टाटा स्टील बॉटमबीन गेट से पांच बंदी समर्थकों को किया गिरफ्तार, देर शाम रिहा
अखिल भारतीय क्रांतिकारी आदिवासी महासभा सह आदिवासी किसान मजदूर पार्टी के बैनर तले बुधवार को पश्चिमी सिंहभूम जिले के लौहांचल में आयोजित एकदिवसीय बंदी का मिलाजुला असर रहा।
संवाद सूत्र, नोवामुंडी : अखिल भारतीय क्रांतिकारी आदिवासी महासभा सह आदिवासी किसान मजदूर पार्टी के बैनर तले बुधवार को पश्चिमी सिंहभूम जिले के लौहांचल में आयोजित एकदिवसीय बंदी का मिलाजुला असर रहा। नोवामुंडी पुलिस ने टाटा स्टील के बॉटमबीन मुख्य गेट समीप आंदोलन कर रहे पांच बंद समर्थकों को हिरासत में लिया। बाद में देर शाम लगभग छह बजे उन्हें निजी मुचलके पर छोड़ दिया गया। पुलिस हिरासत में लिए गए बंद समर्थकों में शंकर तीरिया, दिलीप हांसदा, मोनू चांपिया, सोमा तिरिया, गेड़े हेम्ब्रम का नाम शामिल है। बंद समर्थक बॉटमबीन मुख्य गेट समीप तड़के करीब तीन बजे से जमा हो गए थे। पुलिस को सूचना मिलते ही उन्हें सुबह जाकर गिरफ्तार कर थाने ले आया गया।
रेल परिचालन बाधित करने की सूचना पर पदापहाड़ पहुंची पुलिस
मंगलवार देर रात पदापहाड़ रेलवे स्टेशन समीप रात लगभग दो बजे आंदोलन में शामिल लोगों द्वारा रेल परिचालन बाधित करने की सूचना पर पुलिस स्टेशन पहुंची। वहीं पुलिस की गाड़ी आते देख रेल रोकने का प्रयास कर रहे समर्थक पुराने साईकिल के टायर पटरी पर छोड़कर निकल गए। दूसरी ओर बंद समर्थकों ने नोवामुंडी-जैंतगढ़ मुख्य सड़क पर तड़के बोकारो साइडिग बस्ती समीप टायर जलाकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
बड़ाजामदा में सड़क पर टायर जला जताया विरोध
बड़ाजामदा ओपी क्षेत्र के भट्टीसाई से रेलवे साईडिग जाने वाले रास्ते पर बंद समर्थकों ने लगभग दर्जनों जगह टायर जलाकर मांगों के समर्थन में सड़क अवरूद्ध किया। स्थानीय पुलिस को सड़क पर टायर जलाने की भनक तक नहीं लगी। जबतक पुलिस सोकर नींद से जागती तबतक टायर जलकर राख हो चुके थे। एकदिवसीय बंदी मंगलवार देर रात दो बजे से लेकर बुधवार सुबह पांच बजे तक चला। इस दौरान नोवामुंडी-किरीबुरू मुख्य सड़क पर कांडेनाला पुलिया समीप, बाघमारा जंगल समीप, बड़ाजामदा रेलवे क्रॉसिग पार, जय गुरु मंदिर समीप, बोकना बस्ती समीप व हाथी चौक समीप टायर जलाया गया था। हालांकि नोवामुंडी बाजार की दुकानें नियमित की तरह खुली रहीं। बड़ाजामदा में साप्ताहिक बाजार पर भी बंदी का कोई प्रभाव नहीं पड़ा। बता दें कि जिलाध्यक्ष मानसिंह तिरिया के नेतृत्व में पिछले शनिवार को बाइक जुलूस निकालकर लौहांचल का दौरा किया गया था। वहीं खुला पत्र वितरण कर समर्थन की मांग की थी। खुला पत्र के माध्यम से लोगों को यह बताने का प्रयास किया गया था कि राज्य अलग हुए 19 साल गुजर गए। परंतु आज भी समूचा राज्य विकास के मामले में पिछड़ा हुआ है। चारों ओर गरीबी, भुखमरी, भ्रष्टाचार चरम पर है। लौहांचल कीसंपति से दिल्ली, मुंबई, कोलकाता जैसे महानगरों के आलावा विदेशों में विकास का ग्राफ बढ़ गया है।