रेलकर्मियों ने काला बैज लगा नीतियों का किया विरोध
चक्रधरपुर रेल मंडल में गुरूवार को ऑल इंडिया ट्रेन कंट्रोलर एसोसिएशन के बैनर तले रेलकर्मियों ने काला बैज लगा कर शांतिपूर्ण तरीके से कार्य करते हुए रेल प्रशासन की नीतियों का पुर जोर विरोध किया।
जासं, चक्रधरपुर : चक्रधरपुर रेल मंडल में गुरूवार को ऑल इंडिया ट्रेन कंट्रोलर एसोसिएशन के बैनर तले रेलकर्मियों ने काला बैज लगा कर शांतिपूर्ण तरीके से कार्य करते हुए रेल प्रशासन की नीतियों का पुर जोर विरोध किया। ऑल इंडिया ट्रेन कंट्रोलर एसोसिएशन के मंडल अध्यक्ष एबी सेठी ने कहा कि आल इंडिया ट्रेन कंट्रोलर एसोसिएशन के राष्ट्रीय महासचिव के निर्देश पर भारतीय रेल के सभी मंडल और केन्द्रीय कंट्रोल रूम मे अपनी न्यायोचित मांगो के समर्थन मे सभी कंट्रोलर काला बैज लगाकर कार्य कर रहें है। उन्होंने कहा कि रेलवे में कार्यरत कंट्रोलर्स का वेतनमान फीडर कैडर से 2 ग्रेड ज्यादा हो और उन्हें भी एमएसीपी में 5400/-ग्रेड पे का लाभ दिया जाए । हाई पावर कमेटी की रिपोर्ट के अनुसार न्यूनतम 40 घंटा साप्ताहिक बिश्राम दिया जाए, कोविड वीमा कवर 50 लाख रुपए हो । रात्रिकालीन भत्ता बगैर कटौती वगैर किसी सीलिग दिया जाए । राष्ट्रीय अवकाश भत्ता की रोक हटाकर पिछला भुगतान सुनिश्चित हो। एसोसिएशन के मंडल सचिव टीएन राउतरे ने कहा कि इन मांगों अनदेखी पर धरना प्रदर्शन वर्क टू रूल के लिए कैडर पूरी तरह से तैयार है।आशा है कि इस महत्वपूर्ण कैडर के विरोध पर रेल प्रशासन यथोचित निर्णय लेकर मांगो पर सकारात्मक कार्यवाही सुनिश्चित करेगा । मौके पर राजन कुमार, एसके गिरी, अनिल माडी, एसके पॉल, कमलजीत, दिप्ती दास, संगीता बनर्जी, अजित कुमार, दिलीप दास, असीम साहा, एमके जेना, शशि भूषण, बी कच्छप सिहत अन्य रेलकर्मी मौजूद थे।
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भाजपा ने की पैसेंजर ट्रेन चलाने की मांग
जासं, चक्रधरपुर : भारतीय जनता पार्टी ने चक्रधरपुर मंडल रेल प्रबंधक से ग्रामीणों के लिए पैसेंजर/लोकल ट्रेन चलाने की मांग की है। इसे लेकर भाजपा के जिला उपाध्यक्ष इंद्रजीत समद ने डीआरएम को पत्र लिखा है। समद ने कहा कि रेलवे की यात्रा हमारी लाइफ लाइन है। रेल से ही ग्रामीण ड्यूटी जाते हैं। खेती के उत्पादों को रेलवे में सफर कर बेचने जाते हैं। छोटे स्टेशनों के सभी व्यवसायी रेलगाड़ी से ही सामानों को लाने, ले जाने का काम करते हैं। कोरोना के चलते यात्री गाड़ियों को नियंत्रित करने से रोजमर्रा के कार्यों में काफी कठिनाई शुरु हो गई है। लोगों का रोजगार छिन गया।
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जनशताब्दी ट्रेन नहीं चलने से लोगों का कोलकाता से संपर्क टूटा
जासं, चाईबासा : हावड़ा-बड़बिल जनशताब्दी ट्रेन नहीं चलने से लौहांचल के लोगों में परेशानी बढ़ गई है। यह ट्रेन 12 सितंबर से बंद है। इस दौरान बड़ाजामदा, गुवा, किरीबुरू से कोलकाता जाने का संपर्क टूट गया है। इस अंचल के लिए एक मात्र हावड़ा जाने के लिए जनशताब्दी ही ट्रेन है। बड़ाजामदा एवं आसपास के बिजनेसमैन, मेडिकल मरीज व खदान के कमचारी, उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए के लिए छात्र-छात्राओं को आने-जाने में दिक्कत हो रही है। बड़ाजामदा एवं पश्चिम सिंहभूमवासियों का कहना है कि इस कोरोना वायरस महामारी के कारण ट्रेन बंद करना रेलवे के प्रति निदा की। पश्चिम बंगाल, ओडिशा, झारखंड, राज्य जोड़ने के दौरान पैसेंजर को फायदा मिलता था। कुछ लोगों का कहना है कि रेलवे ने अपनी गलती के कारण जनता को परेशानी में डाल दिया है। पिछले करीब दो महीने से रेलवे की ओर से बड़ाजामदा, नोवामुंडी, डांगोवापोसी में ठहराव बंद है। रेलवे इस अंचल से रैक लोडिग से करोड़ों रुपये आमदनी करती है। इस ट्रेन को चलाने से कोई नुकसान नहीं था। रेलवे को जनशताब्दी ट्रेन जल्द शुरू करना चाहिए। जनशताब्दी व पैसेंजर ट्रेन नहीं चलने से बड़ाजामदा रेलवे स्टेशन पर सुनसान नजारा देखने को मिलता है। बडाजामदा रेलवे स्टेशन पर अप एवं डाउन प्रतिदिन दस जोड़ी ट्रेन ठहराव करती थीं। बड़बिल से टाटा पैसेंजर, गुआ से टाटा पैसेंजर, हावड़ा से बड़बिल जनशताब्दी, टाटा-गुआ डीएमयू पैसेंजर कोरोना वायरस महामारी के चलते सभी ट्रेन बंद हो गई है। बड़ाजामदा रेलवे स्टेशन पर प्रतिदिन सैकड़ों पैसेंजर जानकारी के लिए रेलवे स्टेशन पहुंचते है।