छात्र पांचवी कक्षा के, नहीं आती गिनती
संवाद सूत्र, नोवामुंडी : मुखिया जी पहुंचे थे स्कूल का निरीक्षण करने। लेकिन जब जमीनी स्थिति देखी तो
संवाद सूत्र, नोवामुंडी : मुखिया जी पहुंचे थे स्कूल का निरीक्षण करने। लेकिन जब जमीनी स्थिति देखी तो अवाक रह गए। उनके मुंह से सहसा निकला- यह क्या? क्या यही है हमारी सरकारी शिक्षा की स्थिति? जब हाल यह है तो क्या होगा हमारी भावी पीढी के भविष्य का हाल? दरअसल नोवामुंडी प्रखंड के गुंडीजोड़ा प्राथमिक स्कूल का निरीक्षण करने जब नोवामुंडी बस्ती पंचायत के मुखिया मतियास सुरेन पहुंचे तो उन्हें कई तरह से ऐसे 'सच' का सामना हुआ जिनके बारे में उन्होंने सोचा भी नहीं होगा।
मुखिया जी जब सुबह 10 बजे स्कूल पहुंचे तो प्रधान शिक्षिका सुशांति ¨सकु अनुपस्थित थीं। सहायक शिक्षिका प्रियंका कुमारी उपस्थित बच्चों को पढ़ाने में व्यस्त थीं। स्कूल में नामांकित पहली से लेकर पांचवीं कक्षा के 40 बच्चों में सिर्फ 10 छात्र एक ही कमरे में बैठकर पढ़ रहे थे।
मुखिया जी ने उन्हीं बच्चों में से पांचवी कक्षा के एक छात्र को बुलाकर एक से लेकर 20 तक की गिनती पूछी। छात्र जवाब देने में असमर्थ रहा। छात्र से अपने प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीओ) का नाम पूछा गया तो चुप्पी साध ली और अपने वर्ग शिक्षिका का मुंह ताकने लगा।
पढ़ाई के इस स्तर व छात्रों से ज्ञान की इस दयनीय स्थिति का साक्षात्कार करने के बाद मुखिया जी पाकशाला में गए तो वहां पर भी कुछ ऐसी ही हतप्रभ करनेवाली सच्चाई का सामना हुआ। वहां चावल के साथ केवल सब्जी के रूप में दाल बनी थी। मध्याह्न भोजन के तय मेनू का कोई अनुपालन नहीं दिखा। छात्रों की थाली से अंडा व सब्जी गायब मिली। निरीक्षण के दौरान इस तथ्य का भी खुलासा हुआ कि सुबह दिया जानेवाला जलपान दिया ही नहीं जाता। इसके बाद तो मुखिया जी का धैर्य जवाब दे गया। उन्होंने सहायक शिक्षिका को चेतावनी देते हुए खूब खरी-खरी सुनाई। कहा कि भविष्य में शिक्षा के प्रति गंभीरता नहीं दिखाई गई तो मासिक प्रगति प्रतिवेदन की अनुशंसा नहीं की जाएगी। मुखिया ने निरीक्षण के दौरान स्कूल में अनुपस्थित प्रधान शिक्षिका सुशांति ¨सकु के खिलाफ कार्रवाई के लिए प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी के माध्यम से जिला शिक्षा अधीक्षक को शिकायत पत्र प्रेषित किया है।
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