से जुड़ा। मैंने एक साल का कम्यूटर डिप्लोमा कोर्स और बीए भी किया है। कृपया मुझे बताएं कि आगे मैं कौन सा कोर्स करूं।

परमिंदर, नारनौल

अगर कम्प्यूटर से जुड़े काम करने में रुचि है और सरकारी नौकरी करना चाहते हैं, तो आपको एसएससी मैट्रिक लेवल, बैंक क्लेरिकल आदि परीक्षाओं की तैयारी करनी चाहिए। इसके आधार पर चुने जाने वाले एम्प्लॉयी को आमतौर पर डाटा एंट्री और क्लेरिकल के अन्य काम ही करने होते हैं। छोटी-बड़ी निजी कंपनियों में भी जूनियर स्टाफ के रूप में इस तरह के कैंडिडेट की नियमित रूप से जरूरत होती है। आप अखबारों, ऑनलाइन वैकेंसीज पर नजर रखकर रिक्तियों की जानकारी हासिल कर सकते हैं। इसके साथ, कम्प्यूटर का अपना खुद का नॉलेज भी बढ़ाते रहें।

मैंने 2011 में बीटेक किया था। कोई जॉब नहीं मिल रही। फिलहाल पार्टटाइम एमबीए कर रहा हूं। अच्छे फ्यूचर के लिए क्या करूं, बहुत परेशान हूं। मेरा उचित मार्गदर्शन करें।

दिनेश यादव, आजमगढ़

सिर्फ परेशान होने से किसी समस्या का हल नहीं होने वाला। कड़ी प्रतिस्पर्धा के इस दौर में अच्छा काम उसी को मिलता है, जो किसी फील्डमें एक्सपर्ट होता है। केवल कोई कोर्स कर लेना ही सफलता की गारंटी नहीं है। सबसे पहले तो आपको विचार करना होगा कि आपने जो कोर्स किया है, उससे आपको किस तरह की विशेषज्ञता हासिल हुई है? क्या मार्केट में उसकी मांग है? अगर आपको मार्केट की जरूरत के मुताबिक प्रैक्टिकल नॉलेज नहीं है, तो आपको समय गंवाने और टाइम पास करने के लिए कोई कोर्स करने की बजाय मार्केट की मांग के मुताबिक अपनी योग्यता बढ़ानी चाहिए। साथ ही, आपको अपने संपर्क भी डेवलप करने होंगे। समयानुकूल ट्रेनिंग और अपने संपर्र्को के बल पर आप किसी भी छोटी-बड़ी कंपनी में काम पाने का प्रयास करें। एक बार पैर जम जाने के बाद फिर अपनी योग्यता बढ़ाएं और बड़े लक्ष्य तय कर उसे पाने का प्रयास करें। कर्मठता से कोई भी मंजिल पाई जा सकती है।

मैं 12वीं विज्ञान (बायोलॉजी) से पास हूं। क्या मैं हार्डवेयर/नेटवर्किंग का कोर्स कर सकता हूं।

परिचय शर्मा, आगरा

अगर आपकी रुचि हार्डवेयर/नेटवर्रि्कग में है और आप इसी फील्ड में करियर बनाना चाहते हैं, तो आपको किसी मशहूर संस्थान से यह कोर्स करना चाहिए। आमतौर पर इसका पूर्णकालिक कोर्स एक से डेढ़ साल का होता है। जहां से आप कोर्स करें, यह जरूर देख लें कि वहां कम्प्यूटर लैब में ज्यादा से ज्यादा प्रैक्टिकल करने की सुविधा है या नहीं।

मैंने बैचलर इन लाइब्रेरी साइंस किया है। आगे मास्टर्स इन लाइब्रेरी साइंस (एमलिब) करना चाहता हूं। कृपया पुस्तकालय विज्ञान के क्षेत्र में करियर संभावनाओं के बारे में बताएं।

प्रवीन सिंह, हाजीपुर

कुछ साल पहले तक लोग यही सोचते थे कि लाइब्रेरी साइंस का कोर्स करने का मतलब है, किसी स्कूल, कॉलेज या विश्वविद्यालाय में लाइब्रेरियन का काम करना। लेकिन अब यह धारणा बदल लेनी चाहिए, क्योंकि लाइब्रेरी साइंस के क्षेत्र में इससे भी ज्यादा संभावनाएं सामने आ गई हैं। नॉलेज से जुड़े इस क्षेत्र के जानकारों की मांग उन तमाम सेक्टर्स में है, जहां रिसर्च जरूरी होता है। इस क्षेत्र के एक्सपर्ट होने के बाद सिर्फ कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में ही नहीं, बल्कि नेशनल लाइब्रेरी, राष्ट्रीय स्तर की अन्य लाइब्रेरीज, कॉरपोरेट हाउसेज की लाइब्रेरी, इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया के रिसर्च विंग में अपनी महत्वपूर्ण सेवाएं दे सकते हैं। इसके अलावा आपको अंडर-ग्रेजुएट और पोस्ट-ग्रेजुएट लेवल के स्टूडेंट को पढ़ाने का बेहद सम्मानजनक मौका भी मिलता है। हां, इसके लिए आपको एमलिब, एमफिल और पीएचडी करना होगा। आप देश और दुनिया के जर्नल्स में लाइब्रेरी साइंस की दुनिया में सामने आ रही नई चीजों पर रिसर्च पेपर प्रकाशित करवा कर भी चर्चा पा सकते हैं।

करियर से संबंधित सवाल

counselor@nda.jagran.com


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.