टाटा स्टील के डाक्टर ने पत्नी को रात भर पीटा, लहूलुहान कर कमरे में लगाया ताला Chaibasa News
सुरक्षकर्मियों ने ताला तोड़कर महिला को निकाल टाटा स्टील अस्पताल में कराया भर्ती पिटाई करने वाले हड्डी रोग विशेषज्ञ को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही पुलिस।
संवाद सूत्र, नोवामुंडी (पश्चिमी सिंहभूम)। नोवामुंडी स्थित टाटा स्टील अस्पताल के एक डाक्टर ने पहले अपनी पत्नी को दम भर पीटा। इसके बाद उसे टॉप कैंप स्थित बंगलो संख्या- 37 के कमरे में बंद कर दिया और बाहर से ताला लगाकर निकल गया। पत्नी रात भर कमरे के अंदर दर्द से तड़पती रही।
अगले दिन सुबह जब नौकरानी काम करने घर आयी तो बाहर ताला लटका देख लौटने लगी। इसी समय घर के भीतर से कराहाने की आवाज सुनाई देने पर नौकरानी को संदेह हुआ। नौकरानी ने तुरंत इसकी सूचना टाटा स्टील के सुरक्षाकर्मियों को दी। सुरक्षाकर्मियों ने क्वार्टर में जाकर पहले ताला तोड़ा। इसके बाद अंदर जाकर देखा तो डाक्टर की पत्नी गंभीर रूप से जख्मी अवस्था में पड़ी थी। इसके बाद तत्काल उसे टाटा स्टील अस्पताल में लाकर भर्ती कराया गया।
मामला संज्ञान में आने के बाद पुलिस ने आरोपित डॉक्टर को हिरासत में ले लिया है। जख्मी पत्नी बोलने की स्थिति में नहीं है। इस वजह से उसका बयान पुलिस अभी तक नहीं ले पायी है। आरोपित डॉक्टर का नाम चंद्र प्रकाश गुप्ता है। बंगलो नंबर 37 निवासी डॉ गुप्ता नोवामुंडी टाटा स्टील अस्पताल में हड्डी रोग विशेषज्ञ है। जख्मी पत्नी का नाम प्रशस्ति श्रीवास्तव (30) है। जख्मी महिला को देखने टाटा स्टील महाप्रबन्धक अतुल भटनागर व प्रेरणा महिला समिति के सदस्य अस्पताल पहुंचे हुए थे। डॉ. गुप्ता व प्रशस्ति की कोई संतान नहीं है।
पिटाई से हुए जख्मों के कारण बोल नहीं पा रही प्रशस्ति, पुलिस नहीं ले सकी बयान
बताया जा रहा है कि किसी बात को लेकर डॉ. सीपी गुप्ता ने सोमवार की रात अपनी पत्नी प्रशस्ति श्रीवास्तव को बुरी तरह पीटा। इसके बाद कमरे में बंद कर चला गया। मंगलवार की सुबह नौकरी जब काम करने पहुंची तो उसे प्रशस्ति की आवाज घर के भीतर से सुनाई दी। सूचना पर सुरक्षाकर्मियों ने प्रशस्ति को कमरे से बाहर निकालकर टाटा स्टील अस्पताल पहुंचाया।
यहां इलाज करने से पहले अस्पताल प्रबंधन ने नोवामुंडी पुलिस को इसकी सूचना भेजी। थाने में सूचना आते ही थाना प्रभारी महिला थाने से महिला पुलिस को लेकर अस्पताल पहुंच गयी। अस्पताल में तैनात नर्स ने पुलिस को महिला से मिलने केबिन में प्रवेश करने से रोक दिया। इसके बाद एएसआई बीरबल चौबे सीएमओ से बातचीत के बाद कैबिन में इलाजरत जख्मी महिला से मिले। प्रशस्ति के सिर, कान, हाथ शरीर आदि जगहों पर जख्म के निशान दिखाई दे रहे हैं।
पुलिस देर शाम तक अस्पताल के वातानुकूलित कक्ष में भर्ती महिला से बयान लेने का प्रयास कर रहे थे। पुलिस ने बताया कि महिला को गंभीर चोट लगने के कारण वह बातचीत करने की स्थिति में नहीं है। बुधवार को उससे बयान लिया जायेगा। फिलहाल डॉक्टर से पूछताछ की जा रही है।