संस्कृति की रक्षा को एकजुट हों आदिवासी : जयारानी
संवाद सूत्र, किरीबुरू : अदिवासी कल्याण केंद्र मेघाहातुबुरू के तत्वावधान में मंगलवार को सामुदायि
संवाद सूत्र, किरीबुरू : अदिवासी कल्याण केंद्र मेघाहातुबुरू के तत्वावधान में मंगलवार को सामुदायिक केंद्र में अंतर्राष्ट्रीय आदिवासी दिवस धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि व समाज सेविका जया रानी पाडेया व विशिष्ठ अतिथि गुरूचरण हेम्ब्रम ने किया। इस मौके पर सभा को
संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि जया रानी पाडेया ने कहा कि किसी भी समाज का आईना उसकी संस्कृति होती है, जिसे हर किसी को बचाने के लिए कार्य करना चाहिए। अपनी संस्कृति को बचाने के लिए आदिवासी भी एकजुट हों। उन्होनें कहा कि आज समुदाय के लोगों को यह सोचना होगा की हम कहां हैं? हमें एकजुट होकर शक्तिशाली समाज का निर्माण करना होगा। विश्व भर के आदिवासियों में
समानताएं हैं तथा कथित सभ्य समाज के लोगों ने संसार भर के आदिवासियों को अपने स्वार्थ के लिए शोषण का शिकार बनाया है। युगों तक संघर्षरत रहने पर संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा विश्व के आदिवासियों के अधिकारों की रक्षा के लिए नौ अगस्त ोक विश्व आदिवासी दिवस घोषित किया गया।
अपने संबोधन में गुरूचरण हेम्ब्रम ने कहा कि प्रत्येक वर्ष पूरे विश्व के आदिवासी अलग-अलग देशों के नागरिक होने के बावजूद Þ
अंतर्राष्ट्रीय आदिवासी दिवस Þ मनाकर आदिवासी एकता का संदेश देते है। उन्होंने भी आदिवासी विरासत को बचाए रखने व अधिकारी की रक्षा का आह्वान किया।
इस मौके पर पूर्व प्रखंड प्रमुख
जिरेन ¨सकु, यूएस पाडेया, इलियास चंपिया, बीर ¨सह मुंडा, दुल्लु हेस्सा, रोया चंपिया, विजय मेलगांडी, चक्र ¨सकु, बादल भूमिज, गौरी शंकर कालुंडीया, सेलाय हेस्सा, कृष्णा चंद्र ¨सकु, इलियास चंपिया, पालो सोय, चंद्रवती कालुंडिया, फुलकुमारी चाकी, झींगी चाकी समेत भारी संख्या में लोग उपस्थित थे।