इंटरनेट व मोबाइल है ज्ञान का भंडार: डॉ. सुधीर
Internet and Mobile. डॉ सुधीर ने कहा कि बच्चे अपनी शिक्षा एवं प्रतिभा को निखारने के लिए आजकल इंटरनेट व मोबाइल का भी उपयोग कर सकते हैं।
संवाद सूत्र, सोनुवा : सोनुवा के शालू-नीलू इंग्लिश-¨हदी मीडियम स्कूल में पिछले दिनों आयोजित हुए विज्ञान प्रदर्शनी कार्यक्रम में भाग लेने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया। सोनुवा के गोलमुंडा गांव के मूल निवासी विद्यालय के संस्थापक एनआरआइ डॉ. सुधीर कुमार के हाथों विद्यार्थी पुरस्कृत हुए। मौके पर डॉ. सुधीर कुमार ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि बच्चे अपनी शिक्षा एवं प्रतिभा को निखारने के लिए आजकल इंटरनेट व मोबाइल का भी उपयोग कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि इंटरनेट ज्ञान का भंडार है, जिसे आजकल मोबाइल द्वारा आसानी से प्राप्त किया जा सकता है।
बच्चे भी इंटरनेट का उपयोग कर अपना ज्ञान बढ़ा सकते हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं भारत सरकार के डिजीटल इंडिया की भी सराहना की। डॉ. सुधीर ने अपनी दो बेटियों शालू एवं नीलू के बारे में चर्चा की, जिनके नाम पर उन्होंने शालू-नीलू इंग्लिश-हिंदी मीडियम स्कूल की स्थापना की है। उन्होंने कहा कि उनकी दोनों बेटियां इंग्लैंड में डॉक्टर हैं। उनकी बेटी नीलू को पिछले दिनों फेफड़े के कैंसर के बारे में रिसर्च के लिए ब्रिटिश लंग सोसाइटी द्वारा अवार्ड दिया गया है। डॉ. सुधीर ने स्कूल के बच्चों को शिक्षा के लिए प्रोत्साहित किया। स्मार्ट सिटी, प्रदूषण व हाइड्रोलिक जेसीबी मॉडल के लिए मिला पुरस्कार विज्ञान प्रदर्शनी में विद्यार्थियों द्वारा प्रदर्शित किए गए स्मार्ट सिटी, प्रदूषण व अन्य मॉडलों के लिए उन्हें पुरस्कृत किया गया।
प्रदूषण के मॉडल के लिए रबीना महतो, लक्ष्मी प्रिया साहू, नीलू कुमारी, तस्मिया परवीन एवं अंजली महतो, स्मार्ट सिटी के मॉडल के लिए रेनुका महतो, रेखा प्रधान, प्रीति प्रधान, सोनल कुमारी ¨सह, अंकिता प्रधान एवं रेखा महतो, हाइड्रोलिक जेसीबी के मॉडल के लिए सौरभ महतो, सुमित कर, सुभम महतो, मोहसिन आलम एवं चिंकू टुडू को पुरस्कृत किया गया। मौके पर विद्यालय के सचिव मनोज प्रधान, प्रधानाध्यापक रमेश प्रधान एवं अन्य शिक्षक-शिक्षिकाएं मौजूद थे।